जयपुर । मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि राजस्थान को जल स्वावलम्बी बनाना हमारा सपना है। इस सपने को पूरा करने के लिए राज्य सरकार 26 जनवरी से जल स्वावलम्बन अभियान चलाने जा रही है जिसमें पहले चरण में 3 से 4 हजार गांवों में मिशन मोड पर वाॅटरशेड के कार्य किये जायेंगे। उन्होंने सिविल सोसायटी, जन प्रतिनिधियों, विभिन्न संगठनों एवं काॅर्पोरेट जगत से आगे आकर राजस्थान को जल स्वावलम्बी बनाने की दिशा में सहयोग का आह्वान किया।
श्रीमती राजे मंगलवार को काॅर्पाेरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) गतिविधियों में भागीदारी पर आयोजित काॅन्फ्रेस को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि उद्योग जगत सरकार के कार्यक्रमों में भागीदार बनकर प्रदेश के विकास में सहयोग करे। काॅर्पोरेट जगत सरकारी कार्यक्रमों पर आधारित सीएसआर गतिविधियां चलाने के स्थान पर नवाचारों पर आधारित ऐसे कार्यक्रम चलाएं जिनका लाभ युवाओं, समाज के कमजोर वर्गों एवं महिलाओं को मिल सके। सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मिल वितरण में काॅर्पोरेट की भागीदारी को उन्होंने प्रशंसनीय कदम बताया।
मुख्यमंत्री ने सीएसआर के तहत महिला सशक्तीकरण की दिशा में हिन्दुस्तान जिंक द्वारा चलाए जा रहे ‘सखी‘ कार्यक्रम, गोडावण संरक्षण के लिए यस बैंक द्वारा किए जा रहे प्रयासों, पिरामल फाउण्डेशन द्वारा चलाए जा रहे ‘सर्वजल अभियान‘ तथा केयर्न इण्डिया एवं चम्बल फर्टिलाइजर्स द्वारा स्किल डवलपमेंट के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हम सभी के मिलकर किए गए प्रयास लोगों के जीवन में काफी परिवर्तन ला सकते हैं।
श्रीमती राजे ने कहा कि यह अच्छी बात है कि काॅर्पोरेट जगत के लोग अपने कार्य क्षेत्र में सीएसआर के तहत ऐसे कार्यक्रम संचालित कर रहे हैं जिसका लोगों को फायदा हो रहा है। उन्होंने पेयजल के साथ कृषि एवं पशुपालन, सीवरेज ट्रीटमेंट, कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने, हवेलियों एवं विरासत के संरक्षण तथा स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रदेश को स्वच्छ रखने की दिशा में प्रयास करने पर जोर देते हुए काॅर्पोरेट जगत को इसमें सहयोग के लिए आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार एवं काॅर्पोरेट जगत मिलकर विभिन्न क्षेत्रों में सीएसआर गतिविधियों के तहत कार्यक्रम चलाएं तो काफी बदलाव आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का सीएसआर पोर्टल शुरू हो गया है। विभिन्न सीएसआर गतिविधियों की जानकारी राज्य सरकार के पोर्टल पर डाली जाए ताकि शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तीकरण, लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने एवं युवाओं में कौशल विकास सहित विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे कार्यों के बारे में सभी को पता चल सके।
बैठक में उद्योग मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने काॅर्पोरेट जगत का आह्वान किया कि खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में आगे आएं। उन्होंने कहा कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत विभिन्न जिलों में स्थित खेल स्टेडियम विकसित किए जा सकते हैं।
बैठक के दौरान आयोजित खुले सत्र में काॅर्पोरेट सेक्टर के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के साथ विचारों का आदान-प्रदान किया और कई महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए। काॅर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत विभिन्न काॅर्पोरेट कम्पनियों द्वारा चलाई जा रही गतिविधियों के बारे में प्रस्तुतीकरण भी दिए गए। बैठक में राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्य, मुख्य सचिव श्री सीएस राजन, विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं सचिव तथा काॅर्पोरेट सेक्टर की विभिन्न कम्पनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने हिन्दुस्तान जिंक के ‘सखी‘ कार्यक्रम के तहत उदयपुर, चित्तौड़गढ़ व भीलवाड़ा जिलों की ग्रामीण महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पाद मोमबत्ती, बाॅस्केट, मसाले आदि का अवलोकन किया एवं महिला सशक्तीकरण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।