झुंझुनूं. सीकर और झुंझुनूं जिले के लोगों के हिमालय के पानी से हलक तर करने वाली कुंभाराम आर्य लिफ्ट परियोजना का बांध सुबह करीब 11 बजे टूट गया। इससे परियोजना के कार्यालय, आस-पास खेत और मलसीसर कस्बे का कुछ हिस्सा जलमग्र हो गया। 588 करोड़ रुपए की इस योजना के काम में जुटे कई श्रमिक पानी में फंस गए। इसके अलावा कई वाहन व पशुओं के भी पानी में बहने के समाचार हैं। बांध टूटने के कारण मलसीसर कस्बे के लोगों में अफरा-तफरी का माहौल है।
बांध के टूट जाने से परियोजना का पूरा कार्यालय में पानी भर गया और कई श्रमिक कार्यालय में भरे पानी में फंस गए हैं। वहीं मलसीसर कस्बे में बने तहसील कार्यालय, विद्युत निगम कार्यालय, पुलिस थाना में भी पूरी तरह से पानी भर गया है। पानी लगातार मलसीसर के कस्बे की ओर बढ़ रहा है।
करीब तीन दर्जन घरों में भी पानी भरने के समाचार हंै। सबसे गंभीर बात तो यह है कि घटना की सूचना के करीब चार घंटे बाद झुंझुनूं जिला कलक्टर एवं अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे है। बांध के अन्दर करीब 9 मीटर तक पानी भरा हुआ था। मौके पर राहत एवं बचाव के लिए आरएसी की सहित जिले भर के थानों का पुलिस जाप्ता भेजा गया है। हालांकि परियोजना का काम देख रही एल एण्ड टी कम्पनी के कोई अधिकारी हादसे के समय मौके पर मौजूद नहीं थे।
वहीं जयपुर से भी एसडीआरएफ की कम्पनी भी बुलाई गई। प्रशासन की ओर से मौके पर राहत एवं बचाव के लिए राहत कार्य शुरू कर दिए है। जेसीबी से रास्ते बदलकर पानी को गांव से बाहर निकालने का काम भी शुरू हो गया है। मौके पर जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव, पुलिस विभाग के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए है।