नई दिल्ली,(दिनेश अधिकारी)। तीन नए कृषि कानूनों को काले कानूनों की संज्ञा देते हुए किसानों का आंदोलन दिल्ली की सीमाओं पर लगातार जारी है| यहां से किसान आंदोलन टस से मस नहीं हो रहा है| किसान आंदोलन की ओर से एक ही बात कही जा रही है कि जब तक तीन नए कृषि कानूनों को सरकार रद्द नहीं कर देती है…आंदोलन खत्म होने वाला नहीं|

उल्लेखनीय हैं कि इस किसान आंदोलन में कई बार लड़ाई-झगड़ा भी देखा गया है| गत दिनों किस तरह से स्थानीय लोगों ने किसान आंदोलन को दिल्ली की सीमाओं से हटने की आवाज उठाई थी और इस दौरान बड़ी झड़प देखी गई थी| भारी संख्या में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला था| इस दौरान पुलिस को भी चोटें आईं थीं| वहीं, अब एक बार फिर से दिल्ली-यूपी की सीमा गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों औऱ भाजपा के लोगों में जोरदार झड़प होने की खबर है| बताया जा रहा है कि काले झंडे दिखाने के साथ गाड़ियों में तोड़फोड़ से लेकर मारपीट तक की गई है| खूब लाठी-डंडे चले हैं| मौके पर पहुंची बड़ी संख्या में पुलिस टीम ने इस झड़प को शांत कराने का प्रयास किया है|

बीजेपी नेता अमित वाल्मीकि के स्वागत के दौरान झड़प…

दिल्ली से आ रहे बीजेपी नेता अमित वाल्मीकि के स्वागत में बीजेपी के लोग गाजीपुर बॉर्डर पर मौजूद थे| भाजपा के लोगों का कहना है कि इसी बीच आंदोलनकारी किसानों का ग्रुप आया और बवाल काटने लगा और इसके बाद आंदोलनकारी किसानों द्वारा उनपर हमला बोल दिया गया| दूसरी तरफ आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि अमित वाल्मीकि के स्वागत में खड़े बीजेपी के लोग किसान आंदोलन को लेकर गलत नारेबाजी कर रहे थे| इसपर जब आपत्ति जताई गई तो उन्होंने ही लड़ाई-झगड़ा शुरू कर दिया|