– मधेपुरा जिले के मुरलीगंज में है मायका और खुरहान गांव में है ससुराल

बिहार(सुपौल)-ब्यूरों (प्रशांत कुमार)- कोसी की धरती अपनी आंचल में अद्भुतता की खमीर समेटे बैठी हैं।कोशी अंचल कई लिजेंड्री फिगर्स दी है। धरती प्रतिभाओं से भरी हुई हुई है। ऐसे में कोसी प्रमंडल के मधेपुरा जिला निवासी अनामिका मिथिलेश सिंह, देश की राजधानी दिल्ली के राजनीतिक गलियारे में अपनी धमक दिखा रही हैं। गौरतलब है कि वे दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की निर्विरोध महापौर नियुक्त हुई हैं। गौरतलब हो कि दिल्ली प्रदेश भाजपा ने उन्हें दक्षिणी दिल्ली के महापौर पद पर उम्मीदवार बनाया था।

भाजपा के पास दोनों सदन में पूर्ण बहुमत है। बेहद खास बात यह रही कि अनामिका सिंह के विरुद्ध किसी ने भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया। जिसके फलस्वरूप बीते 24 जून को वे दक्षिणी दिल्ली की निर्विरोध महापौर निर्वाचित हो गईं। इससे पूर्व अनामिका सिंह, दक्षिणी दिल्ली नगर परिषद में पर्यावरण प्रबंधन सेवाएं समिति की अध्यक्ष थीं। फिलवक्त वे हरिनगर से पार्षद हैं। मालूम हो कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में महापौर पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित अनामिका मिथिलेश सिंह का जन्म जहां मधेपुरा जिले के मुरलीगंज में हुआ, वहीं उनकी ससुराल मधेपुरा जिले के ही खुरहान गांव में है। बिहार के मुरलीगंज में जन्मी अनामिका बचपन से ही मेधावी रही हैं। उनके दादा स्व कुशेश्वर सिंह 15 वर्ष तक लगातार बिहार विधान परिषद के सदस्य रहे हैं। इनके पिता धीरेन्द्र नारायण सिंह मुरलीगंज स्थित बी.एल.इंटर हाई स्कूल में लेक्चरार रहे हैं। अनामिका राष्ट्रवादी विचारधारा से काफी प्रभावित थी। उनके पति मिथिलेश सिंह ने उन्हें जन-सेवा के लिए प्रेरित किया। मिथिलेश सिंह भी संघ से जुड़े रहे हैं। वे राममंदिर आंदोलन में भी सक्रिय रहे थे। राष्ट्रवादी विचारधारा के कारण, भाजपा ने उन्हें मंडल अध्यक्ष बनाया था। बाद में, उन्हें जिला अध्यक्ष बनाया गया।
अनामिका का जुड़ाव जनता के बीच रहा है। साल 2012 के निगम चुनाव में उन्हें हार मिली थी। इसके बावजूद, वे जनता की प्रिय बनी रहीं। जिसका परिणाम यह हुआ कि 2017 के निगम चुनाव में वे पांच हजार से अधिक वोट से विजय प्राप्त किया। इन्होंने पार्षद बनने के बाद, कुड़े की गाड़ी को घर-घर पहुँचाया। डस्टबिन, दरी और सिलाई मशीन का वितरण किया। जिसके कारण उनकी लोकप्रिय काफी बढ़ती गई। इसके बाद पार्टी ने इनकी निष्ठा को देखते हुए महापौर पद का उमीदवार बनाया और वे निर्विरोध निर्वाचित हुई।