अजमेर। अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेला शनिवार से प्रारंभ हो रहा है। इसमें बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक शामिल होंगे। प्रशासनिक स्तर पर पुष्कर के मेला मैदान पर शनिवार को प्रातः 10 बजे ध्वजारोहण के साथ मेला विधिवत प्रारंभ होगा। जहां पारम्परिक तरीके से राजस्थानी संस्कृति का जादू बिखेरा जाएगा। विभिन्न तरह के पशुओं की प्रतियोगिताएं तथा देशी व विदेश पर्यटकों मे भी प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कल ही पवित्र पुष्कर सरोवर के 52 घाटों पर दीपदान भी आयोजित होगा।
कार्तिक पूर्णिमा पर महास्नान के साथ सम्पन्न होगा
31 अक्टूबर को कार्तिक मास की पवित्र प्रबोधिनी एकादशी पर पहला पंचतीर्थ स्नान प्रारंभ होगा जो 4 नवंबर कार्तिक पूर्णिमा पर महास्नान के साथ सम्पन्न होगा। कस्बे के मठ मंदिर के संत महन्तों एवं विभिन्न धर्मानुयायियों की उपस्थिति के साथ विशाल आध्यात्मिक पदयात्रा निकलेगी। जगतपिता ब्रह्मा के पुष्कर तीर्थ मे धार्मिक समरसता का रंग बिखरेगा।
पदयात्रा 31 अक्टूबर को प्रातः 9.30 बजे पुष्कर गुरुद्वारा से रवाना होकर परिक्रमा मार्ग से ब्रह्म चौक ब्रह्मा मंदिर होते हुए मेला मैदान पहुंचेगी, जहां संत महंतों का सम्मान किया जाएगा। वहीं पुष्कर सरोवर मे हजारों भक्त एकादशी का पहला पंचतीर्थ स्नान इसी दिन अल सुबह से करेंगे, जो आगे पांच दिन तक चलेगा। शाम को पुष्कर सरोवर के घाटों पर महाआरती का क्रम भी प्रतिदिन बना रहेगा।
जिला व पुलिस प्रशासन चाकचौबंद
इधर, एक हफ्ते से चल रहे पशु मेले में 2835 पशु पहुंच चुके हैं। ऊंटों की संख्या करीब 2700 है। मेले मे अश्वों पर बीमारी के नाम पर लगाए सरकारी प्रतिबंध के बावजूद अश्वपालक मेला क्षेत्र के बाहर डेरा डाले बैठे हैं। मेले को देखते हुए जिला व पुलिस प्रशासन चाकचौबंद हैं। पशु, पशुपालक, देशी-विदेशी सैलानियों तथा व्यापारियों की आवक मे इजाफा हो रहा है।