राजस्थान कबीर यात्रा-2018
बीकानेर। लोकायन एवं राजस्थान पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में तथा आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान, नगर विकास न्यास, संत दुलाराम कुलरिया ट्रस्ट, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, श्रीसीमेन्ट, जेएमडब्ल्यू के सहयोग से छ: दिवसीय राजस्थान कबीर यात्रा-2018 के दौरान नैतिकता के शक्तिपीठ गंगाशहर में प्रात:कालीन वाणी-सत्संग सत्र का आयोजन किया गया।
राजस्थान कबीर यात्रा के निदेशक गोपाल सिंह चौहान ने बताया कि यह कार्यक्रम राजस्थान पुलिस के प्रोजेक्ट ”ताना-बाना” के तारतम्य में आयोजित किया जा रहा है। आज प्रात:काल में वाणी परम्परा और सूफी संगीत के गायक कलाकारों ने कबीर बुल्ले शाह, बाबा शेख फरीद की रचनाओंके साथ स्वयं को श्रोताओं से रू-ब-रू करवाया। प्राकृतिक वातावरण में सुबह को सत्संग खासा पसंद किया गया। श्रोताओं ने कबीर वाणी तथा सूफी कलाम के प्रति गहरी रूचि दिखायी।
आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष जैन लूणकरण छाजेड़ ने बताया कि आचार्य तुलसी समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द एवं समरसता के प्रबल पक्षधर रहे। छाजेड़ ने आचार्य तुलसी द्वारा प्रतिपादित अणुव्रत आन्दोलन के नियमों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह असम्प्रदायिक आन्दोलन है जिसमें प्रत्येक जाति, धर्म, वर्ग व उम्र के लोग जुड़ सकते हैं। नैतिकता का शक्तिपीठ पर आयोजित कबीर सत्संग सूफी म्यूजिक का कार्यक्रम में 300 कबीर यात्री व गणमान्य उपस्थित रहे। सभी को आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान की ओर से साहित्य एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। सत्संग में सकूर खान, इंदिरा खान, अब्दुल जब्बार, लतीफ खान, रफीक खान, कैराराम आदि कलाकारों ने शिरकत की। सत्संग के दौरान बड़ी संख्या में खास व आमजन ने भाग लिया। सत्संगियों ने पुस्तकालय व चित्रदीर्घा का अवलोकन किया।(PB)