पंडित बृजरतन व्यास को ‘द्वितीय शिवराज ज्योतिष सम्मान’ अर्पित
बीकानेर, 18 मई। शिवराज ज्योतिष शोध संस्थान द्वारा द्वितीय शिवराज ज्योतिष सम्मान समारोह शनिवार को धरणीधर ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ऊर्जा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला थे। उन्होंने कहा कि बीकानेर के लोगों ने खेल, साहित्य, विज्ञान, शिक्षा एवं चिकित्सा सहित विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की। वहीं ज्योतिष के क्षेत्र में पारंगत लोग भी यहां हुए हैं। इन्होंने पूरी दुनिया में बीकानेर को विशिष्ट पहचान दिलाई। ज्योतिष विद्या के प्रकांड पंडितों में स्वर्गीय शिवकिसन आचार्य ‘अचिया महाराजÓ का नाम पहली पंक्ति में शुमार होता है। वह अंकज्योतिष, हस्तरेखा, कुंडली विज्ञान में पारंगत थे। उनकी स्मृति में ऐसे कार्यक्रम आयोजित करना, उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने साधना की विभिन्न विधाओं एवं इससे होने वाले लाभ के बारे में बताया।
बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल के अध्यक्ष जुगल राठी ने कहा कि ज्योतिष विद्या का साधक धर्म, कर्म और आध्यात्म का दूत होता है। अचिया महाराज भी इसी पथ पर चले। जिंदादिली उनकी सबसे बड़ी खूबी थी। रामपुरिया कॉलेज छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष शिव पुरी ने कहा कि अचिया महाराज ने ज्योतिष में नए आयाम स्थापित किए। युवा पीढ़ी को उनके व्यक्तित्व से सीख लेनी चाहिए। सुगनी देवी अस्पताल के प्रबंधक मनीष बोथरा ने कहा कि अचिया महाराज ने तीज-त्यौहारों की परम्पराओं को भावी पीढ़ी तक पहुंचाने का कार्य किया।
इससे पहले अतिथियों ने अचिया महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। लोक कलाकार आर. के. सूरदासाणी ने गणेश वंदना की प्रस्तुति दी। संस्थान के विचित्र नारायण आचार्य ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा संस्थान की गतिविधियों के बारे में बताया। ललित गांधी, विमलरॉय आचार्य तथा मनोज आचार्य ने अचिया महाराज के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर पंडित बृजरतन व्यास ‘सूना महाराजÓ को द्वितीय शिवराज ज्योतिष सम्मान अर्पित किया गया। संस्थान के रामनाथ आचार्य ने आगंतुकों का आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन संजय आचार्य ‘वरुणÓ ने किया। इस अवसर पर एडवोकेट श्याम आचार्य, मोतीचंद आचार्य, माणक व्यास, गुलाब दफ्तरी, राधेश्याम भादाणी, आनंद तंवर, कैलाश पुरोहित, दीपक बन, डॉ. ओ. पी. खत्री, चंद्रशेखर व्यास, महेश आचार्य, बंशीलाल आचार्य, आनंद, अभिषेक, भवानी शंकर आचार्य सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।