

– बोर्ड ने की जांच शुरू
– जयपुर के रजत हॉस्पिटल का मामला
जयपुर,दिनेश शर्मा अधिकारी”)। जयपुर के सिरसी रोड पांच्यावाला में स्थित निजी रजत चिकित्सालय के खिलाफ मंगलवार को मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में फर्जी तौर पर ऑपरेशन दिखाकर लाखों के बिल बीमा कंपनी से उठाने के मामले में करनी नगर थाना में मामला दर्ज किया गया है। निजी अस्पताल भोले-भाले ग्रामीणों का चिरंजीवी योजना में इलाज के नाम पर कर रहे हैं फर्जी ऑपरेशन, सरकार को लगा रहे हैं लाखों का पलीता। इसके अलावा जयपुर सीएमएचओ द्वितीय डॉक्टर नरोत्तम शर्मा ने भी इस मामले में जांच के लिए 3 डॉक्टर्स की कमेटी गठित की है। इस कमेटी ने मामले की जांच शुरू की है अभी जांच रिपोर्ट आने के बाद अबमेडिकल बोर्ड बनाकर विशेषज्ञों के माध्यम से पूरे मामले की पुनः जांच कराने का निर्णय किया है गया है। जिससे कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। इस मामले में मेडिकल विभाग द्वारा भी उच्च स्तरीय कार्यवाही भी की जा रही है। इस मामले में यह स्पष्ट हो गया है कि एजेंट गोपाल के माध्यम से भोले भाले ग्रामीण लोगों को इलाज के नाम पर अस्पताल में भर्ती दिखाकर फर्जी ऑपरेशन कराए जाने का मामला उजागर हो गया है। पीड़ित अजमेर जिले के मसूदा क्षेत्र के गांव अमर सिंह का बाडिया निवासी जसवंत सिंह सहित कई लोगों ने रजत हॉस्पिटल के प्रबंधकों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई है। एफ आई आर में शिकायत की है कि गत 18 दिसंबर को अजमेर जिले के मसूदा क्षेत्र के गांव खेमपुरा के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में कैंप लगाया गया जहां उनका हेल्थ चेकअप किया गया और दो गाड़ी में 12 से 13 लोगों को यहां रजत अस्पताल इंजीनियरिंग कॉलोनी सिरसी रोड पांच्यावाला मैं लाया गया । श्रीमती भंवरी देवी, जसवंत सिंह और श्रीमती परमेश्वरी देवी को भर्ती किया गया और उनसे आधार और भामाशाह कार्ड जमा कर लिए और उनसे खाली कागजों पर हस्ताक्षर करा लिए इसके बाद उन्हें फर्जी तौर पर घुटनों का ऑपरेशन दिखाने के लिए लगा दिए। जबकि इन लोगों के घुटने का मामला ही नहीं था अन्य बीमारी थी उसका इलाज नहीं किया गया। पीड़ितों ने अस्पताल की मुख्य डॉक्टर लीला जैन, त्रिलोक जैन, डॉ एसएस सोनी, डॉक्टर समंदर सिंह, डॉ मनीष स्वामी और डॉक्टर आई पी अग्रवाल के अलावा गोपाल का नाम भी इस गोरखधंधे में शामिल होना बताया गया है।
