संत श्री दुलाराम जी कुलरिया की कि चतुर्थ पुण्यतिथि के अवसर पर गौ माता ओर वचिंत एवं गरीबों के लिए इक्यावन लाख रुपये भेंट किये श्रीमान भँवर जी , नरसी जी और पूनम जी कुलरिया ने।
संवेदनशील और दानशील दिल में संवेदनाओं का समंदर समेटे हुए संत जी के तीनों अनमोल रत्न को वेदनाग्रस्त दिल की वेदना पढऩा और उसे स्वानुभूति के स्तर पर महसूस कर उसकी हर संभव सहायता करना बख़ूबी आता है। सब जानते हैं कि वेदना की किताब पढऩे के लिए डिग्री की नहीं बल्कि समानुभूति की जरूरत होती है।

जो ख़ुद को दूसरों के हालात में रखकर उनके दु:ख-दर्द को महसूस करता हो, उसके लिए कोई भी पराया नहीं होता। उसके अपनेपन के भाव की परिधि में सभी समाए रहते हैं। उन जरूरतमंद व्यक्तियों व संस्थाओं की जिनको तीनों भाइयों ने उदारतापूर्वक आर्थिक सहयोग प्रदान कर मंजिल तक पहुंचाया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सरोकारों से संबंधित संस्थाओं को एवं जनोपयोगी राष्ट्रीय अभियानों में हमेशा अग्रणी रहते है । सैल्यूट मरु भूमि राजस्थान के इन नामी दानी की दानवीरता को। धनलिप्सा के आज के जमाने में दानवीरता की मिसाल क़ायम करने वाले तीनों भाईयो जैसे दानी बिरले ही मिलेंगे, जो यह मानते हैं कि दान ही धन की श्रेष्ठतम गति है।

भजन संध्या में गायक अनूप जलोटा ने चिर-परिचित अंदाज में ‘ऐसी लागी लगन, मीरा हो गई मगन, कौन कहता भगवान आते नहीं, तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं आदि भजन सुनाए तो श्रोता झूम उठे। देर रात तक भजनों को सुनने के लिए श्रोता मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि संत दुलाराम कुलरिया ने अपने जीवनकाल में अनेक नेक कार्य किए। उनके बाद भंवर, नरसी और पूनम कुलरिया सेवा कार्यों को आगे बढ़ा रहे है। इससे पूर्व लोगों ने संत कुलरिया को श्रद्धासुमन अर्पित किए।


दिनभर दान-पुण्य का दौर
संत दुलाराम कुलरिया की पुण्यतिथि पर दिनभर गरीब, असहाय, वंचित लोगों को दान-पुण्य किए गए। शाम को लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान 51 लाख रुपए विभिन्न गोशालाओं व वंचित और असहाय लोगों को वितरित किए गए।
कई हस्तियों ने की शिरकत
भजन संध्या में केंद्रीय मंत्री मेघवाल के अलावा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई, सादुलशहर विधायक जगदीश जांगिड़, कांग्रेस प्रदेश महामंत्री पुखराज पाराशर, महंत क्षमाराम महाराज, महंत प्रतापपुरी महाराज पोकरण, भंवरदास रोड़ा, रामेश्वरदास महाराज जोधुपर, नोखा पालिकाध्यक्ष नारायण झंवर, रामचंद्र, प्रेमसुख शर्मा, देवाराम जांगिड़, हमराराम जांगिड़, रामगोपाल सुथार, भजन गायक शिवजी सुथार, नवरतन सिंह सहित बड़ी संख्या में हस्तियों ने शिरकत की। कार्यक्रम में बीकानेर के अलावा देशभर से व्यवसायी, जनप्रतिनिधि, अधिकारी, भामाशाह, समाजसेवी व प्रबुद्ध लोग आए।


परिजन रहे मौजूद
कार्यक्रम में रामप्यारी देवी, गोसेवी संत पदमाराम कुलरिया, उगमाराम, देवाराम, मगाराम कुलरिया सहित अन्य परिजन मौजूद रहे।