जयपुर । रंग-बिरंगे परिधानों में सुसज्जित ऊंट, कदमताल करते मारवाड़ी घोड़े, प्रदेश के ऐतिहासिक, सामाजिक और सांस्कृतिक वैभव को दिखाने वाली संभागवार झांकियां और मोटरसाइकल पर पुलिस के जाबॉंजों के हैरतअंगेज करतबों के साथ जनपथ पर सोमवार को आयोजित राजस्थान के स्थापना दिवस समारोह का गौरवशाली और गरिमापूर्ण आयोजन हुआ। सिंक्रनाइज्ड साउंड और लाइट शो के दौरान बिगुल की आवाज के साथ जैसे ही विधानसभा की भव्य इमारत रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगाई, उपस्थित जनसमूह ‘जय जय मेरा राजस्थान’ की धुन के साथ अपने स्वर मिलाने लगा।
राज्यपाल श्री कल्याण सिंह समारोह के मुख्य अतिथि थे और मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि पर्यटन राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णेन्द्र कौर ‘दीपा’ थीं। समारोह में जी समूह के प्रमुख डॉ. सुभाष चंद्रा, जयपुर राजघराने की श्रीमती पद्मिनी देवी एवं लेफ्टिनेंट जनरल अरुण कुमार साहनी सपत्नीक उपस्थित थे। इस अवसर पर राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, विधायक एवं विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में राजस्थान दिवस के ग्राफिक्स के साथ रंग-बिरंगे सुसज्जित ऊंट एवं घोड़ों के जुलूस के बाद राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले प्रदेश के खिलाडिय़ों ने मार्चपास्ट कर युवा शक्ति का प्रतिनिधित्व किया। महावीर पब्लिक स्कूल, बिड़ला पब्लिक स्कूल पिलानी एवं राजस्थान पुलिस के बैंड ने अपनी मधुर स्वर लहरियों के साथ मार्चपास्ट कर वातावरण को मनमोहक धुनों से सराबोर कर दिया।
प्रदेश के सातों संभागों का प्रतिनिधित्व करने वाली झांकियों को इस तरह से सजाया गया था कि ये न केवल उस संभाग में शामिल जिलों के ऐतिहासिक व सामाजिक वैभव को दिखा रही थीं, बल्कि ये सांस्कृतिक धरोहरों का भी प्रतिनिधित्व कर रही थीं। झांकियों के साथ सतरंगी परिधानों में लोक कलाकारों ने राजस्थान के कच्छी घोड़ी, गेर, चकरी, कालबेलिया आदि नृत्यों के साथ ही पड़ोसी प्रान्तों के मयूर और लट्ठमार होली जैसे नृत्यों का भी मनमोहक प्रदर्शन किया। उदयपुर संभाग की झांकी में गणगौर की सवारी को आकर्षक तरीके से निकाली गयी। जोधपुर संभाग की झांकी में ”मेक इन राजस्थान” के साथ स्वच्छता, डिजिटल राजस्थान, रोजगार, स्वावलम्बन और ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान ‘आओ साथ चलें’ गीत के साथ जब शहर के करीब सौ नन्हे-मुन्ने स्केट्स पर सवार होकर स्टंट्स करते हुए निकले, तो मौजूद जनसमूह तालियों की गडग़ड़ाहट के साथ उनका उत्साहवर्धन कर रहा था। इस अवसर पर ‘राजस्थान दिवस समारोह’ का लोगो लिखे रंग-बिरंगे गुब्बारे भी छोड़े गए। पुलिस के जाबॉंजों ने मोटरसाइकल पर आश्चर्यजनक करतबों के दौरान खड़े होकर, उल्टे बैठकर, पिरामिड बनाकर और मल्लखंभ के करतब दिखाकर एवं सिंक्रनाइज्ड तरीके से कई वाहनों को एक साथ चलाकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। मोटरसाइकल पर स्टंट दिखाने के मामले में महिला पुलिसकर्मी भी पीछे नहीं रहीं। उन्होंने भी विभिन्न प्रकार के स्टंट दिखाते हुए प्रदर्शित किया कि महिला सशक्तीकरण के मामले में देश के किसी अन्य राज्य से पीछे नहीं है।
शहर में सफाई अभियान के प्रति लोगों में चेतना जगाने के लिए जयश्री पेड़ीवाल स्कूल के विद्यार्थियों ने जोशभरा ‘सफाई एंथम’ प्रस्तुत किया। इसके बाद राजस्थान पुलिस सेंट्रल बैंड और राजपूत रेजिमेंटल सेंट्रल मिलिट्री बैंड ने ”धरती धोरा री, जय हो, वन्दे मातरम् जैसी कर्णप्रिय धुनों से देशभक्ति एवं प्रदेश के प्रति समर्पण की भावना से ओतप्रोत कर दिया।
‘मां तुझे सलाम’ गीत पर प्रिंस डांस ग्रुप की ओर से डांस की आकर्षक प्रस्तुति दी गई। इस प्रस्तुति में मशाल हाथों में लिए नर्तकों ने देशभक्ति का भाव जगाया और साथ ही क्रेन्स की मदद से एरियल स्टंट्स दिखाकर दर्शकों की वाहवाही बटोरी। कार्यक्रम का संचालन सुश्री सुकन्या बालाकृष्णन एवं श्री अभिनव चतुर्वेदी ने किया।
आदर्श स्टेडियम में सजे संस्कृति के रंग
बाड़मेर।राजस्थान दिवस के अवसर पर बाड़मेर शहर के आदर्श स्टेडियम में जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। नगर परिषद कार्यालय के आगे से जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा ने शोभायात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। शोभायात्रा स्टेशन रोड़ अंहिसा सर्किल से होते हुए आदर्श स्टेडियम पहुंच समाप्त हुई।
शोभायात्रा में राजस्थानी परंपरागत वेशभुषा में पुरूष, महिलाएं तथा बालिकाएं, लोक कलाकार, सीमा सुरक्षा बल के सजे धजे ऊंट तथा घोड़े शामिल हुए।इसके पश्चात आदर्श स्टेडियम मे सीमा सुरक्षा बल द्वारा कैमल टेटू शौ, आर्मी द्वारा पाईप बैंड शो, गैर दलों का प्रदर्शन, ढोल वादन, दादा पौता दौड़, मटका दौड़ इत्यादि रौचक प्रतियोगिताएं आकर्षक का केंद्र रहीं।
समारोह के दौरान सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी, जिला प्रमुख प्रियंका मेघवाल, कलेक्टर मधुसूदन शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक देशमुख, एडीएम ओपी विश्नोई, नगर परिषद आयुक्त धर्मपाल जाट सहित कई अधिकारी और गणमान्य लोग उपस्थित रहे। हालांकि, बाड़मेर जिला प्रशासन द्वारा राजस्थान दिवस पर आयोजित हुए कार्यक्रमों के बारे मे प्रचार प्रसार कम होने से आमजन की तादाद कम नजर आई।