जयपुर, । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश भर में कोरोना की रोकथाम में लगे स्वास्थ्यकर्मियों की मदद के लिए 6624 आयुष चिकित्सकों और कंपाउंडरों की सेवाएं चिकित्सा विभाग ने अधिगृहित कर ली हैं। इससे ना केवल फील्ड में काम कर रहे चिकित्सकों को मदद मिलेगी, वहीं कोरोना की रोकथाम और अधिक प्रभावी होगी।
डॉ. शर्मा ने बताया कि आयुष स्वास्थ्यकर्मियों की मदद से प्रदेश में कोरोना के मरीजों के क्वारेंटाइन, आइसोलशन सहित अन्य जुड़े कार्यो में चिकित्सकीय दलों को मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि इस मिशन चिकित्सा विभाग व अन्य विभाग बेहतरीन समन्वय के साथ काम कर रहे हैं।
रामगंज में 557 सैंपल में से 542 नेगेटिव:
डॉ. शर्मा ने बताया कि जयपुर रामगंज में संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए व्यापक स्तर पर सैंपल लिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि रामगंज क्षेत्र को जनगणना आधारित ब्लॉक्स बनाकर 30 क्लस्टर्स में बांटा था। क्षेत्र की मैपिंग कर स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा कल 557 सैंपल लिए गए। उन सैंपल्स में से जांच के बाद 542 नेगेटिव आए हैं और 11 पॉजीटिव चिन्हित हुए हैं, 4 की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि विभाग रामगंज सहित प्रदेश के सभी जिलों में युद्ध स्तर पर काम कर रहा है। मुख्यमंत्री स्वयं हर पल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
प्रदेश में लिए 19 हजार से ज्यादा सैंपल:
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश भर में अब तक 19107 सैंपल लिए गए हैं उनमें से 17851 नेगेटिव पाए गए हैं, जबकि 430 पॉजीटिव चिन्हित हुए हैं। 826 सैंपल्स की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। उन्होंने बताया कि कोरोना की इस जंग में चिकित्सक, पुलिस, प्रशासक, नसिर्ंग स्टाफ, मेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस ड्राइवर, चपरासी, सफाई कर्मचारी व अन्य लोगों ने त्याग और जज्बे का परिचय दिया है। इन सभी कोरोना वॉरियर्स की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है।
6 करोड़ लोगों की अब तक हुई स्क्रीनिंग:
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि अब तक ओपीडी में 40 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। एक्टिव सर्विलांस टीम के सदस्यों ने अब तक 1 करोड़ 43 घरों का सर्वे कर करीब 6 करोड़ 10 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिस युद्ध स्तर पर चिकित्सा विभाग की टीमें लगी हुई है, उससे मुझे उम्मीद है कि हम कोरोना को मात जरूर दे पाएंगे।