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पेट्रोल-डीजल के दामों में की गई वृद्धि से सभी वर्गों पर पड़ेगी महंगाई की मार : बलवान सुहाग

OmExpress News / Rohtak / जननायक जनता पार्टी के पदाधिकारियों की एक अहम बैठक आज स्थानीय बस स्टैंड स्थित पार्टी कार्यालय में जिलाध्यक्ष बलवान सुहाग की अध्यक्षता में हुई। जिसमें मुख्य एजेंडा भाजपा सरकार की विफलताओं को लेकर 10 जुलाई को सहकारिता मंत्री के निवास पर जोरदार विरोध प्रदर्शन करने का रहा। Rohtak Hindi News

जिलाध्यक्ष बलवान सुहाग ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल के दामों में सेस के नाम पर की गई बढ़ोतरी से सभी वर्गों पर महंगाई की मार पड़ेगी। इससे हर क्षेत्र में महंगाई बढ़ जाएगी तथा किसानों पर और अधिक आर्थिक मार पड़ेगी।

इसके अलावा बिजली-पानी की कमी, बढ़ती बेरोजगारी, बिगड़ती कानून व्यवस्था आदि ऐसे मुद्दे हैं, जिनसे हर वर्ग बुरी तरह परेशान है। वहीं हरियाणा के युवाओं को प्राईवेट कंपनियों के रोजगार में 75 प्रतिशत आरक्षण कोटा देने। किसानों के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करना मुख्य मुद्दे रहेंगे।

जिलाध्यक्ष बलवान सुहाग ने विरोध प्रदर्शन को लेकर कार्यकर्त्ताओं की जिम्मेदारियां सुनिश्चित की तथा कहा कि इस विरोध प्रदर्शन के जरिए गूंगी-बहरी सरकार को जगाने का काम किया जाएगा।

बैठक को संबोधित करते हुए नवनियुक्त युवा प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्ण घनघस ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी से हालात खराब हैं। लाखों रुपए खर्च कर उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले युवा घर बैठे हैं। रोजगार न मिलने से वे अपराध की ओर अग्रसर हो रहे हैं, जोकि पूरी तरह से सरकार की असफलता को दर्शाता है। Rohtak Hindi News

इसके अलावा सरकार ने उच्च शिक्षा को महंगा कर लाखों छात्रों की पढ़ाई छुड़वाने का काम किया है। उनका कहना था कि स्कूल-कॉलेजों की दयनीय हालत भी किसी से छुपी नहीं हुई है। भाजपा सरकार ने पिछले पांच वर्षों में सुधार के लिए कोई कार्य नहीं किए। न तो पूरे प्रदेश में एक भी विद्यालय बना तथा न ही किसी कॉलेज का निर्माण हो सका। जिस कारण शिक्षा क्षेत्र बदहाल हो गया है। इन्हीं सब बातों को लेकर युवा आंदोलन की ओर अग्रसर होगा।

बैठक में मुख्य रूप से रविन्द्र सांगवान, सतबीर जांगड़ा, हरज्ञान ठेकेदार, राजेश सैनी, संदीप हुड्डा, संजय बल्हारा, प्रदीप देशवाल, प्रीत सिंह, सुनील खत्री, आतिश अहलावत बलंभ, राजीव सुनेजा, सतपाल मलिक, जगदेव राणा, हरकिशन खासा, राजेश गुलिया, सत्यवान हिमांयुपुर, अजय, पुलकित, कृष्ण घनघस, फूल राणा, सुरेन्द्र बल्हारा, राजन बोहत, बनी सिंह, राजेश राठी आदि सहित सैंकड़ों पदाधिकारी मौजूद रहे।

आम आदमी के लिए बेकार बजट

आम आदमी पार्टी हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष पंड़ित नवीन जयहिन्द ने मोदी सरकार के बजट को बेकार बजट करार देते हुए इसे महंगाई बढ़ाने वाला बजट बताया है। उन्होंने जारी एक बयान में कहा कि जनता के लिए धरातल पर मिलने वाली सुविधाओं के लिए कुछ नहीं है। सिर्फ स्कीमों के नाम बदल दिए गए हैं।

उनका कहना था कि पैट्रोल-डीजल पर सेस थोप कर और अधिक महंगा कर दिया। इससे महिलाओं को अपनी रसोई चलानी भारी पड़ेगी। पिछले बजट की घोषणाएं ठंडे बसते में पड़ी है। शिक्षा-स्वास्थ्य, रोजगार का सिर्फ जिक्र किया गया जमीनी स्तर पर सुधार के लिए इस बजट में कुछ नही है। अस्पतालों में डॉक्टरों व दवाइयों की कमी है। Rohtak Hindi News

पंड़ित नवीन जयहिन्द ने कहा कि नव आयुष्मान भारत योजना फाइलों में दम तोड़ रही है। युवाओं को रोजगार के नाम पर एक बार फिर जुमला थमा दिया गया है। महिला सुरक्षा को लेकर सिर्फ आंकड़े हैं। कानून-व्यवस्था की खुद भाजपा वाले धज्जियां उड़ा रहे हैं। खेलो इण्डिया के नाम पर खिलाडियों के भविष्य के साथ भाजपा सरकार खेल रही है। हरियाणा में तो खिलाड़ियों की ईनामी राशि तक काट ली गई और न उन्हें सम्मान दिया जा रहा है।

प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि मनेठी एम्स के नाम पर हरियाणावासियों के साथ धोखा किया गया, हरियाणा में कितने ही सरकारी स्कूल बंद हो गए हैं। किसानों के साथ समर्थन मूल्य में मामूली बढ़त कर उनके खून-पसीने की कमाई का मजाक बनाया जा रहा है। स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट आज तक ठंडे बसते में पड़ी है। हरियाणा के लिए बजट में ठेंगा है।

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केंद्रीय भाजपा सरकार के बजट को दुष्यंत चौटाला ने बताया हर वर्ग के लिए निराशाजनक

जननायक जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला ने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए बजट को गरीब, किसान, मजदूर, युवा समेत तमाम वर्ग के लिए निराशाजनक बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को लोकसभा चुनाव में जनता ने भारी बहुमत के साथ एक बार फिर से सत्ता की कुर्सी सौंपी थी लेकिन मोदी सरकार ने सबके हितों का ध्यान न रखते हुए इस बजट के जरिए केवल महंगाई की मार जनता पर मारी है।

उन्होंने कहा कि इस बजट के नकारात्मक संकेत उसी समय सामने आ गए थे, जब वित्त मंती निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में बजट पेश करते ही शेयर बाजार में भारी गिरावट आई। उनका कहना था कि एकदम से 400 अंक के करीब सेन्सेक्स के लुढ़कने से ये साबित होता है कि ये बजट उद्योगपतियों के लिए कितना नुकसानदायक रहा है। अनेक उद्योगों पर ज्यादा टैक्स लगाने से सीधे-सीधे उद्योगपतियों पर अतिरिक्त टैक्स की मार पड़ेगी और जिसकी वजह से आगामी समय में उद्योगों पर खासा नकरात्मक असर पड़ेगा।

पूर्व सांसद ने कहा कि इस बजट के जरिए भाजपा सरकार युवाओं के लिए एक भी नई योजना नहीं लेकर आई है। उन्होंने कहा कि एक तो सरकार ने रोजगार के आंकड़े नहीं बताए और ऊपर से बड़े उद्योगों पर टैक्स बढ़ाने से निजी क्षेत्र में रोजगार को कम कर दिया। जैसे बैंक से साल में एक करोड़ से ज्यादा निकालने पर दो प्रतिशत टैक्स लगा दिया गया है।

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस बजट में किसानों के लिए भी कुछ खास नहीं था। उन्होंने कहा कि कृषि के लिए भाजपा सरकार ने अलग से बजट लाने का वादा किया गया था लेकिन नई वित्तमंत्री ने इसे गैरजरूरी बताते हुए इन्कार कर दिया। भाजपा सरकार की नीति और नियत साफ-साफ ये दर्शाती है कि वो केवल बातों से ही किसानों की आय दोगुनी करना चाहते हैं, न कि धरातल पर इसे उतारने के लिए किसानों का अलग से बजट पेश करना उचित समझा।

जेजेपी नेता ने कहा कि आम लोगों पर भी इस बजट की मार भाजपा सरकार ने मारी है। पैट्रोल-डीजल पर 2-2 रुपए सेस लगाने से तुरंत तेल की कीमतों में उछाल आया है, जिससे हर वर्ग के लोगों की जेब से वित्त मंत्री ने पैसा निकालाने का काम किया है। इसके अलावा सोना समेत कई अन्य वस्तुएं भी महंगी की है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को आम जनता को राहत देते हुए महंगाई पर कंट्रोल करना था लेकिन वस्तुओं की कीमत बढ़ा उलटा जनता पर ही महंगाई का अतिरिक्त बोझ डाल दिया। Rohtak Hindi News

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस बजट से भाजपा ने देश को कर्जवान करते हुए हर भारतीय पर 28 हजार रूपये का कर्ज बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पांच साल में 37.5 लाख करोड़ रुपये विदेशी कर्ज लिया जबकि इससे पहले कुल 55 लाख करोड़ ही था।

दुष्यंत चौटाला ने तंज कसते हुए कहा कि हरियाणा की जनता ने सभी दस सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिए लेकिन बजट में कहीं भी राज्य का नाम तक नहीं लिया गया और न ही प्रदेश के लिए किसी प्रोजेक्ट का ऐलान किया गया। उन्होंने कहा कि पहले से घोषित प्रोजेक्ट्स पर भी सरकार ने चुप्पी साधी रखी और उल्टा जो प्रोजेक्ट हरियाणा के लिए ऐलान हुआ था, वो मनेठी एम्स भी रद्द हो चुका है।

पूर्व सांसद ने कहा कि मोदी के नाम पर भाजपा ने हरियाणा के लोगों को केंद्र के पास गिरवी रखवा दिया है, अब ना कोई आवाज उठाने वाला बचा और ना काम करवाने वाला।

रोहतक गैंगरेप केस में 7 दोषियों को हुई फांसी की सजा पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक

दिल्ली में हुआ ‘निर्भया’ जैसा गैंगरेप केस हरियाणा के रोहतक में भी हुआ था, एक नेपाली युवती के साथ। सात आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। रोहतक में नेपाली युवती के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले के सात दोषियों को स्थानीय अदालत ने फांसी की सजा सुनाई गई थी। इस सजा पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है और साथ ही हरियाणा सरकार को नोटिस भी भेजा दिया।

चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय पीठ ने हाईकोर्ट के आदेश के चुनौती देने वाली दोषियों की याचिका पर सुनवाई करने का निर्णय लेते हुए हरियाणा सरकार को जवाब दाखिल करने के लिए कहा है।

मामले में निचली अदालत ने इन सभी सात दोषियों पदम, पवन, सरवर, मानवीर, राजेश, सुनील और सुनील उर्फ शीला को फांसी की सजा सुनाई थी। निचली अदालत के फैसले पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने भी मुहर लगा दी थी। हाईकोर्ट ने इस अपराध को क्रूरता की परकाष्ठा बताया था लेकिन दोषियों ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा पर रोक लगा दी।

वहीं सुप्रीम कोर्ट द्वारा सातों दोषियों की फांसी की सजा पर अंतरिम रोक लगाए जाने से मृतका की बहन आहत है। उसका कहना है कि मेरे व परिवार के जख्म तभी भरेंगे, जब दोषियों को उनके कृत्य की सजा मिलेगी। सरकार को मजबूती से सुप्रीम कोर्ट में उनका पक्ष रखना चाहिए, ताकि सेशन कोर्ट के बाद हाईकोर्ट द्वारा दोषी करार दिए गए सात लोगों को फांसी की सजा मिल सके। मेरी बहन की आत्मा को शांति भी तभी मिलेगी।

सुप्रीम कोर्ट ने वीरवार को बचाव पक्ष की अर्जी सुनवाई के लिए मंजूर कर ली। साथ ही अगले आदेशों तक सातों युवकों की फांसी की सजा पर अंतरिम रोक लगा दी।

एडवोकेट जेके गक्खड़, बचाव पक्ष

ये था मामला :नेपाली मूल की 28 वर्षीय मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला अपनी बहन के पास रोहतक आई हुई थी। 1 फरवरी 2015 को नेपाली युवती घर से गायब हुई। 4 फरवरी को नग्न अवस्था में उसका शव मिला। उसके साथ गैंगरेप हुआ था। यह घटना इतनी वीभत्स थी कि इसकी गूंज देश भर में सुनी गई। सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद उसके शरीर को जलाने की कोशिश की गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया कि महिला के शरीर के कई अंग दुराचार के बाद निकाल दिए गए थे।

मामले में एक नाबालिग समेत 9 लोगों पर रेप और हत्या के आरोप लगे थे। पुलिस ने मामले में गहराई से जांच की और जहां शव मिला था, उसके आसपास के एरिया में पूछताछ की तो पता चला कि युवती को देर शाम गद्दी खेड़ी गांव के अड्डे के आसपास देखा गया था। इसके बाद पुलिस ने गद्दी खेड़ी गांव के ही सात आरोपी युवकों को काबू कर लिया लेकिन आठवें आरोपी सोमबीर ने गिरफ्तारी से पहले ही दिल्ली में सुसाइड कर लिया।

नौवां आरोपी नेपाली मूल का ही था, नाबालिग था। 2018 में उसे तीन साल की सजा सुनाते हुए बाल सुधार गृह भेजा गया था। अन्य सात आरोपियों गद्दी खेड़ी गांव निवासी पवन, प्रमोद उर्फ पदम, सरवर उर्फ बिल्लू, मनबीर उर्फ मन्नी, सुनील उर्फ मिढ़ा, सुनील उर्फ शीला और राजेश उर्फ घुचडू को 21 दिसंबर 2015 को फास्ट ट्रैक कोर्ट की महिला जज ने फांसी की सजा सुनाई थी। मामले सामने आने के बाद देश भर में विरोध प्रदर्शन का दौर भी चला था।

मामले में पुलिस ने 21 जुलाई 2015 को चार्जशीट पेश की थी। 3 सितंबर 2015 को सप्लीमेंटरी चालान पेश किया था। 15 अक्तूबर को पहली गवाही हुई। लगातार 9 दिनों तक गवाहियों का दौर चला। 30 नवंबर 2015 को गवाही पूरी हुई। 1 से 7 दिसंबर तक आरोपियों के बयान दर्ज किए गए।

अलग-अलग धाराओं के तहत ऐसे सुनाई गई थी सजा

आईपीसी की धारा 302- 120 बी (हत्या), (साजिश में शामिल)——-फांसी—-50 हजार रुपये (जुर्माना न भरने पर दो महीने की अतिरिक्त कैद) सभी दोषियों को
376डी 120 बी (गैंगरेप) (साजिश में शामिल)—-आजीवन कारावास—50 हजार रुपये जुमार्ना (जुर्माना न भरने पर दो महीने की अतिरिक्त कैद) सभी दोषियों को
366 व 120 बी (अपहरण) (साजिश में शामिल)—-दस साल की कैद—-20 हजार रुपये जुर्माना (जुर्माना न भरने पर दो महीने की अतिरिक्त कैद) सभी दोषियों को
201 व 120 बी (सबूत खुर्द-बुर्द करना) (साजिश में शामिल)—7 साल कैद—20 हजार रुपये जुर्माना (जुर्माना न भरने पर दो महीने की अतिरिक्त कैद) सभी दोषियों को

इसके अलावा कोर्ट ने आईपीसी की धारा 377 (अप्राकृतिक यौन संबंध) में दोषी राजेश उर्फ घूचडु को आजीवन कारावास और 50 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। जुर्माना न भरने पर दोषी को दो महीने की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। बता दें कि पुलिस चालान में शामिल अन्य धाराओं के अलावा कोर्ट ने राजेश उर्फ घुचडू को आईपीसी की धारा 377 में दोषी करार दिया था।
सातों दोषियों में कोई बेरोजगार तो कोई फैक्टरी में मजूदर

मामले में दोषी करार दिए गए सातों युवक गद्दी खेड़ी गांव के हैं। राजेश उर्फ घुचड़ू बेरोजगार है और गांव में घूमता रहता था। सुनील उर्फ शीले अपनी कोल्ड ड्रिंक की दुकान पर काम करता था। सरवर उर्फ बिल्लू लकड़ी का काम करता था। सुनील उर्फ माड़ा गांव में ही शराब के ठेके चलाता था। पवन किसी फैक्टरी में काम करता था। प्रमोद उर्फ पदम गांव के पूर्व सरपंच का बेटा है और खेती करता था। सोमबीर एक निजी फैक्टरी में काम करता था।

जज ने की थी भावुक टिप्पणी

21 दिसंबर को सजा सुनाते हुए जज सीमा सिंहल ने कहा था कि लोग महिला को कमजोर समझते हैं। मैं इंसान होने के साथ-साथ एक महिला भी हूं। महिला होने के नाते उनका दर्द समझती हूं। मुझे न्यायिक अधिकारी होने के नाते जिम्मेदारी मिली है। मैं महिलाओं की रोने और चिल्लाने की आवाज सुन सकती हूं, जिन पर जुर्म हुए।

आज हमारी सभ्यता तो आगे बढ़ गई है लेकिन हम दिमागी रूप से बहुत पीछे हैं। देश में लैंगिक पूर्वाग्रह हैं। थोड़ा नहीं बहुत ज्यादा। कुछ पुरुष समझते हैं दुष्कर्म और जघन्य जुर्म करके महिलाओं को दबाया जा सकता है। अदालत समाज को एक संदेश देना चाहती है कि महिलाएं कमजोर नहीं हैं। महिलाएं दबने और झुकने से साफ इंकार करती हैं।

वह दामिनी या निर्भया बनने से इंकार करती हैं। उन्हें अपनी पहचान और निजता पर अभिमान है। वह किसी भी कीमत पर इसे छोड़ने को तैयार नहीं है। शर्मिंदगी तो उन पुरुषों को करनी चाहिए, जो ऐसा घिनौना कृत्य करते हैं। जैसा पीड़िता के साथ हुआ। ऐसे कृत्य से महिला के शरीर ही नहीं, बल्कि आत्मा पर भी घाव होते हैं।

कोर्ट पीड़िता के शरीर के घाव तो नहीं भर सकती लेकिन फैसले से उसकी आत्मा के घाव मिटाने का प्रयास किया गया है। साथ ही यह बताने की कोशिश की गई है कि आज महिलाएं बेबस नहीं हैं। भविष्य में भी ऐसे दोषियों से अदालत सख्ती से निपटेगी। यह घटना समाज के लिए शर्मनाक है। अपने इस फैसले से मैंने समाज में एक संदेश देने का प्रयास किया है। मैंने अपने कैरियर में पहली बार फांसी की सजा सुनाई है। इतना कहते ही उन्होंने कलम तोड़ दी।

13 जुलाई को न्यायालय परिसर में आयोजित होगी राष्ट्रीय लोक अदालत

मुख्य न्यायिक मैजिस्ट्रेट एवं जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिव खत्री सौरभ ने पक्षकारों का आह्वान किया है कि वे 13 जुलाई को न्यायालय परिसर में आयोजित होनेे वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में पहुंच कर अपने मामलों का निपटारा करवाए। वे सौरभ आज एडीआर के सभागार में राष्ट्रीय लोग अदालत को लेकर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि लोक अदालत सर्वोच्च न्यायालय द्वारा चलाई गई एक मुहिम है। इसका मकसद न्यायालयों में लम्बित मामलों की संख्या को तेजी से कम करना है। अब तक लोक अदालतों के माध्यम से 5 करोड़ 64 लाख 40 हजार मामलों का निपटारा किया जा चुका है। श्री खत्री सौरभ ने कहा कि अदालत में कोई भी मामला लम्बित है तो उसे राष्ट्रीय लोक अदालत के समक्ष रखकर उसका निपटारा करवाया जा सकता है।

श्री खत्री सौरभ ने कहा कि लोक अदालत एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां पर जज स्वंय नीचे आकर पक्षकारों से बातचीत करके मध्यस्थ की भूमिका निभाकर दोनों की सहमति से विवादों का निपटारा करवाता है। खास बात यह है कि लोक अदालत में निपटाए गए मामलों की अपील किसी भी स्तर पर नहीं की जा सकती और इसे अदालत का अन्तिम निर्णय माना जाता है।

पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि लोक अदालत में दीवानी व फौजदारी दोनों तरह के मामले रख जाते है। फौजदारी में छोटे मामलों का निपटारा लोक अदालत में किया जाता है जबकि दीवानी श्रेणी में सभी मामले लोक अदालत में निपटाए जा सकते है।
लोक अदालत के लाभ का जिक्र करते हुए खत्री सौरभ ने कहा कि लोक अदालत में मामला निपटाने के लिए न तो वकील की फीस लगती है और न ही कोर्ट फीस का खर्च होता है। पुराने मुकदमें की कोर्ट फीस वापिस हो जाती है। चूंकि मामला बातचीत के माध्यम से निपटाया जाता है, इसलिए किसी भी पक्ष को सजा नहीं होती। लोक अदालत में हाथों-हाथ विवाद का निपटारा होता है तथा मुआवजा अथवा हर्जाना तुरन्त मिल जाता है।

खत्री सौरभ ने बताया कि 13 जुलाई को न्यायालय परिसर में आयोजित की जाने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए छ: बैंच स्थापित की गई है। उन्होंने कहा कि पहली बैंच जिला सत्र न्यायाधीश श्री एएस नारंग की होगी, जिसमें दुर्घटना बीमा के मामलों का निपटारा किया जाएगा।

दूसरी बैंच अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जसबीर सिंह की होगी, इसमें भी बीमा से संबंधित मामलो रखे जाएंगे। प्रिंसिपल जज नरेन्द्र कौर के बैंच में पारिवारिक विवादों का निपटारा होगा। उपरोक्त के अलावा राष्टï्रीय लोक अदालत के लिए मुख्य न्यायिक मैजिस्ट्रेट श्री आशीष कुमार शर्मा, सिविल जज (जूनियर डिवीजन) भारत व सिविल जज (जूनियर डिवीजन) मानसी गौड़ की बैंच स्थापित की गई

जजपा के संगठन में विस्तार, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ में महत्वपूर्ण नियुक्तियां

जननायक जनता पार्टी ने अपने बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ का विस्तार करते हुए हलका स्तर पर कई महत्वपूर्ण नियुक्तियां की हैं। जजपा के बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रभारी मांगे राम ढुल व प्रदेशाध्यक्ष जगदीश कादियान ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की सलाह के बाद 64 हलका प्रधानों की सूची जारी हैं।

इस प्रकोष्ठ के प्रभारी मांगे राम ढुल ने बताया कि हिसार हलके में उमेद सिंह वेदवाल, हांसी में रणधीर सिंह सिहाग, आदमपुर में भरत सिंह, उकलाना में रणवीर सिंह चाहर, नलवा में रणधीर सिंह, बरवाला में उपेंद्र बूरा, नारनौंद में सुभाष बेरवाल हलका प्रधान होंगे।


वहीं महेंद्रगढ़ में एडवोकेट अशोक कुमार यादव, अटेली में पवन यादव, नांगल चौधरी में महाबीर सिंह गुर्जर, नारनौल में चेतन शर्मा, पानीपत शहर में मधुर कटारिया, पानीपत ग्रामीण में सुभाष मलिक, समालखा में देशबंधु, इसराना में सुनील देसवाल को बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ में हलका प्रधान के पद पर नियुक्त किया है।

इसी क्रम में झज्जर में जय सिंह, बहादुरगढ़ में वेद सिंह रोहिल्ला, बादली में प्रवीन कुमार, बेरी में मास्टर सतबीर, रेवाड़ी में ईश्वर सिंह, कोसली में यशवीर सिंह यादव, बावल में राजेश कुमार, कैथल में डॉ. बीरबल दलाल, कलायत में कपिल शर्मा, पूंडरी में अनील भाना, गुहला चीका में जगदीश हांडा हलका प्रधान की कमान संभालेंगे।

बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश कादियान ने बताया कि दादरी में प्रताप सिंह सांगवान, बाढड़ा में विजय कुमार, गुरुग्राम में चेतन प्रकाश गर्ग, पटौदी में राजकुमार राठी, बादशाहपुर में राजबीर खिलोहर, जींद में राम दिया नंबरदार, नरवाना में ईश्वर सिंह नैन, जुलाना में राममूर्ति, सफीदों में मोती लाल शर्मा, उचाना में सतीश थुआ हलका प्रधान होंगे।

उन्होंने बताया कि यमुनानगर में चंद्र मोहन, जगाधरी में तारा चंद, रादौर में रविंद्र कुमार, साढौरा में धर्मपाल सिंह, शाहबाद में गुरनाम सिंह, लाडवा में अश्वनी कुमार, थानेसर में रूपचंद, पिहोवा में कंवल छाबड़ा, करनाल में विक्रम सिंह, इंद्री में एटवोकेट सम्राट कश्यप, नीलोखेड़ी में गुरनाम सिंह थिंड, घरौंडा में धर्म सिंह, असंध में भूप सिंह, सोनीपत में राजिंद्र दहिया, गन्नौर में शीव नारायण गौर, राई में मामन, खरखौदा में मास्टर विरेंद्र, गोहाना में रणवीर, बरोदा में मुकेश लठवाल को बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ में हलका प्रधान के पद पर नियुक्त किया है।

इनके अलावा बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ में हलका प्रधानों की नियुक्तियों की सूची में रोहतक में एडवोकेट अजय इंदोरा, महम में एडवोकट रोहताश राठी, गढ़ी सांपला किलोई में सुखबीर सिंह उर्फ लीला, नूंह में हाफिज, फिरोजपुर झिरका में डॉ. हसन, पुन्हाना में मोहम्मद खां, अंबाला कैंट में डॉ. सजीव कौशिक, मुलाना में मनोज चौहान और नारायणगढ़ में प्रदीप कुमार गुर्जर के नाम भी शामिल है

ऑल हरियाणा एससी इम्पलाईज फैडरेशन की बैठक

हर्षित सैनी /  ऑल हरियाणा एस.सी. इम्पलाईज फैडरेशन की एक महत्वपूर्ण बैठक स्थानीय आर्य नगर स्थित गुरू रविदास हॉस्टल में डॉ. दिनेश निम्बडिय़ा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में विभिन्न अनुसूचित जाति के संगठनों के पदाधिकारियों ने भी भाग लिया। मंच संचालन फैडरेशन के महासचिव खजान सिंह बड़बड़ ने किया।

बैठक को संबोधित करते हुए डॉ. दिनेश निम्बडिय़ा ने हरियाणा सरकार से मांग की कि 4 मई, 2018 के पत्र के अनुसार अनुसूचित जाति का पदोन्नति का जो बैकलॉग है, उसे तुरन्त पूरा करे। अनुसूचित जाति का पदोन्नति का बैकलॉग 17 जून, 1995 से पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने हरियाणा सरकार से प्रदेश में हो रही दलित समाज के साथ उत्पीडन की घटनाओं को तुरन्त रोक लगाने और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाने की मांग की।

फैडरेशन के महासचिव खजान सिंह बडबड ने हरियाणा सरकार से अनुसूचित जाति का संवैधानिक प्रतिनिधित्व पूरा करने और हरियाणा सरकार से 15-11-2018 की अधिसूचना लागू करते हुए रोस्टर सिस्टम को लागू करने की मांग की। उपप्रधान संतराम सिंधु ने कहा कि सभी प्रकार की कच्ची व पक्की भर्तियों में आरक्षण व्यवस्था को लागू किया जाए क्योंकि आऊटसोर्सिंग पोलिसी के तहत आरक्षण व्यवस्था आज तक लागू नहीं है। जिससे अनुसूचित जाति में बेरोजगारी की समस्या ज्यादा है।

हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ के जिला प्रधान धर्म सिंह रंगा ने एडिड स्कूल गेस्ट टीचर्स आदि में आरक्षण की व्यवस्था नहीं थी। उस अनुपात के हिसाब से एससी के पदों को भरने की मांग की।

फैडरेशन के पीजीआईएमएस प्रधान अशोक कांगड़ा व वीरेन्द्र रंगा ने सरकार से मांग की कि सफाई कर्मचारियों को समय पर सुरक्षा किट उपलब्ध करवाई जाये और जो सीवर दुर्घटना घटी है, उस पर गहरा रोष प्रकट किया।

बैठक में मुख्य रूप से सुनील दहिया, देवेन्द्र कटारिया, राजेन्द्र सिरोहीवाल, ललित कुमार, सतीश कुमार, आनंद कुमार, नरेश कुमार, फूल कुमार, जगदीश, जयपाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

पीजीआईएमएस के कुलपति डॉ. ओ.पी. कालरा ने विश्व रक्तदाता दिवस-2019 पर बसन्त लाल गिरधर को किया सम्मानित

हर्षित सैनी / इम्यूनोहीमेटोलोजी एवं रक्तसंचार विभाग, पीजीआईएमएस व हरियाणा ब्लड ट्रांसफ्यूजन काऊंसिल पंचकुला के संयुक्त तत्वावधान में विश्व रक्तदाता दिवस-2019 के अवसर पर आज पीजीआईएमएस परिसर में एक रक्तदाता सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि पं. भगवत दयाल शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साईंस के कुलपति डॉ. ओ.पी. कालरा रहे जबकि विशिष्ट अतिथि के तौर पर रजिस्ट्रार एच.के. अग्रवाल, निदेशक रोहतास यादव, मेडिकल सुपरिडेंट एम.जी. वशिष्ठ मौजूद रहे।

इस अवसर पर कुलपति ओ.पी. कालरा ने कहा कि रक्तदान करवाने में सामाजिक संस्थाओं का बहुत बड़ा योगदान है। सामाजिक संगठनों ने रक्तदान को एक मिशन की शक्ल दे दी है, जिससे अब रक्त की कमी को जल्द पूरा कर लिया जाता है। इन संगठनों द्वारा लगातार रक्तदान शिविर लगाने से लाखों मरीजों के जीवन की रक्षा होती है, जिसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पीजीआईएमएस में अंगों की भी जरूरत रहती है। इसलिए रक्तदान के साथ-साथ अंगदान करवाने की भी मुहिम चलाई जाये तो लोगों को अधिक फायदा होगा। इस अवसर पर उन्होंने जन सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष समाजसेवी बसन्त लाल गिरधर को विशेष रूप से सम्मानित किया।

ज्ञातव्य रहे कि बसन्त लाल गिरधर ने लोगों में रक्तदान के प्रति जुनून पैदा कर रहे हैं। अभी तक उनकी समिति 119 रक्तदान शिविर लगाकर हजारों यूनिट रक्त एकत्रित कर मरीजों की जान बचा चुकी हैं। बसन्त लाल गिरधर को महम क्षेत्र में रक्तदाता शिविरों का जनक भी कहा जाता है।

समारोह में रैडक्रास के सचिव देवेन्द्र चहल, ब्लड बैंक विभागाध्यक्ष डॉ. गजेन्द्र व बिमला राठी, बाबा कर्णपुरी महाराज मौजूद रहे।