बीकानेर। 29वें सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत रविवार को पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार यातायात पुलिस ने चार टीम गठित बाल वाहिनियों को चैक किया व चालकों को समझाइश कर यातायात नियमों व उनके कर्तव्यों के बारे में आवश्यक निर्देश दिए। सी.ओ ट्रेफिक व प्रभारी यातायात शाखा ने स्वयं उपस्थित रहकर बालवाहिनी चालकों को नियमों की जानकारी दी। इस दौरान वाहन चालकों को यातायात नियमों के पेम्पलेट्स बांटे गए एवं वाहनों पर रिफ्लेक्टिंग टेप लगाया गया।

गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश में वाहन चालक द्वारा वाहन चलाते समय मोबाईल के उपयोग के कारण भीषण दुर्घटना हुई। सभी बालवाहिनी चालकों को ड्राईविंग के दौरान मोबाईल का उपयोग नहीं करने की सख्त हिदायत दी गई व उन्हें बताया गया कि यदि वे ऐसा करते पाए गए तो उनका ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किया जाएगा। बालवाहिनी चालकों को बताया गया कि तेज गति से वाहन चलाना व शराब पीकर वाहन चलाना दुर्घटना के प्रमुख कारण हैं इनसे बचें। बालवाहिनी चालकों को न केवल समझाईश की गई व उन्हे चेतावनी दी गई कि भविष्य में यदि उनके द्वारा यातायात नियमों की अनदेखी की गई तो उनके खिलाफ एमवीएक्ट के तहत कार्यवाही की जाएगी। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।

वाहन चालकों को स्काउट गाइड ने दिये गुलाब के फूल

राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड मण्डल मुख्यालय बीकानेर एवं जिला परिवहन कार्यालय बीकानेर केे द्वारा राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के अन्र्तगत रविवार को जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया। जिसके तहत बीकानेर के म्यूजियिम सर्किल पर हेलमेट पहनकर एवं यातायात के नियमों का सुचारू रूप से पालन करने वाले चालकों को परिवहन विभाग से प्रशिक्षक जिला परिवहन अधिकारी भारती नैथानी एवं एस. एस. शेखावत, सी ओ स्काउट जसवन्तसिंह राजपुरोहित, सीओ गाइड मीनाक्षी भाटी, यातायात उपनिरिक्षक बलदेव सिंह एवं स्काउट गाइड ने गुलाब के फुल देकर स्वागत किया।

साथ ही हेलमेट नहीं पहनने वालों को समझाया गया कि जीवन अमूल्य है और हम परिवार के महत्वपुर्ण सदस्य है, हेलमेट हमें सुरक्षा प्रदान करता है। स्काउट गाइड रोवर रेन्जर द्वारा सड़क सुरक्षा से संबधित साहित्य का वितरण भी वाहन चालकों को किया गया। परिवहन अधिकारी भारती नैथानी ने बताया कि लोगों में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूता होनी आवष्यक है।

यातायात नियमों की सही जानकारी एवं उनका पालन ही सुरक्षित सड़क का निमार्ण करती है। वाहन चालक का ड्राईविन्ग लाईसेन्स होना आवष्यक है। मुंह पर कपडा बांधकर नही बल्कि हेलमेट पहनकर चलना चाहिये। इस अवसर पर स्काउटर डा विनोद चौधरी, विजयकृष्ण शर्मा एवं भूपसिंह ने सक्रिय सहयोग किया और वाहन चालकों को सीट बैल्ट पहनने के लिये प्रेरित किया।