-भाजपा ने पहली सूची में उम्मीदवार घोषित कर दिया, कांग्रेस की दूसरी सूची में भी नाम तय नहीं
जयपुर(हरीश गुप्ता )। जयपुर शहर का प्रमुख विधानसभा क्षेत्र झोटवाड़ा से कांग्रेस की दूसरी सूची में भी प्रत्याशी घोषित न होना चर्चा का विषय बना हुआ है। वर्तमान में लालचंद कटारिया वहां से विधायक है, लेकिन उन्होंने शुरू में ही चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। ऐसा निर्णय क्यों लिया, यह आज तक किसी को पता नहीं।
गौरतलब है यहां से पूर्व में राज्यपाल सिंह शेखावत विधायक रहे थे। पिछले चुनाव में कार्यकर्ताओं की नाराजगी के चलते चुनाव हार गए। पूरे 5 वर्ष वे कार्यकर्ताओं से मधुर संबंध बनाते रहे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। अब पार्टी ने जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को मैदान में उतारा है।
गौरतलब यह भी है कि कांग्रेस की दो सूची आ चुकी है, लेकिन झोटवाड़ा और विद्याधर नगर से प्रत्याशी तय नहीं किया गया है। अब बताते हैं इस विधानसभा क्षेत्र का जातीय समीकरण। सबसे ज्यादा राजपूत समाज के 1 लाख 5 हजा़र, जाट 65 हजा़र, ब्राह्मण 55 हजा़र, कुम्हार- कुमावत 35 हजा़र, एससी 40 हजा़र, वैश्य समुदाय के 15 हजा़र और 10 हजा़र कायस्थ व अन्य समाज के वोटर है। (सभी एक अंदाजे में है)
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस से यूं तो कई दावेदारी कर रहे हैं, लेकिन कुम्हार- कुमावत समाज के एक व्यक्ति पूरी कोशिश में लगे हैं। वास्तविकता यह है कि समाज के लोग ही उनकी खिलाफत कर रहे हैं। वैसे कुम्हार समाज संख्या बल के आधार पर पांचवें नंबर पर है, लेकिन समाज में ही विरोध ज्यादा चिंताजनक है। ऐसे में क्या इनकी पार लग पाएगी नैया ? यह यक्ष प्रश्न है। बड़ा सवाल लालचंद कटारिया ने चुनाव से दूरी क्यों बनाई? खेती करने वाले, गौ सेवा करने वाले कटारिया को विभाग भी उनकी सोच व कर्म के हिसाब का मिला, फिर क्या कारण? उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा भी नहीं की है। भाजपा प्रत्याशी से डरे हों, ऐसा इसलिए नहीं कि उन्होंने शुरू में ही चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। फिर क्या कारण है यह चर्चा का विषय बना हुआ है।