Tag: Mukti Sanstha

 व्यंग्य अपमान नहीं वरन विसंगतियों पर चोट है : डॉ.चारण

बीकानेर । साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली और मुक्ति संस्थान की ओर से स्थानीय नेहरु-शारदा पीठ महाविद्यालय में राजस्थानी व्यंग्य विधा पर शनिवार को सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार के उद्घाटन…

मातृभाषा राजस्थानी में लिखकर ही, एक लेखक अपनी राष्ट्रीय पहचान बना सकता है : आचार्य

  बीकानेर । साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली एवं मुक्ति संस्था, बीकानेर की ओर से ‘राजस्थानी नाटकः परम्परा एवं चुनौतियां’ विषयक दो दिवसीय सेमिनार का रविवार को समापन हुआ। स्टेशन रोड…

रंगमंचीय नाटक त्रिनेत्रीय होता है, जो भूत, वर्तमान एवं भविष्य को अपने में समाविष्ट किए होता है : डॉ. चारण

बीकानेर। ‘नाटक प्रतिरोध का माध्यम है। वह समाज को चेताने का काम करता है, समाज में व्याप्त विसंगतियों-विदू्रपताओं-विरोधाभासों को वह उद्घाटित करता है, इसलिए अपना प्रतिरोध करने वाले इस माध्यम…

Pacho Kun Aasi Book Launch

कवि कथाकार स्व. सांवर दइया की जयंती पर “पाछो कुण आसी” का लोकार्पण

बीकानेर । सुप्रसिद्ध कवि-कथाकार स्व. सांवर दइया की जयंती के अवसर पर मुक्ति संस्था के तत्वावधान में महाराजा नरेन्द्र सिंह ऑडिटोरियम में कवि आलोचक डा. नीरज दइया के काव्य संग्रह ”पाछो…

Sanwar Daiya Jayanti

साहित्यकार सांवर दइया की 67 वीं जयंती पर कार्यक्रम 10 अक्टूबर को

बीकानेर । राजस्थानी के प्रख्यात साहित्यकार सांवर दइया की 67 वीं जयंती पर 10 अक्टूबर शनिवार को उनकी स्मृति में मुक्ति संस्था द्वारा महाराजा नरेंद्रसिंह ओडिटोरियम कार्यक्रम होगा, जिसमें जाने-माने कवि-आलोचक…

Symposium on Rajassthani Stories

राजस्थानी साहित्य पर आलोचना कर्म की जिम्मेवारी स्वयं रचनाकारों को ही उठानी होगी : डा. चारण

बीकानेर । “राजस्थानी साहित्य पर आलोचना कर्म की जिम्मेवारी स्वयं रचनाकारों को ही उठानी होगी क्योंकि राजस्थानी कहानी समेत अनेक विधाओं में सृजन हो रहा है किन्तु उसकी तटस्थ एवं…