बीकानेर। देहात अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत ने नेहरू जी पुण्यतिथि के अवसर पर प्रात: 10 बजे उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांज्जली अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किए तथा बाद में देहात कांग्रेस कार्यालय परिसर में प्रात:11:00 बजे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व.पं.जवारलाल नेेहरू जी के तेल चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांज्जली अर्पित कर पुण्यतिथि मनाई।
इस अवसर पर अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत ने विचार प्रकट करते हुए कहा कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व.पं.जवारलाल नेेहरू ने कहा था कि असफलता तब मिलती है जब हम आदर्श, उद्देश्य और सिद्धांत भूल जाते है, उन्होने अन्तिम समय में कहा था कि मेरी अस्थियों का एक छोटा भाग गंगा में प्रवाहित करवा देना और अस्थियों का कोई हिस्सा संरक्षित मत करना। बची हुई अस्थियों को ऊपर हवा में ले जाकर खेतों में बिखराव करवाना जहां भारत के किसान खेती करते है, ताकि वे भारत की धरती के साथ मिलकर भारत का एक अभिन्न भाग बन सके।
इस अवसर पर सेवादल के प्रदेश संगठक मार्शल प्रहलादसिंह ने नेहरू जी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक नेता और एक कर्मशील पुरूष संकट के समय हमेशा पहले अपने अंतस की आवाज के अनुसार काम करते है, फिर बाद में उस काम को करने के कारण खोजते है। प्रवक्ता ओमप्रकाश सेन ने बताया कि पीसीसी सदस्य किशनलाल मेधवाल, प्रदेश महासचिव सुषमा बारूपाल, सम्भाग अध्यक्ष अम्बाराम इणखिया, सरपंच प्रतिनिधी गणेशाराम दावां, चम्पालाल बारूपाल, रेखाराम इन्दलिया, श्यामबीठनोक, सभी ने विचार प्रकट करते हुए कहा कि सुनहरे पल, अनमोल क्षण जो हमारी धरोहर है, आज हमारे प्रथम प्रधानमंत्री स्व. जवारलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर उन्हे हम शत-शत नमन करते है, और उनको अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते है।