बाड़मेर। पांच दिवसीय ऐतिहासिक एवं भव्य दीक्षा महोत्सव के निमित मुमुक्षु मनोज श्रीश्रीमाल की पथ-प्रदर्शिका साध्वीश्री आर्यरक्षिताश्री म.सा एवं गौ माता पर पीएचडी करने वाली विश्व की पहली जैन साध्वी गौ विज्ञानी डॉ. देवरक्षिताश्री म.सा. आदि ठाणा-4 का बाड़मेर नगर में मंगल प्रवेश सोमवार को कैलाश इन्टरनेशनल होटल के सामने की गली जितेन्द्र कुमार श्रीश्रीमाल के आवास से श्री विघ्नहरा जीरावला पार्श्वनाथ जिनालय, रैन बसेरा होते हुए करमूजी की गली से साधना भवन में हुआ ।

जहाँ साध्वीवृन्द ने परमात्मा श्री मुनिसुव्रत स्वामी के दर्शन पश्चात मुनिराज श्री आर्यरत्न सागर मसा को वन्दन कर सुख-साता पूछी । मुकेश बोहरा अमन ने बताया कि तत्पश्चात सकल संघ के साथ साध्वी भगवन्तों ने महाबार रोड स्थित सतीशकुमार मेवाराम छाजेड़ परिवार के मकान में ठहराव किया और उपस्थित जनसमूह को मांगलिक प्रदान करते आगामी पांच दिवसीय दीक्षा महोत्सव को भव्य व ऐतिहासिक बनाने की भावना जाहिर की । इस दौरान बड़ी संख्या में जैन समाज के गणमान्य नागरिक, श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित रही।

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