जयपुर । (ओम दैया) संत पीपा जयन्ती महोत्सव देश भर में उनके अनुयायियों द्वारा श्रद्धा भक्ति के साथ मनाई जाएगी। मुख्य समारोह राजस्थान के झालावाड़ जिला मुख्यालय से 6 किमी दूर आहू और काली सिंघ संगम स्थल पर स्थित पीपाजी की जन्मभूमि व तपोभूमि पर चैत्र पूर्णिमा विक्रम संवत 2075 ,19 अप्रैल को देश भर से आ रहे साधु संतों के सानिध्य में मनाई जाएगी।

दासानुदास झंकारेश्वर दास “त्यागी” ने बताया कि भक्ति काल के जनक श्री विभूषित जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य के लाडले शिष्य महाभागवत श्री मनुजी के अवतार खींची चौहान क्षत्रिय कुल के गौरव जगद् गुरु द्वाराचार्य गागरोनगढ़ नरेश भक्तराज अतिभक्ति की सीमा के पथप्रदर्शक संत जयन्ती महोत्सव 13 अप्रेल से 16 अप्रेल तक धर्मिक अनुष्ठानों के साथ मनाई जाएगी।

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पीपा पीठ, पीपा धाम में सुरभि पूजन, श्रीमदभक्तमाल पाठ, बाल भोग प्रसादी, सन्तों के प्रवचन, महाआरती, ब्यालू प्रसादी, शाम को रासलीला व्रन्दावन की रासलीला मण्डली द्वारा की जाएगी। वही निशुल्क आयर्वेदी चिकित्सा शिविर आयुर्वेदाचार्य वैध रामसेवकदास की टीम के साथ सेवाए देगे। महाराज ने बताया श्रीपीपानंद हरिनाम सकीर्तन का अखण्ड पाठ लगातार जारी है।

जयन्ती महोत्सव के विशेष सन्निधि श्री सम्पन्न जगद्गुरू द्वाराचार्य, श्रीअग्रदेव पीठाधीश्वर राघवचार्य रैवासाधाम व द्वाराचार्य श्री मूलक पीठाधीश्वर राजेन्द्र देवाचार्य मुलपीठ व्रन्दावनधाम रहेंगे। 19 अप्रैल को विशेष कार्यक्रम में श्री पीपाजी जन्म बधाई उसके पश्चात श्रीपीपा सीता सहचरी जी की प्रतिमा का अधिषेक, समाधी स्थल पर पूजन एवं पंचामृत अभिषेक श्री रामानंदाचार्य जी की क्षत्ररी पर चरण पादुकाओं अर्चन ,जन्म बधाई और आरती के बाद शाम को 4 बजे झीरी चौक से शहर के प्रमुख मार्गों से शोभायात्रा निकाली जाएगी जिसमें साधु संतों के रासलीला के रंगकर्मीयो द्वारा भगवान की सचेतक झाकिया शामिल होगी।

राजस्थान में बीकानेर नापासर नोखा जयपुर जोधपुर उदयपुर समदड़ी बाड़मेर जैसलमेर अजमेर पुष्कर के अलावा दिल्ली कोलकाता मध्यप्रदेश उत्तरप्रदेश वसई महाराष्ट्र चेन्नई गुजरात अहमदाबाद सूरत बड़ोदराआदि स्थानों पर उनके अनुयायी पीपा क्षत्रिय दर्जी समाज द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी पीपाजी की 696 वी जयन्ती की तैयारियां में जुटे हुए हैं।

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