पुष्कर (अनिल सर) अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर पशु मेला हालांकि 8 नवम्बर से आधी अधूरी तैयारियो के साथ शुरू हो गया इसका समापन समारोह 23 नवंबर को आयोजित किया जाएगा ।धार्मिक मेले का शुभारम्भ 16 नवंबर को आयोजित होगा मेले में आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा की दृष्टि से प्रशासन द्वारा विशेष प्रबंध के दावे किए जा रहे है लेकिन वर्तमान की स्थिति की देखते हुए यह सभी दावे सिर्फ कागजो मे नजर आ रहे है धरातल पर कुछ नही मेले के मात्र चार दिन शेष रह जाने के बाद कल जिले के आला अधिकारियों ने बैठक कर मेले की व्यवस्थाओं का जायजा लिया । इस बार जिला प्रशासन के रवैये से यही लग रहा है कि सिर्फ अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेले को महज खानापूर्ति मनाकर जैसे तैसे सम्पन्न करवाने चाहते आश्चर्य की बात तो यह है कि अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेला पुष्कर में ओर आला अधिकारी बैठके ऐसी कमरो मे सिर्फ अपनो कार्यालयों में करके इसकी इतिश्री कर ली लेकिन कितने अफसोस ओर दुख की बात है इतने बड़े अंतराष्ट्रीय मेले के तीन दिन शेष रह जाने के बाद भी स्थानीय लोगो के साथ आजतक मेले की व्यवस्थाओं को लेकर बैठक लेना उचित नही समझा बस मेले को महज खानापूर्ति ओर औपचारिक मनाकर इतिश्री करने में लग रखें है जबकि मेले में पशु दुकानदार झूले सर्कस वाले पहुंच चुके ओर मेला क्षेत्र में अब धीरे धीरे पशुओं ओर दुकानदारों की रौनक दिखना शुरू हो गई है ।
जिला कलक्टर ने की पुष्कर मेला व्यवस्थाओं की समीक्षा की
जिला कलक्टर आरती डोगरा ने अन्तर्राष्ट्रीय पुष्कर मेला 2018 के आयोजन से संबंधित बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे मेले आयोजन से संबंधित अपने – अपने जिम्मे का कार्य समय पर पूर्ण करें। मेले में आने वाले पशुपालकों एवं श्रृद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। जिला कलक्टर आज कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित पशु मेला 2018 की तैयारियों की समीक्षा कर रही थी। उन्होंने बताया कि इस बार दीपदान का कार्यक्रम वृहद स्तर पर होगा। जिसमें सरोवर के 52 घाटो पर विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से दीपदान होगा। उन्होंने विभिन्न घाटो पर पुख्ता लाईट व्यवस्था रखने के निर्देश भी दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि मेला क्षेत्र में रोशनी एवं पीने के पानी की कठिनाई नहीं हो इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पानी की टंकी रखवायी जाए। पुष्कर में आने वाले विभिन्न मार्गों की पुख्ता मरम्मत हो, पशुओं के लिए डेयरी के माध्यम से चारा व्यवस्था भी करवाने के निर्देश दिए गए। पुष्कर नगर पालिका के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेला क्षेत्र में सफाई का पर्याप्त माकुल इंतजाम रहे। मेला समाप्ति के बाद भी कुण्डों की सफाई आवश्यक रूप से करायी जाए। जिला कलक्टर ने रोडवेज बसो, पुलिस कंट्रोल रूम, सीसीटीवी और ट्रेफिक व्यवस्था की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि रोडवेज बसों का संचालन, पार्किंग और ट्रेफिक व्यवस्था इस तरह रखी जाए की यातायात सुगम हो। भारी वाहन मेला क्षेत्र के बाहरी क्षेत्र से ही निकाले जाए।
बैठक में बताया गया कि पुष्कर मेले के दौरान जलदाय विभाग के द्वारा 48 घण्टे में पेयजल वितरण किया जाएगा। साथ ही कुण्डो को हर समय भरा रखा जाएगा।
मेले के दौरान होंगे रंगारंग कार्यक्रम पुष्कर मेला 2018 के दौरान जिला प्रशासन, पशुपालन विभाग, पर्यटन विभाग एवं समस्त संस्थाओं के सहयोग से प्रतिदिन भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। जिसमें स्थानीय प्रतिभाओं को भी पूर्ण मौका मिलेगा। मेले के दौरान 16 नवम्बर को प्रात: 10 बजे पूजा, झण्डारोहण, नगाड़ा वादन, ऊंट सज्जा एवं मेगा कल्चरल ईवेंट का आयोजन से आरम्भ होगा तत्पश्चात माण्डना प्रतियोगिता स्कूली छात्राओं द्वारा, समूह नृत्य, चकदे राजस्थान फुटबॉल मैच, शिल्पग्राम हैिंडंक्राफ्ट बाजार का आयोजन, दीपदान, रंगोली, महाआरती, पुष्कर अभिषेक के साथ ही सांय 7 बजे नव राज हंस द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं लोकनृत्य की प्रस्तुति होगी 17 नवम्बर को लंगडी टांग, सितौलिया मैच, ऊंट सज्जा प्रतियोगिता, ऊंट नृत्य प्रतियोगिता, वंदना मिश्रा सांस्कृतिक कार्यकर्र्र्र्र्र्र््रम की प्रस्तुति होगी, 18 नवम्बर को कब्ड्डी मैच, अश्व नृत्य प्रतियोगिता, अन्तर पंचायत समिति ग्रामीण खेलकूद तथा प्रेम जोशुहा द्वारा सांस्कृति कार्यक्रम एवं नाथूलाल जी द्वारा नगाड़ा वादन होगा। 19 नवम्बर को आध्यात्मिक यात्रा, अन्तर पंचायत समिति खेलकूद प्रतियोगिता, महाआरती, गीर एवं क्रॉस ब्रीड पशु प्रदर्शनी का उद्घाटन, वॉयस ऑफ पुष्कर तथा महाकाल ग्रुप द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा, 20 नवम्बर को हारमॉनी मैराथान, लगान स्टाईल क्रिकेट मैच एवं विभिन्न प्रतियोगिताएं, अन्तर पंचायत समिति खेलकूद प्रतियोगिता, महाआरती एवं वॉयस ऑफ पुष्कर फाइनल, सूफी म्यूजिक नाईट का आयोजन होगा। 21 नवम्बर को अन्तर पंचायत समिति ग्रामीण खेलकूद, मटका दौड़, म्यूजिकल चैयर रैस, महाआरती, विदेशी पर्यटकों द्वारा दूल्हा दूल्हन प्रतियोगिता तथा युग्म बैण्ड द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा, 22 नवम्बर को महाआरती एवं बेस्ट ऑफ राजस्थान सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा 23 नवम्बर को प्रात: 9 बजे से मेगा कल्चरल ईवेंट, पुरस्कार वितरण एवं समापन समारोह, पुष्कर महाआरती का आयोजन होगा। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय श्री अबु सूफियान चौहान, पीसांगन के उपखण्ड अधिकारी एवं मेला मजिस्ट्रेट श्री समदर सिंह भाटी, आईएएस प्रशिक्षु तेजस्वी राणा, तीर्थ पुरोहित रविकान्त शर्मा, गायत्री शक्ति पीठ के श्री वीर शंकर शर्मा, पूराना रंगजी मन्दिर के श्री अनन्तराज गनेरीवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
भोमिया परिवार द्वारा करवाई जा रही भागवत कथा में धुमधाम से मनाया गया कृष्ण जन्म
तीर्थ नगरी पुष्कर में भोमिया परिवार द्वारा आयोजित भागवत कथा के दौरान आज धूमधाम से भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया । इस अवसर पर जहां लड्डू गोपाल भगवान की मनमोहक झांकी सजाई गई तो वही श्रद्धालुओ को माखन मिश्री का प्रसाद वितरित किया गया जिसे पाकर श्रद्धालु झूम उठे । नेमिषारण्य से पधारे प्रसिद्ध कथावाचक बालशुक आशुतोष शास्त्री जी ने आज कथा में कृष्ण जन्म की लीला का गुणगान किया । कथा के दौरान वासुदेव और देवकी के विवाह और उसके पश्चात हुई भविष्यवाणी से भयभीत होकर कंस द्वारा किये गए अत्याचार बताए गए , इसके पश्चात देवकी की आठवीं संतान के रूप में जब भगवान कृष्ण ने जन्म लिया तो सारा मथुरा और गोकुल सहित सम्पूर्ण ब्रजमंडल नाच उठा । कथा के दौरान आशुतोष शास्त्री ने बताया कि कलियुग में भागवत ही एकमात्र ऐसा ग्रंथ है जो मानव को मोक्ष प्रदान कर उसके आने वाले जन्मों को भी सुधार सकता है । भागवत कथा के श्रवण मात्र से मनुष्य के जन्म जन्मांतर के समस्त पाप कर्म नष्ट हो जाते है । खास बात यह है कि भागवत कथा करवाने की प्रेरणा और सुनने का सामर्थ्य बगैर प्रभु की कृपा के संभव नही होता । जब मनुष्य के अंतर्मन में भगवान कृष्ण की कृपा से भक्ति के अंकुर प्रस्फुटित होते है तभी ऐसा होना संभव होता है । जब तक मनुष्य पर प्रभु की कृपा नही होती तब तक जीवन मे कृष्ण की भक्ति नही मिलती है और जब जीवन मे भक्ति का प्रवेश हो जाता है तो वह मनुष्य को निर्भय बना देती है । फिर जो भी होता है उसमे भगवान की मर्जी शामिल होती है । भगवान कृष्ण ने इस धरती पर आकर कंस का तो वध किया ही साथ ही उन्होंने संसार के सभी मनुष्यों को जीवन जीने की कला का भी ज्ञान दिया था जो आज के इस भौतिक समय मे हर व्यक्ति के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है । कृष्ण जन्म के अवसर पर गोपाल जी भोमिया , रामावतार भोमिया , कांति पाराशर , गोविंद पाराशर , संजय पाराशर , सहित सैकड़ों की तादात में श्रद्धालु भक्त , महिलाएं एवम इनके पारिवारिक सदस्य मौजूद थे ।
पुष्कर मेले को लेकर पुलिस हुई हाई अलर्ट* 23 उठाई गिरोह को किया गिरफ्तार
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेले से पूर्व पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट हो रखा तथा पुष्कर मेले में किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना हो तथा शांति ओर सुरक्षा के लिए पुलिस ने अभियान चलाकर 23 चोर उठाई गिरे बदमाश आदि लोगों की धरपकड़ कर गिरफ्तार कर उन्हें एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया जंहा सभी को पाबन्द करके छोड़ दिया गया तो वही 6 लपको को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया सीआई नरेश शर्मा ने बताया कि आई जी बीजू जॉर्ज जोसेफ और एसपी राजेश सिंह के निर्देश पर पुष्कर पुलिस ने उठाई गिरोह संदिग्ध लोगों और लपको के खिलाफ अभियान चला रखा है ताकि पुष्कर मेले में किसी भी प्रकार की कोई भी अप्रिय घटना नहीं घटे वही पुलिस प्रशासन ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि अगर कोई भी सन्दिग्ध व्यक्ति नजर आता है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें तथा पुष्कर मेले में पुलिस का सहयोग करें पुष्कर मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कस्बे के अंदर आज पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च किया गया।
तीर्थ नगरी पुष्कर में कल सरकारी गैर सरकारी स्कूलों में मनाया जाएगा धूमधाम से बाल दिवस
तीर्थ नगरी पुष्कर सहित आस पास की सरकारी गैर सरकारी स्कूलों में कल देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती के अवसर पर कल बाल दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।(PB)