robert_vadra
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वाड्रा को कोलायत में बेची जमीन का सौदा रद्द

बीकानेर। राजस्थान सरकार ने रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी को बेची गई एक जमीन पर फिर से कब्जा कर लिया है। राजस्थान सरकार ने बीकानेर के कोलायत क्षेत्र में 360 हेक्टेयर जमीन का अलॉटमेंट रद्द किया है। सूत्रों के अनुसार, इसमें से करीब 75 हेक्टेयर जमीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की एक कंपनी ने खरीदी थी। कोलायत के एसडीएम रण सिंह ने बताया, हमने जमीन की मिल्कियत के हस्तांतरण को रद्द कर दिया है क्योंकि यह गलत तरीके से प्राइवेट लोगों को अलॉट कर दी गई थी। जानकारी के मुताबिक कुछ लोगों ने फर्जी विस्थापित किसान बनकर जमीन अलॉट करा ली थी। बाद में इनमें से कुछ जमीन वाड्रा की फर्म स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी ने खरीदी थी। सिंह ने कहा कि उन्हें फिलहाल इस बात की जानकारी नहीं है कि रद्द किए गए सौदे में कुछ जमीन वाड्रा की कंपनी की है। बीकानेर कलेक्टर आरती डोगरा ने इस बारे में बात नहीं हो पाई। सूत्रों के अनुसार, वाड्रा की कंपनी स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी ने 2010 में कोलायत के गोलारी, इंदो-का-बाल और मध गांवों में 74.85 हेक्टेयर जमीन खरीदी थी। जमीन सौदे पर विवाद होने के बाद कंपनी ने बाद में यह जमीन बेच दी। जिला प्रशासन के मुताबिक, 360 हेक्टेयर जमीन 2006-07 में कुछ गांववालों को जमीन दी गई थी। इन गांववालों को गलत तरीके से सेना की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के निर्माण के दौरान विस्थापित किसान के तौर पर दिखाया गया था। सूत्रों के अनुसार, फायरिंग रेंज में विस्थापित वास्तविक किसानों को 1992 से 1996 के बीच जमीन अलॉट कर दी गई थी। गड़बड़ी का पता 2010 में चला इस गड़बड़ी का पता 2010 में ही चला था लेकिन उस समय की कांग्रेस सरकार ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया। उस समय गजनेर में और कोलायत पुलिस स्टेशन में 16 किसानों और कुछ राजस्व अधिकारियों के खिलाफ 15 एफआईआर दर्ज कराई गई थीं। एसडीएम सिंह का कहना है, हम जांच कर रहे हैं कि किसानों ने कैसे खुद को विस्थापित दिखाया और जमीन पाई।