बाड़मेर। जैनसाध्वी प. पू. भव्यगुणाश्री म.सा. आदि ठाणा 3 का सोमवार को प्रात: में कल्याणपुरा जैन मन्दिर से होते हुए श्रीगुणसागर सूरि साधना में मंगल प्रवेश हुआ। साधना भवन में विराजित साध्वीश्री तीर्थगुणाश्री म.सा. आदि ठाणा एवं जैन समाज के श्रावक-श्राविकाओं ने साध्वीश्री भव्यगुणाश्री जी म.सा. आदि ठाणा 3 का सामने जाकर भाव भरा स्वागत किया।
श्री अचलगच्छ जैन युवक परिषद के अध्यक्ष मुकेश बोहरा ने बताया कि साध्वीश्री भव्यगुणाश्री म.सा. आदि ठाणा 3 ने नाकोड़ाजी से सिणधरी के रास्ते विहार करते हुए सोमवार को बाड़मेर में मंगल प्रवेश किया । उन्होंने कहा कि धर्म की प्रभावना ही जीवन का प्रमुख लक्ष्य हो। यही जीवन का सार तत्व है ।
इस दौरान श्री अचलगच्छ जैनश्री संघ के अध्यक्ष हनुमानदास बोहरा, ट्रस्टी गौतमचन्द सिंघवीं, पारसमल सिंघवीं, रत्नेश श्रीश्रीमाल, महेश सिंघवीं, मुकेश बोहरा अमन, श्री जिनशासन विहार सेवा ग्रुप के सुनिल छाजेड़, रवि लूणिया, महावीर छाजेड़, ज्योति वड़ेरा, भावना सिंघवीं सहित श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित रही ।