जयपुर। झारखंड के 6 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने हाल ही भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी, जयपुर का दौरा किया। उल्लेखनीय है कि भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी ने 10 जनवरी 2019 को झारखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन सोसाइटी (जेएसडीएमएस) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह दौरा इसी सिलसिले में आयोजित किया गया था। इस समझौते के तहत, बीएसडीयू सक्रिय रूप से सभी पाठ्यक्रमों के लिए पाठ्यक्रम के विकास और संवर्द्धन में सहयोग करेगा और साथ ही पाठ्यक्रम सामग्री, अध्ययन संबंधी विषय और वितरण तंत्र को विकसित करने में भी सहायता करेगा।
इसके अलावा, बीएसडीयू वित्तीय साक्षरता, संचार, व्यवसाय विकास, व्यक्तित्व विकास और रोजगार कौशल, स्व-रोजगार और उद्यमिता से संबंधित नवीन पाठ्यक्रमों के डिजाइन में भी सहायता उपलब्ध कराएगा। इसी सिलसिले में बीएसडीयू के मॉडल का अध्ययन करने और जिस पैमाने पर इसे राज्य में लागू किया जा सकता है, इस बारे में निर्णय करने के लिहाज से झारखंड के एक प्रतिनिधिमंडल ने बीएसडीयू का दौरा किया। इस दौरान बीएसयूडी की तरफ से झारखंड में प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करने, कौशल पाठ्यक्रम को विकसित करने और आगे बढ़ाने तथा झारखंड और बीएसडीयू के बीच स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम को आगे बढ़ाने पर भी चर्चा की गई।
झारखंड के प्रतिनिधिमंडल के बीएसडीयू दौरे की जानकारी देते हुए बीएसडीयू के कुलपति डॉ (ब्रिगेडियर) एस एस पाब्ला ने कहा, ” झारखंड राज्य का लक्ष्य 8 नए कौशल महाविद्यालयों की शुरुआत करना है। बीएसडीयू झारखंड प्रांत में विश्वविद्यालयों से संबद्ध मौजूदा कॉलेजों का उपयोग करके, इन कॉलेजों में से प्रत्येक में एक या दो कौशल कार्यक्रमों को बढ़ावा देकर और आवश्यक प्रयोगशालाओं और मशीनरी केंद्र के अलावा मौजूदा बुनियादी ढांचे और उपकरणों का उपयोग करके झारखंड को कौशल युक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हमारे प्रमुख उद्देश्यों में से एक है, जेएसडीएमएस को अनुसंधान-आधारित पहलों के माध्यम से सहायता करना, जिसमें स्किल ईकोसिस्टम में भविष्य के रुझानों को समझना, राज्य में रोजगार और स्वरोजगार को बढ़ावा देना शामिल है।
संक्षेप में कहें, तो बीएसडीयू इन कॉलेजों की स्थापना से लेकर इन्हें पूरा करने से संबंधित सारी जिम्मेदारी निभाएगा और इसके बाद संबंधित पक्षों को इन्हें सौंपने की प्रक्रिया पूरी करेगा। झारखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन सोसाइटी (जेएसडीएमएस) के सीईओ श्री अमरनाथ कुमार झा ने कहा, ”हम उस पैमाने से बेहद प्रभावित हुए हैं जिसके आधार पर बीएसडीयू युवा उम्मीदवारों को अधिक सक्षम बनाते हुए रोजगार के लिए तैयार कर रहा है। हम कौशल विकास के अपने मॉडल को दोहराने के लिए बीएसडीयू के साथ बातचीत कर रहे हैं, ताकि झारखंड में भी इसी मॉडल को लागू किया जा सके। अपनी हालिया नीति के तहत, झारखंड राज्य सरकार ने सार्वजनिक-निजी-साझेदारी मॉडल के तहत एक सरकारी स्वामित्व वाले कौशल विश्वविद्यालय और 4 कौशल विश्वविद्यालय खोलने की योजना बनाई है। इसी क्रम में प्रदेश में उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे की स्थापना में बीएसडीयू सक्रिय रूप से तकनीकी सहायता के साथ जेएसडीएमएस का समर्थन करेगा। हमें बीएसडीयू के साथ जुडऩे की खुशी है और हम झारखंड प्रांत में पहला कौशल विश्वविद्यालय स्थापित करने में बीएसडीयू के समर्थन के लिए तत्पर हैं।”
बीएसडीयू का दौरा करने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों में झारखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन सोसाइटी (जेएसडीएमएस) के सीईओ श्री अमरनाथ कुमार झा, विनोदबिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अंजनिकुमार श्रीवास्तव, टैक्नीकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ गोपाल पाठक, डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएम) के कुलपति डॉ सत्यनारायण मुंडा, डीएसपीएम विश्वविद्यालय की युनिवर्सिटी डेवलपमेंट काउंसिल के संयोजक डॉ मोहम्मद अयूब, विनोबा भावे विश्वविद्यालय के डीन-कॉमर्स और डायरेक्टर एमबीए डॉ एम के सिंह, प्रो गणेशलाल अग्रवाल कॉलेज, डाल्टनगंज, एनपीयू के सहायक प्रोफेसर डी विमलकुमार सिंह और जेएसडीएमएस, पीएमयू के प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्री अंकुर मित्तल प्रमुख हैं।