जींद, 20 फरवरी
गुड टच व बैड डच की समझ बच्चों में जरूर होनी चाहिए। कईं बार गलत मंशा को लेकर व्यक्ति बच्चों के साथ गलत हरकत करने लगते हैं जिससे बच्चों को आभास तो होता है कि ऐसे लोगों की सोच क्या हैं परंतु बच्चें कुछ बोल नहीं पाते। ऐसे बच्चों को चाहिए कि इस प्रकार ही हरकत करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ अपने माता पिता, अध्यापकों व पुलिस से शिकायत जरूर करें ताकि उन्हें सख्त से सख्त सजा मिल सके। यह शब्द दालमवाला पब्लिक स्कूल गांव दालमवाला में पुलिस पीआरओ पवन कपूर ने सैकड़ों स्कूली छात्र छात्राओं को अपने संबोधन में कहें। इस अवसर पर एसआई नरेश कुमार, साईक्लोजिस्ट आरके गिल, मेडम सुमिता सिंह आदि मौजूद रहे।
स्कूल प्रधानाचार्य सुशील रांगी व डायरेक्टर मोहित दालमवाला ने भी पुलिस टीम का भव्य स्वागत किया तथा कहा कि इस प्रकार से बच्चों को अवेयर करने के इंवेंट पुलिस द्वारा होते रहने चाहिए ताकि समय के रहते ही बच्चों में जागरूकता बनी रहे। पुलिस पीआरओ ने कहा कि पेरेंटस को चाहिए कि वह अपने नाबालिग बच्चों को दो पहिया वाहन तब तक न चलाने दें जब तक वह बालिग न हो जाएं और उनका लाईंसेंस जरूर बना हो। हमेशा वाहन को चलाते समय सिर पर हेलमेट का प्रयोग करें। हेलमेट पहनना पुलिस की नहीं बल्कि हमारी स्वयं की सुरक्षा हैं। हम सुरक्षित तो सामने वाले भी सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने कहा कि नशा बुरी आदत हैं। नशा करने वाले के परिवार को कीतनी आर्थिक व सामाजिक हानि उठानी पड़ती हैं। इसका अंदाजा वही परिवार लगा सकता है जो भुगत भोगी हैं। नशे के विरूद्ध बच्चें को चाहिए कि वह विशेष अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने का काम करें ताकि हमारे अभियान से समाज में नेश के खिलाफ एक नई दशा और दिशा बने जिससे हमें आत्मिक संतुष्टि व खुशी भी मिलती हैं।