कुमावत कमेटी की सिफारिशों से हो रहे सभी एग्जाम

जयपुर।RAS मुख्य परीक्षा स्थगित नहीं होगी। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की है। उन्होंने परीक्षा स्थगित करने की मांग को गलत ठहराया है। साथ ही, कहा कि सभी प्रतियोगी परीक्षाएं और भर्तियां तय समय में पूरी करना राजस्थान सरकार की प्राथमिकता है। इसी के तहत आरपीएससी और राजस्थान राजस्थान कर्मचारी बोर्ड भर्ती कैलेंडर जारी कर उसके मुताबिक परीक्षाएं करवा रहा है। आरएएस मुख्य परीक्षा भी 25 और 26 फरवरी, 2022 को आरपीएससी के कैलेंडर के मुताबिक होगी।

गहलोत ने कहा सरकार ने प्रतियोगी परीक्षाएं बिना रूकावट करवाने का सुझाव देने के लिए कुमावत कमेटी बनाई थी। इसकी सिफारिशों के मुताबिक आरपीएससी भर्ती कैलेंडर के आधार पर परीक्षाएं करवा रही है। सरकार अभी तक 1 लाख युवाओं को सरकारी विभागों में पोस्टिंग दे चुकी। अलग-अलग विभागों में करीब 1 लाख से ज्यादा भर्तियों का प्रोसेस जारी है।

ज्यादातर अभ्यर्थी मानते हैं परीक्षा स्थगित करना हित में नहीं
गहलोत ने कहा कि मुख्य परीक्षा में शामिल हो रहे ज्यादातर अभ्यर्थियों का मानना है कि परीक्षा स्थगित होना उनके हित में नहीं है। परीक्षा तय समय पर हो। इससे उन पर आर्थिक और मानसिक दबाव पड़ेगा। ऐसे में कुछ अभ्यर्थियों की ओर से परीक्षा स्थगित करने की मांग गलत है।

गहलोत ने कहा कि आरएएस की भर्ती प्रक्रिया के तीन चरणों- प्री एग्जाम, मेन एग्जाम और इंटरव्यू को 1 साल में पूरा करने के लिए प्री और मेन्स एग्जाम के बीच 90 से 100 दिन का गैप रखना जरूरी है। इससे ज्यादा गैप होने से तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों पर एक्सट्रा प्रेशर पड़ता है। आरएएस मेन्स एग्जाम समय पर नहीं होने से आरपीएससी की ओर से जारी भर्ती कैलेंडर की दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं में भी देरी होने की आशंका है।

पहले ही कोर्ट केस से भर्ती प्रोसेस में हो चुकी देरी
गहलोत ने कहा- पहले भी साल 2013 से लेकर 2021 के बीच हुई आरएएस भर्ती परीक्षाओं को लेकर कोर्ट में केस दायर होने से भर्ती प्रोसेस पूरा होने में देरी हुई है। उन्होंने कहा कि आरएएस भर्ती 2021 की प्री परीक्षा 27 अक्टूबर, 2021 को हुई थी। इसका रिजल्ट 19 नवम्बर, 2021 को जारी किया गया था। ऐसे में मेन्स एग्जाम की तैयारी करने के लिए अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय मिला है। मुख्य परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों का यह कहना भी लॉजिकल नहीं है कि सिलेबस में बदलाव के कारण उन्हें तैयारी का पूरा समय नहीं मिल पाया। आरपीएससी की ओर से पहले ही स्पष्टीकरण जारी किया जा चुका है कि सिलेबस में थोड़ा सा बदलाव मौजूदा हालातों के मुताबिक किया कन्टेम्परेरी बदलाव है। नए शामिल किए गए टॉपिक पुराने सब्जेक्ट से जुड़े हुए ही हैं। परीक्षा का ज्यादातर सिलेबस वैसा ही है। इससे मेन्स एग्जाम में बैठ रहे अभ्यर्थियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।