OmExpress News / जयपुर / ओम दैया / 27 से 29 जनवरी तक होने वाले तीन दिवसीय समानांतर साहित्य उत्सव में देश – विदेश के लगभग 200 लेखक, कवि और साहित्यकार शामिल होंगे। इस उत्सव का आयोजन राजस्थान प्रगतिशील लेखक संघ ने किया है। संघ के अध्यक्ष ऋतुराज ने संवाददाताओं का बताया कि साहित्य उत्सव के जरिये हम ऐसा माहौल बनाना चाहते है जो साहित्य और शहर की संस्कृति के लिये जरूरी है। Parallel Literature Festival Jaipur

उन्होंने कहा कि इस बार के साहित्य उत्सव में अंग्रेजी के साथ – साथ पंजाबी, सिंधी, असमिया, पंजाबी, उर्दू, बंगाली, नेपाली , गुजराती भाषाओं के लेखक अपने विचारों का आदान प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि हम इस तरह की सामूहिक राष्ट्रीय-अतंराष्ट्रीय संस्कृति बनाने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने दावा किया कि जयपुर लिटरेचर फैस्टिवल की संस्कृति हमारे देश की संस्कृति से मेल नहीं खाती। Parallel Literature Festival Jaipur

उसमें हमारी हिन्दी और देश की अन्य भाषाओं के लेखकों की घोर उपेक्षा हो रही थी। उन्होंने कहा कि इस उत्सव में व्याख्यानों पर जोर रहेगा जो वैचारिक, सांस्कृतिक, अर्थशास्त्र, राजनीति,समाजशास्त्र, या दलित समस्या, ‘‘मी टू’’ आदि मुद्दों पर पर चिंतन किया जायेगा। समानांतर साहित्य उत्सव के मुख्य संयोजक ईशमधु तलवार ने बताया कि रविन्द्र मंच पर अयोजित होने वाले तीन दिवसीय साहित्य उत्सव में देश विदेश के 200 से अधिक लेखक, साहित्यकार, कवि के शामिल होने की संभावना है।

उद्घाटन समारोह में इतिहासकार इरफान हबीब, विख्यात साहित्यकार असगर वजाहत, नूरजहीर और ममता कालिया मौजूद रहेंगे। Parallel Literature Festival Jaipur