

-अब भाजपा की बाड़ेबंदी भी शुरू
– वसुंधरा राजे की जेपी नड्डा से मुलाकात कोई विश्व का आठवां आश्चर्य नहीं है-भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पूनिया।
ओम एक्सप्रेस- जयपुर
14 अगस्त से राजस्थान विधानसभा का सत्र शुरू होना है। जैसे जैसे 14 अगस्त की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे वैसे प्रदेश का राजनीतिक माहौल गर्म होता जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में सौ विधायक पिछले एक माह सेे होटलों में बंधक बने हुए हैं, तो वहीं सचिन पायलट के नेतृत्व में कांग्रेस के 19 विधायक दिल्ली में अज्ञात स्थान पर बैठे हुए हैं। अब 8 अगस्त से भाजपा के विधयाकों की भी बाड़ेबंदी शुरू हो गई है। भाजपा के 12 विधयक पहले ही गुजरात पहुंच चुके हैं। जबकि 8-10 विधायक जयपुर से पोरबंदर पहुंचे हैं।


भाजपा के विधायक अशोक लाहोटी ने कहा कि गहलोत सरकार की पुलिस भाजपा विधायकों को परेशान कर रही है, इसलिए विधायक सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। वहीं जयपुर एयरपोर्ट से पोरबंदर जाने वाले कुछ विधायकों ने कहा कि 9 अगस्त को सुबह सोमनाथ मंदिर में दर्शन किए जाएंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा विधायक फूल सिंह मीणा, अर्जुन लाल जीनगर, जस्साराम कोली, कैलाश मीणा, समाराम गरासिया, बाबूलाल खराड़ी, पूसाराम, हरेन्द्र निनामा, गौतम लाल मीणा, अमृत लाल मीणा, शोभा चौहान, नारायण सिंह आदि गुजरात पहुंच चुके हैं, जबकि अशोक लाहोटी, निर्मल कुमावत, जब्बार सिंह सांखला, गुरदीप सिंह, महेन्द्र कुमार मोची, गोपाल लाल शर्मा आदि 8 अगस्त को सांगानेर हवाई अड्डे से रवाना हुए हैं। विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि भाजपा विधायकों के गुजरात जाने को बाड़ा बंदी नहीं कहा जा सकता है। हमें बाड़ा बंदी करनी होती तो हम भी तभी करते जब अशोक गहलोत ने कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को बंधक बनाया। कटारिया ने कहा कि भाजपा से विधायकों को एकजुट रखना पार्टी का धर्म है। यहां यह उल्लेखनीय है कि 200 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 72 विधायक हैं तथा भाजपा को तीन निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है। आरएलपी के तीन विधायक भाजपा को पहले से ही समर्थन दे रहे हैं। सचिन पायलट के नेतृत्व में कांग्रेस के 19 विधायकों के द्वारा बगावत करने के बाद राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार अल्पमत आ गई है।


विश्व का आठवां आश्चर्य नहीं:
प्रदेश की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने 7 अगस्त को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। राजे ने 8 अगस्त को केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की है। राजे की इन मुलाकातों को मीडिया में प्रमुखता के साथ प्रसारित किया जा रहा है। इसी पर 8 अगस्त को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कठोर टिप्पणी की है। पूनिया ने कहा कि राजे की नड्डा से मुलाकात कोई विश्व का आठवां आश्चर्य नहीं है। राजे भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। ऐसे में राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात करना सामान्य बात है। पूनिया ने कहा कि राजे दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। पार्टी में राजे का पूरा सम्मान है।
