प्रशांत कुमार/सुपौल(ओम एक्सप्रेस ब्यूरों)

कोरोना वायरस एक अंतरराष्ट्रीय महामारी का रूप ले चुकी है। हजारों की संख्या में लोग मर चुके हैं, लाखों की तादाद में लोग संक्रमण के शिकार हैं। देश ठहर गया है सम्पूर्ण भारत में लॉक डाउन की घोषणा हो चुकी है। करोड़ो की संख्या में मानव जीवन अस्त- व्यस्त हो गया है। अबतक इस महामारी का कोई इलाज नहीं है। इसलिए लोग घरों में रहें और सफाई का पूरा ख्याल रखें। महामारी के इस महा प्रलय काल मे हर आम वो खास की जिम्मेदारी है कि राष्ट्र की रक्षा के लिए घर मे ही रहकर सरकारी निर्देशों का पालन करे और अपने आसपास के जरूरतमंदो की मदद करें। इतना बड़ा काम कोई भी सरकार बिना जन सहयोग के नही कर सकती है।इसी सत्य भावना को ध्यान में रख कर बिहार राज्य किसान सलाहकार संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ अमन कुमार ने अपने तीन महीने का वेतन पीड़ितों की मदद के लिए दान स्वरूप देने की घोषणा की है। जिला प्रशासन के देख -रेख में आवश्यक सामग्री खरीद कर गरीबों के बीच वितरित किया जाएगा।

उनके इस पहल का लोरिक विचार मंच सहित दर्जनों सामाजिक संगठनों ने स्वागत किया है। प्रेस विज्ञप्ति जारी कर डॉ अमन कुमार ने बताया कि मुझे पूरी उम्मीद है कि क्षेत्र के अन्य संगठन, सरकारी कर्मचारी व पदाधिकारी, साधन संपन्न परिवार और व्यापारी वर्ग भी इससे प्रेरित होकर सहयोग के लिए आगे आयेंगे। डॉ. कुमार ने कहा कि भारत विश्व को सदैव शांति, सत्य और अहिंसा का मार्गदर्शन किया है।

भगवान श्रीकृष्ण ने लोगों को कर्मयोग का पाठ पढ़ाया है। भगवान राम ने मर्यादा का आचरण सिखलाया। गौतम बुद्ध, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और महावीर ने संसार को अहिंसा और सत्य पर चलने की सीख दी। प्राचीन ऋषि-मुनियों ने अपने आचरण से समाज को धर्म पर चलना सिखाया। ऐसे महान और धर्मपरायण देश में गरीब भूख से तरस-तरस कर मरे और आस -परोस के महल में रहने वाले अमीर चैन की नींद सोए कहीं से भी उचित नहीं है। लोगों को इंसानियत दिखाना चाहिए। अमीर को गरीब के प्रति भाईचारा निभाना चाहिए। जनबल के सहयोग से ही भारत इस मुश्किल घड़ी से उभर सकता है।

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