Parvati Jangid and Kalraj Mishra

OmExpress News / जोधपुर / जयपुर / जोधपुर की बेटी व युवा संसद, भारत की चेयरपर्सन पार्वती जांगिड़ सुथार को उनके राष्ट्र व समाज हित के कार्यों को प्रोत्साहित करने के लिए राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने गुरुवार को राजभवन बुला उनके कार्यों और राष्ट्र जागरण की प्रबल भावना का सम्मान कर आशीर्वाद दिया। Parvati Jangid

सात समुंद्र पार पहुँची पहचान

राजस्थान गौरव, भारत की बेटी सुश्री पार्वती जाँगिड़ सुथार के प्रेरणामय जीवन से प्रभावित हुआ युरोपीय देश, दिया द नाइट ऑफ इंटरनेशनल इल्लुमिनेशन मेडल व आर्डर ऑफ लीडरशिप एंड द गर्ल हीरो अवार्ड, राज्य के मुखिया समेत देश के वरिष्ठ प्रतिनिधियों की मिल रही बधाईयाँ व सम्मान ज्ञात हो हाल ही पार्वती को यूरोपीय देश, रिपब्लिक ऑफ मोल्दोवा के जिओग्राफी सैन्य संस्थान की तरफ से द नाइट ऑफ इंटरनेशनल इल्लुमिनेशन मेडल व आर्डर ऑफ लीडरशिप एंड द गर्ल हीरो अवार्ड मिला।

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पार्वती की छोटी सी जिंदगी की संघर्ष की दास्ताँ यूरोपियन कंट्री माल्डोवा के युवाओं को सद्कार्य व देश के प्रति अपने कर्तव्य निभाने के लिए वहां की जियोग्राफी हिस्टोरिया सैन्य संस्थान पढ़ा रही, गरीबी के कारन वहां के युवा समुद्री डाकू, इत्यादि गलत कार्यों में जा रहे, युवाओं को पार्वती के कार्यों, हिम्मत और गरीबी को मात दे सदकार्य, देश निर्माण की भावना को पढ़ा प्रेरित करना, हमारे लिए गर्व की बात है।

राज्यपाल ने पार्वती से कहा कि आपकी यह उपलब्धि बेटियों को प्रेरणा देगी। आप भारत की लक्ष्मी हो, और अधिक लक्ष्मियों को प्रेरित करो, यह हमारी शुभकामना है।

पार्वती ने कहा कल रात को मेरे मोबाइल की रिंग बजी, नमस्कार मैम, राज्यपाल महोदय के सचिवालय से बोल रहा हूँ, कल आपको माननीय राज्यपाल श्री कलराज मिश्र जी ने आशीर्वाद के लिए बुलाया है। और आज राज्यपाल जी का आशीर्वाद मिलना मेरे लिए गर्व की बात है। उनसे काफी देर विचार विमर्श हुआ, मुझे अच्छा लगा की उन्होंने आत्मीयता और उत्सुकता से भविष्य की रूपरेखा के बारे में जाना।

उनका अपनापन व सादगी उन्हें महान बनाती हैं। राजस्थान को ऐसे दिव्य राज्यपाल मिलना, हम सबके लिए सौभाग्य की बात है। माननीय राज्यपाल जी, उनके सचिवालय व राज्यपाल जी के एडीसी डॉ श्री दीपक जी का विशेष हार्दिक आभार प्रकट करती हूँ । Parvati Jangid

पार्वती की इस उपलब्धि पर देशभर से मिल रही बधाईयां, देश के कई राज्यपाल, मंत्री, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कई राजनेताओं सहित भारत रत्न प्रणब दा ने भी प्रशंसा की।

पार्वती के हौंसले व हिम्मत को सम्मान देते हुए रिपब्लिक ऑफ मोल्दोवा के जिओग्राफी सैन्य संस्थान ने अन्तर्राष्ट्रीय पदक से अलंकृत किया। पार्वती हर वर्ष रक्षाबंधन निमित्त 7-10 दिन बॉर्डर पर होती है, इसलिए वह जा नहीं पाई। यही पार्वती का देश व फौजी भाईयों के प्रति समपर्ण, भीड़ से अलग खास बनाता है। अन्तरराष्ट्रीय सम्मान के भारत पहुंचने पर केन्दिय युवा एवं खेल मंत्री किरन रिजूजी ने पार्वती को इस सम्मान व पदक से मंत्रालय में विभूषित किया। तथा लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला व पूर्व राष्ट्रपति एवं भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी, जोधपुर के पूर्व महाराजा गजसिंह सहित कई माननीयों ने अपने आवास बुला सम्मानित कर आशीर्वाद दिया।

अब तक दर्जनों राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय सम्मानों से नवाजी गई है युथ आइकॉन पार्वती

चाणक्य अवार्ड, वीर दुर्गादास राठौड़ सम्मान,द नाइट ऑफ इंटरनेशनल इल्लुमिनेशन मेडल, विश्वकर्मा रत्न,आर्डर ऑफ लीडरशिप, द गर्ल हीरो अवार्ड, अमेरिकन प्रेसिंडेटीयल ईगल पिन, जियो दिल से अवार्ड, सोशल एक्टिविस्ट ऑफ द इयर, पर्सनलटी ऑफ द इयर, सिस्टर ऑफ बी.एस.एफ., वुमन प्राइड, भारत गौरव, बाड़मेर गौरव, सहित कई सम्मानों से अलंकृत है पार्वती

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पार्वती स्वामी श्री विवेकानन्द जी व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को आदर्श मानती है। बहुत ही सामान्य परिवार की बालिका पार्वती को इस मुकाम पर देख समाज व सीमावर्ती बालिकाएं जिन्होने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी वापिस विद्यालय, महाविद्यालय जाना प्रारम्भ कर दिया।

अन्तर्राष्ट्रीय पहचान बन चुकी, विश्वकर्मा रत्न और भारत गौरव सहित दर्जनों सम्मान प्राप्त पार्वती को राज्य व केन्द्र के कई मंत्री, धर्मगुरू, सीमा सुरक्षा बल, भारतीय सेना, एयर फोर्स सहित कई संस्थान व राष्ट्रवादी चिंतक सम्मान दे चुके है।Parvati Jangid

इजरायल जैसे सुपरपॉवर देश में भी भारत का परचम फहरा चुकी है पार्वती

पार्वती को संयुक्त राष्ट्र द्वारा लीडरशिप समिट में बुलावा, फिर विश्व के सबसे बड़े ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ‘‘ अभियान में ‘‘गर्ल्स राइजिंग एम्बेसडर‘‘ बन गृह नगर के साथ देश का मान बढ़ाया तो ‘‘फ्यूचर लीडर ऑफ द वर्ल्ड‘‘टाइटल के तहत भारत के बेहतरीन 30 यंग लीडर्स में शामिल हो इजरायल में देश का प्रतिनिधित्व किया। यही नहीं उन डेलिगेट्स में सर्वश्रैष्ठ डेलिगेट घोषित हुई और स्वदेश लौटने पर लीडरशिप के उत्कृष्ट सम्मान ‘‘चाणक्य अवार्ड‘‘ से नवाजी गई।

पार्वती कहती हैं कि ‘’लड़की का जन्म कहाँ हुआ है गरीब के घर या अमीर के घर, गाँव में या शहर में, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है, वह भव्य सपने देखने की हकदार है और हमसब मिलकर उसके सपने पूरे कर सकते है’’ इसीलिए ऐसी सोच रखते हुए पार्वती ने आजीवन बालिका शिक्षा व समाजसेवा का प्रण लिया है।