OmExpress News / जयपुर। राजस्थान में बीजेपी के स्टार प्रचारकों के दौरे से जातीय सियासत को भी साधा जा रहा है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के अनुसार, राजस्थान में पीएम मोदी की 13, सीएम वसुंधरा राजे की 75, अमित शाह की 38 सभाएं और 15 रोड शो के अलावा अन्य बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने 222 सभाएं कीं। Rajasthan Assembly Election
बीजेपी के स्टार प्रचारक केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की हाडौती और शेखावटी में जनसभा हुई। दोनों ही जगहों पर राजपूत बहुतायत में हैं। राजनाथ सिंह के दौरे से राजपूत वोटों को साधने की कोशिश की गई। कांग्रेस की ओर से मानवेन्द्र की काट के लिये भी उनका दौरा तय किया गया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पार्टी के लिए स्टार प्रचारक की भूमिका में थे। जिन सीटों पर हिन्दू कार्ड फिट बैठ रहा था, पार्टी ने उन्हें वहां चुनाव प्रचार करने के लिए भेजा। सीमावर्ती मुस्लिम बहुल इलाकों से उनकी सभाओं की शुरुआत हुई।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का ताल्लुक धाकड़ समाज से होने के कारण हाड़ौती के धाकड़ बहुल इलाके में उनकी जनसभाएं कराई गईं। झालावाड़, कोटा जिले में भी उनकी सभाओं पर फोकस किया गया। Rajasthan Assembly Election
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव चंद्र मौर्य का ताल्लुक पिछडे वर्ग के माली समाज से होने के कारण ढूंढाड क्षेत्र में उनकी सभाएं कराई गईं। अशोक गहलोत के काउंटर में उन्हें मैदान में उतारा गया। केंद्रीय पर्यटन मंत्री डॉ महेश शर्मा अलवर, जयपुर देहात में रैली करते दिखे। पार्टी की रणनीति उन्हें ब्राह्मण बहुल बेल्ट में अधिक से अधिक जनसभाएं कराने की थी। Rajasthan Assembly Election
दिल्ली प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी राजनेता के साथ ही भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार भी हैं। जयपुर के बिहारी भाषी क्षेत्रों में उनके दौरे हुये। बीजेपी के सबसे बड़े मुस्लिम चेहरों में से एक शाहनवाज हुसैन को टोंक में चुनाव प्रचार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। वहां बीजेपी की ओर से यूनुस खान और कांग्रेस की ओर से प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट चुनाव मैदान में हैं। शाहनवाज ने टोंक में यूनुस खान के पक्ष में प्रचार कर अकलियत के बीच रंग जमाने की कोशिश की।