_मुकदमों के लगने में देरी सहित कई अन्य मुद्दों पर है हड़ताल


नई दिल्ली,(दिनेश शर्मा “अधिकारी “)। मंगलवार को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, इलाहाबाद हाईकोर्ट की कार्यकारी समिति की बैठक अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता राधाकांत ओझा की अध्यक्षता में आयोजित की गई ।
इस बैठक में वकीलों के मुद्दों और समस्याओं पर चर्चा की गई, जिनका बड़े पैमाने पर वकीलों द्वारा सामना करना पड़ रहा है अध्यक्ष ओझा ने बताया कि रजिस्ट्री को एक मामले में रिपोर्टिंग को मंजूरी देने में 5 से 10 दिन लग रहे हैं। मुकदमो में तारीखें नहीं लगाई जा रही। वकीलों को मामलों के SMS नहीं मिल रहे । जज रिवाइज्ड कॉल में मामलों को लेने की प्रणाली का पालन नहीं कर रहे हैं, जब पहली कॉल में किसी भी पक्ष के वकील मौजूद नहीं होते हैं। जज नियमों के तहत निर्धारित उच्च न्यायालय की समय सारिणी का पालन नहीं कर रहे हैं। कई जज दोपहर 12 बजे न्यायालय में बैठे हैं और दोपहर के भोजन के समय कोर्ट चला रहे हैं, जिससे वकीलों का दोपहर में भोजन करना मुश्किल हो गया है। इलाहाबाद और लखनऊ उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस नहीं करने वाले वकीलों को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के रूप में नियुक्त नहीं किया जाना चाहिए, । वकीलों से संबंधित मुद्दों और उनके सामने आने वाली समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन इलाहाबाद ने 24 अगस्त 2022 (बुधवार) को हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया है।