समय, सम्पति और सन्तती का दान करो-श्रद्धा दीदी
बीकानेर। जीवन में कुछ ओर करो ना करो लेकिन तीन काम अवश्य करने चाहिएं। पहला समय का दान, दूसरा सम्पति का और तीसरा सन्तती का दान आप को मानव जीवन के समस्त ऋणों से मुक्त कर देगा। यह उद्गार व्यासपीठ पर विराजित साध्वी श्रद्धा गोपाल दीदी ने व्यक्त किए। वे महायोगी अवधूत श्री पूर्णानन्दजी महाराज की 53 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित गो, गुुरु कथा महोत्सव का वाचन कर रही थी।
उन्होंने कहा कि गोमाता की सेवा करने वालों के जीवन मेें ना अन्न की कमी रहती है और ना ही धन का प्रभाव कम होता है। श्रद्धा दीदी ने गाय के गोबर को चमत्कारी बताते हुए नाथ संप्रदाय के गुरु गोरखनाथ के जन्म की कथा का वृंतात बताते हुए कहा कि मत्सेन्द्रनाथ ने गोबर में मंत्र फूंका उससे ही गोरखनाथ पैदा हुए। समय दान की महत्ता बताते हुए कहा कि चाहे थोड़ा भी समय दो गो सेवा में जरुर लगाना चाहिए।
गाय का गोबर उठाने, उसे चारा खिलाने तथा उस पर हाथ फेरने से कई रोगों का शमन हो जाता है। कथास्थल पहुंचे शिवबाड़ी मठ के अधिष्ठाता महंत सोमगिरी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुजनों से आग्रह किया कि वे गोमाता का सम्मान करे, प्लास्टिक की थैलियों को उपयोग में ना आने पर कूड़ादान में डालें, अन्यत्र ना फैंके, आज गोमाता की जो दुर्दशा हो रही है उसके जिम्मेदार हम हैं।
हमने अनजाने में बहुत पापकर्म कर लिए हैं, अब उनसे मुक्त होने के लिए हमें गाय की शरण में जाना ही होगा। आयोजन से जुड़े गौरीशंकर सारड़ा ने बताया कि कथा से पूर्व गोमाता की पूजा अर्चना की गई तथा श्री रुद्र महायज्ञ में आहूति दी गई। रात्रि में गायक कलाकार पुखराज शर्मा ने भजनों की प्रस्तुति से उपस्थितजनों को आनंदित किया।