जयपुर। रामगंज में शुक्रवार हो हुए तनाव के बाद जयपुर में शनिवार से इंटरनेट सेवा बंद कर देने से कारोबार पर असर पड़ा है। शहर में अधिकतर कारोबार ऑनलाइन के माध्यम से होने के कारण सभी काम बंद हैं। रविवार को भी इंटरनेट बंद होने से प्रभावित इलाकों के बैंक, अस्पताल, कैब, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, ऑनलाइन बुकिंग, ट्रैवलिंग सहित इंटरनेट सेवा से जुड़े अन्य कार्य नहीं हो सके।
रामगंज, माणक चौक और सुभाष चौक थाना क्षेत्र में जवाहरात का काम करने वाले पचास हजार से ज्यादा लोग रहते हैं। ये लोग छह सौ से ज्यादा छोटी-बड़ी गद्दियों पर काम करते हैं, लेकिन कर्फ्यू के चलते सभी काम पूरी तरह से बंद हैं और कारोबार ठप हो रहा है।
कर्फ्यू से प्रभावित इलाकों में सरकारी और निजी शिक्षण संस्थाएं बंद होने से छात्र घर से बाहर तक नहीं निकल सके हैं। कर्फ्यू के कारण रामगंज, सुभाष चौक और माणक चौक थाना इलाकों के बाजार पूरी तरह बंद पड़े हैं।
ट्यूरिज्म पर पड़ा असर
रामगंज इलाके में तनाव का असर शहर के ट्यूरिज्म पर भी पड़ा है। शहर के मुख्य पर्टयन स्थल हवामहल, सिटी पैलेस, जंतर-मंतर, सरगासूली सहित अन्य स्थलों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। स्थानीय सहित देश-विदेश से जयपुर घूमने आने वाले पर्यटक कर्फ्यू के कारण इन स्थलों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
शनिवार और रविवार को इन दिनों पर पर्यटकों की भारी भीड़ रहती है, लेकिन कर्फ्यू के कारण इन दो दिनों में एक भी पर्यटक नहीं पहुंच सका। कर्फ्यू के कारण गुलाबी नगर का पर्यटन प्रभावित हो रहा है। अगर कर्फ्यू और बढ़ाया जा जाता है तो सरकार को इनसे प्राप्त होने वाले राजस्व की हानि उठानी पड़ सकती है।
गुलाबी शहर के आराध्यदेव गोविंददेवजी मंदिर, गढ़ गणेश, नहर के गणेशजी मंदिर के अलावा शहर के अन्य प्रमुख मंदिर भी कर्फ्यू के कारण प्रभावित हो रहे हैं।
कर्फ्यू प्रभावित इलाकों के लोग दर्शन करने इन मंदिरों में नहीं पहुंच पा रहे हैं। उधर, कुछ लोग अपने आराध्य के दर्शन करने जाने के लिए वैकल्पिक मार्गों से जा रहे हैं, लेकिन उनमें भी गंतव्य तक पहुंचने और वापस घर तक लौटने में अनहोनी का भय बना रहता है। आम दिनों में इन मंदिरों में दिनभर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है, लेकिन इन दिनों कम ही श्रद्धालु पहुंच पा रहे हैं।