बीकानेर। रविवार को सादुल स्कूल भ्रमण पथ के किनारे कवि चौपाल आयोजित की गई।इस अवसर पर करीब पचास वरिष्ठ कवि-कवयित्रियों द्वारा अध्यक्ष नरसिंह भाटी के साथ से समाजसेवी सुरजारामजी गहलोत, सुजानदेसर को पुष्पांजलि अर्पित की गई। साथ ही सब साहित्यकारों की ओर से एक हस्ताक्षरित श्रद्धांजलि पत्र भी कवि चौपाल के सचिव रामेश्वर साधक द्वारा पढ़ा गया तथा इस पत्र को स्व. गहलोत के ज्येष्ठ पुत्र नेमीचंद गहलोत को सौंपा गया।

कवि चौपाल के अध्यक्ष नरसिंह भाटी ने दिव्यआत्मा के कुछ स्नेहसिक्त व्यक्तिगत संस्मरण सुनाते हुए एक शेर ‘हजारों बरस जननी जब अपनी बेनूरी पर रोती है, तब जाकर चमन में ऐसा एक दीदावर पैदा होता है’ कहकर अपनी श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। श्रधांजलि सभा में ब्रहमाराम चौधरी, बी.एल. नवोन, किशननाथ खरपतवार, शायर वली मोहम्मद, मधुरिमा सिंह, पत्रकार ओम दैया, कृष्णा वर्मा, बाबूलाल छंगाणी, इसरार हसन कादरी, कासिम बीकानेरी, प्रकाश खत्री, पुखराज सोलंकी, मोहनजी वैष्णव, डा.तुलसीराम मोदी, प्रकाश वर्मा, अब्दुल जब्बार सहित सभी ने अपनी श्रद्धांजलि दी।