बीकानेर, 15 जनवरी। हमारी बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है, बात चाहे राजनीति की हो या प्रशासनिक सेवा में, चाहे अंतरिक्ष यान में जाने की हो, बेटियां एक कदम आगे ही रहती है मगर नोखा की बेटियों ने तो आज सामाजिक सरोकार के काम में भी दो कदम आगे बढ़कर जो कार्य किया वह भी अपने आप में एक मिसाल है। वाकिया था अपना घर आश्रम बनाने का । यूं तो आश्रम के लिए पैसे सहित अन्य किसी चीज की कमी नहीं होती है मगर बेटियों ने जो मसाल अपने हाथ में ली और देखते ही देखते 600 बेड वाला अपना घर आश्रम बनाने से कई गुना अधिक पैसे का इंतजाम हो गया। यह सब हुआ नोखा की उन बेटियों के कारण जिन्होंने अपना घर आश्रम बनाने के लिए आम लोगों से इसमें सहयोग की मांग की और शुरुआत की अपने घर से। नोखा की बेटियों ने तय किया कि आश्रय स्थल बनेगा और हम उसमें अपना आर्थिक सहयोग देंगे और दूसरे लोगों से भी प्राप्त करेंगे।
बेटियों ने जब यह यात्रा शुरू की तब लग रहा था मुश्किल है मगर देखते ही देखते लोग जुड़े और नोखा में बनने वाला आश्रय स्थल आर्थिक रूप से इतना समृद्ध हो गया है कि उसे 600 के स्थान पर और बड़ा भी बनाना पड़ सकता है। बेटियां जब ठान लेती है तो कुछ भी असंभव नहीं होता है। यह बात जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने बुधवार को बीकानेर जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर नोखा गांव में मां अन्नपूर्णा प्रसादालय के भूमि पूजन में कही। उन्होंने कहा कि बेटियों के लिए जितना कहा जाए उतना कम है हमें यह बात समझनी होगी कि सामाजिक सरोकार के काम में भी बेटियों की साझेदारी से हम बड़े से बड़ा कार्य बहुत आसानी से कर सकते हैं। नोखा की बेटियों को जिले, प्रदेश और पूरे देश की ओर से कोटि-कोटि धन्यवाद है।
गौतम ने कहा कि जो व्यक्ति या संस्था सेवा भाव से काम करते है, उन्हें न तो धन की कमी आती है और न ही संसाधनों की। परमात्मा ऐसे परोपकार के कार्य करने वाले लोगों के लिये आगे से आगे रास्ता बनाता रहता है। उन्होंने कहा कि यह एक चिंता का विषय है कि ऐसे आश्रमों की जरूरत पड़ रही है जो कि हमारी सामाजिक व्यवस्था के विपरीत है। हमारी सभ्यता और संस्कृति तो वसुधैव कुटुम्बकम की है मगर हमें इस बात पर भी गर्व व खुशी है कि बिना किसी धर्म, जाति, वर्ग, बीमारी के भेदभाव के 24 घंटे सेवा करने वाले लोग भी मौजूद है, जो सेवाश्रमों के माध्यम से निःस्वार्थ भाव से परोपकार कर ऐसे लोगों को आश्रय दे रहे हैं जिनके परिजनों ने उन्हें न जाने किन परिस्थितियों में छोड़ दिया। मगर इस संसार में यह चक्र चलता रहता है, सुख-दुख और मान-अपमान के बीच में कुछ लोग बिना किसी स्वार्थ के ही सेवा में जुटे रहते हैं।
जिला कलक्टर ने कहा कि प्रकृति का यह नियम है कि आपके पास जो है उसे अगर वितरित कर दें तो औरों के भी काम आएगा और आपकी समृद्धि भी बढेगी। उन्होंने एक कहानी के माध्यम से इस बात को और विस्तार से बताया कि अगर कोई बड़ा तालाब अपना पानी आस पास के खेतों के लिए देता रहे तो वहां भी हरियाली रहेगी और सुख समृद्धि आएगी। साथ ही तालाब में भी पानी हमेशा रहेगा, मगर तालाब यह सोच ले कि मुझे तो पानी देना ही नहीं है, तो पानी की अधिकता से पानी बहाव में व्यर्थ चला जाता है, तालाब का अस्तित्व भी खतरे में पड़ जाता है।
कार्यक्रम में नोखा पालिकाध्यक्ष नारायण झंवर, जुगल राठी, दामोदर झंवर,सुभाष मित्तल, डॉ धनपत कोचर, राजाराम धारणिया, विनोद गोयल, नरेश मित्तल, मगन चांडक, रामेश्वरलाल भूतड़ा, कन्हैयालाल लखाणी, बाबूलाल मोहता सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
चंद पलों में करोड़ जमा
भूमि पूजन समारोह के दौरान नोखा सहित आस-पास से बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे और जैसे-जैसे मां अन्नपूर्णा प्रसादालय के बारे में जानकारी हो रही थी, वैसे-वैसे उपस्थित लोग अपने आपको इससे जुड़ने से नहीं रोक पा रहे थे और कार्यक्रम सम्पूर्ण होने तक ही करोड़ों की घोषणा इसे बनाने में स्वेच्छा से ही कर रहे थे। इस दानवीरता पर पंडाल तालियों से गूंजता रहा। वहीं दर्शक दीर्घा में वाह -वाह होती रही। समारोह का संचालन कर रहे ज्योति प्रकाश रंगा ने संचालन करते हुए आश्रय स्थल के लिए दी जाने वाली राशि और सुविधाओं के बारे में जानकारी दी।