बीकानेर । विंग्स एकेडमी एवं सान्ता् किड्स के सयुक्त तत्त्वाधान में 20 दिवसीय समर कैम्प का समापन रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ में हुआ। शिविर संयोजक श्री नरोत्तम स्वामी ने जानकारी देते हुआ बताया कि इस समर कैम्प के दौरान सीखे गये कौशल का प्रदर्शन प्रतिभागियों ने अत्यन्त प्रभावपूर्ण तरीके से प्रस्तुत किया। समारोह का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन करने के साथ हुआ। हिमाद्री स्वामी ने अत्यन्त मनोहारी सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। वहीं प्रतिभागियों ने स्पोकन इंग्लिस आवर इण्डिया आवर रेस्पोन्सबिलिटीस के माध्यम से आम अवाम को स्वच्छता का संदेश दिया। वहीं आत्मरक्षा की तकनीक कराटे का प्रदर्शन एवं ब्रेकिंग आर्टस का हेरतअंगेज प्रदर्शन श्री प्रीतम सेन के सानिध्य मे किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि अमित सोनी ने बताया कि समय के साथ अभिरूचियों में बदलाव और उनके प्रति आकर्षण बढ़ा है और समर स्कूल व्यक्तित्व निर्माण में अत्यन्त कारगर सिद्ध होते है। समारोह के दौरान अमित एंड ग्रुप ने डांस मेडले से समा बांध दिया। वहीं कोरियोग्राफर मनीष एंड मनीष के नेतृत्व ने समूह नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां दी गई। समारोह में विंग्स एकेडमी के राजेन्द्र श्रीमाली ने कहा कि सीखने की कोई उम्र नही होती और समर स्कूल के दौरान यह बात व्यवहार रूप में दृष्टिगत होती है। वहीं विशिष्ठ अतिथि श्री जेठानंद व्यास ने भारतीय परम्पराओं केा नवाचारों के साथ आत्मसात् कर व्यक्तित्व निर्माण की ओर अग्रसर होने की बात कही। समारोह के दौरान युवा भाजपा नेता श्री अंशुमान सिंह ने शिक्षा और संस्कारों से जुडे़ ऐस समर स्कूल की आवश्यकता को नैसर्गिक बताया। समाजसेवी श्री राजेश चूरा एवं पार्षद दिनेश चाडंक ने ऐसे समर स्कूल को गर्मी की छुट्टियों का सदुपयोग बताया ।
समारोह का मुख्य आकर्षण समर की बुटिक क्लास मे तैयार की गई ड्रेसेज का प्रदर्शन रहा। प्रतिभागियों ने जहां वाक करते हुए इन परिधानों का प्रदर्शन किया। समापन समारोह में शिविर के सर्वश्रेष्ठ छात्रों एवं फेकल्टी का सम्मान किया गया। वहीं विंग्स एकेडमी के सीबीएससी एवं आरबीएससी बोर्ड 10वीं कक्षा के होनहार छात्र-छात्राओं का भी सम्मान किया गया। वहीं कार्यक्रम की शुरूआत में राजकीय विधि महाविद्यालय, बीकानेर के छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष आर्य अतुलानंद ने वैदिक मंत्रोचार के साथ जीवन पद्धति के महत्व को समझाया। समारोह में ज्योति खत्री, अमित शर्मा, देवीलाल स्वामी, एम.जी. भाटी, अमित व्यास, अनुज अनेजा, भुपेश खत्री, धीरेन्द्र चौधरी, नीधा सरूर, मनोज हर्ष, ओमप्रकाश स्वामी, रविकांत व्यास, केशव व्यास, विकास पुरोहित, अनुप रंगा का विशिष्ट सम्मान किया गया। आभार और धन्यवाद श्री ज्ञानेश्वर स्वामी ने दिया एवं कार्यक्रम का संचालन श्री ज्योतिप्रकाश रंगा ने किया।