सेना की खुफिया रिपोर्ट की मानें तो हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद को दी गई है जिसके स्लीपर सेल भारत के उत्तरी क्षेत्र की रेकी कर रहे हैं जिन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ मदद दे रही है। आतंकियों को श्रीगंगानगर जिले से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा के उस पार पाकिस्तान में टे्रनिंग दी जा रही है।
सेना ने इस बाबत पंजाब सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी है जिसमें स्लीपर सेल से संबंधित जानकारी दी गई है। सरकार इस रिपोर्ट पर गंभीरता से काम कर रही है। रिपोर्ट की माने तो जैश के कमांडर अवैस मोहम्मद को मलेशिया भेजा गया है जहां से वह नकली पासपोर्ट लेके भारत में असानी से प्रवेश कर सके और हमले कर सके।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अवैस पाकिस्तान के ओकारा क्षेत्र का रहने वाला है और उसे ही भारत में हमला करने की जिम्मेदारी दी गई है।
गौरतलब है कि पठानकोट हमले को लेकर पाकिस्तानी जांच दल भारत आया था. इस जांच दल के भारत आने के करीब दो महीने बाद सेना ने सरकार को रिपोर्ट सौंपी है।
आतंकी संगठन भारत पर हमले के लिए पाकिस्तान अधिकृत पंजाब और खैबर पख्तूनख्वां में तीन नए ठिकाने बनाये हैं। यही नहीं भारत में हमले के लिए वह आतंकियों की बहाली भी कर रहा है।
इन आतंकियों को वह ट्रेनिंग भी दे रहा है। जैश इन आतंकियों को बहावलपुर में ट्रेनिंग देने का काम कर रहा है. जैश इंडियन मुजाहिद्दीन और आइएसआइ के माध्यम से स्लीपर सेल की मदद लेकर भारत पर हमले के फिराक में है।
इन खबरों के बाद खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
कहां हैं बहावलपुर?
बहावलपुर श्रीगंगानगर जिले से लगती भारत-पाक सीमा के उस पार पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बसा है। श्रीगंगानगर से बहावलपुर की दूरी करीब 201 किमी है। बहावलपुर में आतंकवादियों के ट्रेनिंग कैम्प चलने की बात बार-बार सामने आती रहती है। पंजाब में आतंकवाद के समय भी वहां टे्रनिंग कैम्प चलने की बात उठती रहती थी। पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकवादी भी बहावलपुर से ही आए थे। जैश ए मोहम्मद का ठिकाना बहावलपुर मेंं ही है।