बीकानेर । हरियाणा के रेवाडी जिले के धारुहेडा स्थित आर.पी.एस. पब्लिक स्कूल में पांच साझा काव्य संग्रह का भव्य लोकार्पण हुआ । जिसमे प्ंडित माधवप्रसाद मिश्र कलम की सुगन्ध सम्मान बीकानेर के कवि-कथाकार राजाराम स्वर्णकार को शॉल, सम्मान-पत्र, साहित्य एवं स्मृतिचिन्ह अर्पित कर किया गया । लोकार्पित काव्य संग्रह सुगन्ध परिवेश की मे राजाराम स्वर्णकार की रचनाए शामिल है । अंतरराष्ट्रीय सम्मान समारोह कार्यक्रम में देश-विदेश से आए रचनाकारों का सम्मान किया गया ।
कार्यक्रम मे विशिष्ठ अतिथि के रूप मे शामिल बीकानेर के कवि-कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने कहा कि साहित्यकार लोकतंत्र का महान स्तम्भ होता है वह अपनी रचनाओं के माध्यम से सीधा ऐसा निशाना साधता है जो सही जगह लगता है । अध्यक्षता करते हुए आर.पी.एस. (जी.ओ.आई) के निदेशक डॉ.ओ.पी.यादव ने कहा इस कार्यक्रम में उपस्थित साहित्यकारों की रचनाओं ने मुझे बहुत ज्ञान दिया अगर आज मैं इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होता तो यह मेरा दुर्भाग्य होता । मुख्य अतिथि बाबा मस्तनाथ विश्वविद्ध्यालय के कुलपति डॉ.मार्कंडेय आहूजा ने साहित्यिक उद्बोधन देते हुए कहा समाज को सही रास्ता दिखाने वाले साहित्यकार ही कुरीतियों की तरफ अपनी रचनाओं के माध्यम से ध्यान खींच सकते हैं । डॉ.अजय, डॉ.अशोक वशिष्ठ, वरिष्ठ साहित्यकार रमेशचन्द पुहाल पानीपत, संजय सनन, नन्दकिशोर अग्रवाल भिवानी ने भी विचार व्यक्त किए ।
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इससे पहले मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर अतिथियों को मंचासीन कराया कोसली की साहित्यकार श्रीमती पूजा त्रिलोक शर्मा ने । श्रीमती शर्मा ने अतिथियों का परिचय एवं आरपीएस पब्लिक स्कूल की तरफ से स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि हमारे स्कूल में संगीत-साहित्य को विशेष महत्व दिया जाता है । स्कूल के बच्चों ने मां शारदे की वंदना प्रस्तुत करते हुए आरपीएस का स्वागत गीत “आरपीएस हमारी आन, आरपीएस हमारी शान । सही दिशा में चलते हुए बनाए कीर्तिमान” से अतिथियों का स्वागत किया ।
पुस्तकों का हुआ लोकार्पण
मंच द्वारा सुगन्ध परिवेश की, सुगन्ध परिधि में, मुक्त छन्द आधारित “इब्दिता ऐ गजल” नाम के अनुरुप गजल पर आधारित, “मेघनाद घनाक्षरी” छन्द पर आधारित और जापानी विधा हाइकु पर आधारित “हाइकु की सुगन्ध” पुस्तकों को लोकार्पित किया गया । पुस्तकों में सम्मिलित रचनाकारों को जाट मेहरसिंह कलम की सुगन्ध सम्मान 2017-18, पंडित माधवप्रसाद मिश्र कलम की सुगन्ध सम्मान 2017-18, हाली कलम की सुगन्ध सम्मान, मुत्सुओबासो कलम की सुगन्ध सम्मान तथा महाकवि तुलसीदास कलम की सुगन्ध सम्मान 2017-18 देश-विदेश नेपाल, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, यूपी, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली से आए साहित्यकारों को अर्पित किया गया ।
शाला की बाल प्रतिभाओं ने संगीत की प्रस्तुतियां दी जिन्हें अर्णव कलश एसोसिएशन द्वारा मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया । आर.पी.एस. निदेशक यादव ने मंचासीन अतिथियों को हरियाली का प्रतीक पौधा भेंट कर प्रकृति से छेडछाड नहीं करने का अनुरोध किया । संस्था के अध्यक्ष रमेशचन्द्र कौशिक, प्रधान सम्पादिका एवं मंच संयोजिका डॉ.अनीता भारद्वाज, संयोजक संजय कौशिक पानीपत ने संस्था की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए सभी आगंतुकों के प्रति आभार माना ।