बीकानेर,( ओम एक्सप्रेस ) सरेह नथानिया गोचर सार्वजनिक भू सम्पदा में पर्यावरणीय विकास, मृरुस्थलीय वनस्पति संवर्द्धन औऱ चारागाह विकास के सारे काम एक साथ शुरू होंगे। 17 जून को सुबह इन कामों की एक समारोह के साथ शुरुआत होगी।। यह निर्णय शनिवार को सरेह नथानिया स्थित हनुमानजी मंदिर सभागार में गोचर विकास से जुड़ी संस्थाओं और इस क्षेत्र में कार्यरत प्रमुख लोगों की बैठक में किया गया। बैठक की अध्यक्षता पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने की। बैठक में बरजू महाराज, महावीर रांका, देव किसान चांडक, प्रताप सिंह उर्फ गोगी बन्ना ने सुझाव दिए।। बैठक में निर्णय किया गया कि शहर से सटी गोचर पर पिल्लर लगाकर दीवार बनाने का काम 17 जून से शुरू किया जाएगा। पहले चरण में करीब 3 किलोमीटर दीवार बनेगी। साथ ही गोचर में खेजड़ी, पीपल, बड़ के पेड़ लगाने और सेवण घास का चारागाह विकसित किया जाएगा।
भाटी ने अफसोस जताया कि गोचर की सरकार के स्तर पर अनदेखी होने से गौचर से मिलने वाले फायदों से समाज वंचित रह रहा है। अब समाज ही आगे आकर सर्वजन हिताय गोचर का विकास का जिम्मा ले रहा है। दो घण्टे चली बैठक में गोचर के समग्र विकास के अलावा संरक्षण और सुरक्षा के मुद्दे भी उठे। सभी ने यह संकल्प लिया कि मिलजुल कर गोचर का विकास करेंगे। भाटी हर वर्ष अपनी माँ की स्मृति में आर्थिक सहयोग देंगे। पहले चरण में भाटी ने ढाई लाख रुपये सरेह नथानियागोचर विकास समिति अध्यक्ष ब्रज रतन किराडू को देने की घोषणा की।। इस बैठक में शामिल देव किसान चांडक, प्रताप सिंह उर्फ गोगी बनना, महावीर रांका,राजेन्द्र सिंहदेवड़ा, मोहन सिंह नाल, राम प्रताप डूडी, प्रेम लेघा, भूरा राम जाखड़,, अजित सिंह सिसोदिया, सदीक खा मेघ दास साध, सूरज प्रकाश राव, तेज भाटी हंस राज भादू, भँवर भादू। गोविंद बल्लभ किराडू उर्फ सीनू। मन्नू बाबू सेवग, खींव राज थानवी समेत उपस्थित लोगों ने सहयोग का संकल्प जताया।। महावीर रांका ने कहा कि 17 जून के कार्यक्रम में गो सेवा व गोचर से जुड़े लोगों और शामिल किया जाएगा।