

बीकानेर,दिव्य ज्योति जागृती संस्थान द्वारा पांच दिवसीय श्री कृष्ण कथा गोपेश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में पूजन और कथा का शुभारंभ किया गया जिसके पांचवें दिवस में दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी दिवेशा भारती जी ने भगवान श्री कृष्ण एवं रुक्मणी जी की विवाह गाथा को प्रस्तुत करते हुए बताया कि रुक्मणी जी आत्मा का प्रतीक है और भगवान श्री कृष्णा परम ब्रह्म परमात्मा है और इस कथा के दौरान साध्वी जी ने बताया कि गुरु की भूमिका ब्राह्मण देव निभाते हैं । जब रुक्मणी जी उन्हें पत्र देती है तो वह भगवान कृष्ण को देते हैं और फिर ही प्रभु और रुक्मणी जी का विवाह संपन्न हुआ इस गाथा से हमें शिक्षा मिलती है कि जब जीवन में गुरु आते हैं तब वह हमारी अंतर आत्मा का मिलन भगवान से करवाते हैं एक पूर्ण गुरु जिज्ञासु के मस्तिष्क पर हाथ रख दोनों भृकुटी में स्थित तीसरी आंख को खोलते हैं फिर एक जिज्ञासु अपने आंतरिक जगत में प्रवेश करता है । गुरु भीतर से ही उन्हें प्रकाश का दर्शन करवाते हैं । भीतर से ही संगीत सुनते हैं और हमारे स्वास्थ्य में चल रहे वास्तविक नाम को प्रकट कर देते हैं । फिर एक जिज्ञासु उसे नाम को महसूस करता है और इसी के साथ गुरु हमें भीतर से अमृत का पान करवाते हैं यह है चार फलों का ज्ञान जिसे ब्रह्म ज्ञान कहते हैं यह सनातन है, पुरातन है, भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि यह वह ज्ञान है जो सृष्टि के प्रारंभ में मैं सूर्य को दिया सूर्य ने अपने पुत्र मनु को दिया मनु ने अपने पुत्र इक्षवाकु को दिया । अतः ज्ञान को अपनाकर अपने जीवन को सफल करें ।*
कथा में विशेष रूप से मुख्य अतिथि राष्ट्रीय संत 1008 श्री श्री महामंडलेश्वर महंत श्री सरजू दास जी महाराज (राम झरोखा धाम), डॉ. मोहम्मद अबरार पवार (सीएमएचओ बीकानेर ), श्री सत्यप्रकाश आचार्य (पूर्व जिला अध्यक्ष शहर भाजपा बीकानेर), श्री भगवान अग्रवाल (सचिव श्री गंगा जुबली गौशाला), श्री रामदेव अग्रवाल (रंगवाले), श्री संतोष महाराज महानगर अध्यक्ष (आरएसएस), श्री गोपाल शिवरतन अग्रवाल, श्री संतोष शर्मा (बेंगलुरु वाले), श्री सुभाष स्वामी संचालक (आरएसवी स्कूल), दैनिक यजमान डॉ. रामदेव जी अग्रवाल, श्री मनमोहन जयपुरिया, श्री विकास अग्रवाल, पृथ्वीलाल मित्तल, श्री भैरूदान, मनोज चांडक, श्री किशन जी गौड़, आरती में श्री राजेश गोयल (राजमहल होटल वाले), एडवोकेट नरेंद्र अग्रवाल, एडवोकेट गणेश, जुगलकिशोर जी जयपुरिया, श्री बृजरतन पीती, श्री ऋषि कुमार जयपुरिया, चंद्र सिंह शेखावत (मंडल उपाध्यक्ष भाजपा), श्री ताराचंद्र गहलोत, श्री गोविंद जयगुरुदेव आदि शामिल हुए।*