बीकानेर । गांधी पार्क के बाहर मंगलवार प्रातः सैकड़ों की संख्या में एकत्र बालकों, युवाओं तथा बुजुर्गों के चेहरों पर हर्षोल्लास उमड़ रहा था। उन्होंने ‘जय जय राजस्थान’ लिखे बैनर हाथों में उठा रखे थे। अवसर था राजस्थान दिवस समारोह के कार्यक्रमों की श्रंखला के तहत आयोजित ‘रन फॉर राजस्थान’ दौड़ का।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) राजेश कुमार चौहान ने ‘रन फॉर राजस्थान’ दौड़ को हरी झण्डी दिखाकर विधिवत रूप से रवाना किया। इस अवसर पर चौहान ने कहा कि राजस्थान दिवस के तहत आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों को पूर्ण गरिमा व उत्साह के साथ मनाया जाए।
गांधी पार्क से आरम्भ हुई यह रैली मेजर पूर्णसिंह सर्किल,पीबीएम अस्पताल, अम्बेडकर सर्किल, तुलसी सर्किल होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। ‘रन फोन राजस्थान’ दौड़ में सैंकड़ों की संख्या में स्काउट गाइड कैडेट्स, राजस्थान पुलिस के जवान, खिलाडियों व स्कूली बच्चों ने अपनी भागीदारी निभाई। दौड़ के समापन पर नगर विकास न्यास परिसर में जलपान की व्यवस्था भी की गई।
बैण्ड ने बिखेरीं मधुर स्वर लहरियां- इस अवसर पर आरएसी के 14 सदस्यीय बैंड दल ने विविध वाद्य यंत्रों के माध्यम से वातावरण में मधुर स्वर लहरियां बिखेरीं। उन्होंने ‘सारे जहां से अच्छा’, ‘जहां डाल-डाल पर सोने की चिड़िया’, ‘दिल दिया है जां भी देंगे ए वतन तेरे लिए’, ‘आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिन्दुस्तान की’ आदि गानों की मधुर धुनों से उपस्थित लोगों को मंत्रामुग्ध कर दिया।
ये खिलाड़ी हुए शामिल- ‘रन फॉर राजस्थान’ दौड़ में पर्वतारोही मगन बिस्सा व सुषमा बिस्सा, अन्तरराष्ट्रीय बुजुर्ग धावक मोहनसिंह सांखला, पावर लिफ्टर रेखा आचार्य व दिनेश, साइक्लिस्ट राधाकिशन छंगाणी, श्यामदेव किराडू व दाऊलाल प्रजापत, कुश्ती खिलाड़ी चन्द्रशेखर छंगाणी व भवानीशंकर, बैडमिंटन खिलाड़ी मीनाक्षी शामिल थे।
इन संस्थानों ने निभाई भागीदारी- आरएसी की तीसरी व दसवीं बटालियन, देवीकुण्ड सागर स्थित स्काउट गाइड ट्रेनिंग सेन्टर, शार्दुल स्पोर्ट्स स्कूल, एस एस कोन्वेन्ट स्कूल, मातृ सेवा सदन, गंगा चिल्ड्रन उच्च प्राथमिक विद्यालय, राजकीय उच्च प्राथमिक बालिका विद्यालय सोहन कोठी, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सादुलगंज शामिल थे।
इस अवसर पर जिला खेल अधिकारी ललित छंगाणी, गणेश प्रसाद गुर्जर, सुरेन्द्र भाटी, पुष्पेन्द्र शेखावत, संजय पुरोहित, प्रदीप कुमार सहित विभिन्न संस्थानों के प्रभारी व आमजन उपस्थित थे।
परम्परागत खेलों से ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को मिलेगा प्रोत्साहन- चौहान
चौहान मंगलवार को डॉ. करणीसिंह स्टेडियम में राजस्थान दिवस समारोह के तहत आयोजित की गई परम्परागत खेलकूद प्रतियोगिता के समापन अवसर पर सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बीकानेर के अनेक खिलाड़ियों ने देश- विदेश में प्रदेश का नाम रोशन किया है। यहां के बुजुर्ग खिलाड़ियों से प्रेरणा लेकर युवा खिलाड़ियों को भी खेलों के क्षेत्रा में अपनी विशिष्ट पहचान बनानी होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान भौतिकवादी युग में आवश्यकता इस बात की है कि परम्परागत खेलों को उचित संरक्षण प्रदान किया जाए अन्यथा वे लुप्त हो जाएंगे।
चौहान ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार ने खेलों व खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए अनेक प्रकार की सुविधाएं प्रदान की हैं। युवाओं की रूचि खेलों के प्रति कम हो रही है, इसलिए उन्हें आउटडोर गेम्स में भाग लेने के लिए प्रेरित करना होगा जिससे उनका मानसिक व शारीरिक विकास हो सके।
जिला खेल अधिकारी ललित छंगाणी ने बताया कि जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं के विजेता, संभाग स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं में शामिल हो सकेंगे तथा वहां विजयी होने पर इन टीमों को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भेजा जाएगा।
रस्साकसी प्रतियोगिता – मंगलवार को डॉ. करणीसिंह स्टेडियम में आयोजित रस्साकसी प्रतियोगिता में चार टीमों ने भाग लिया, जिसमें यूनिवर्सल क्लब प्रथम स्थान पर तथा रंगीला राजस्थान टीम द्वितीय स्थान पर रही।
अतिथियों ने टीम परिचय प्राप्त किया तथा विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर प्रख्यात फुटबॉलर मगनसिंह राजवी, बुजुर्ग धावक मोहन सिंह सांखला व सलीम बेग, पूर्व खेल अधिकारी अमरसिंह राठौड़ सहित बड़ी संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित थे।