पैसों के लेन-देन को लेकर दोस्त बने दुश्मन, प्लानिंग कर गैंगस्टर को मारा

जयपुर। जयपुर में गैंगस्टर महेंद्र मीणा हत्याकांड में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हत्या में शामिल चार बदमाशों को पुलिस ने मंगलवार रात गिरफ्तार किया। पुलिस जांच में सामने आया कि पिछले करीब डेढ़ साल से दोनों गैंग मिलकर जयपुर में लड़कियां सप्लाई और सट्‌टे का काम कर रही थी। दोनों गैंग के सरगना आपस में दोस्त थे। रुपयों के लेन-देन को लेकर आपस में विवाद होने पर एक-दूसरे के दुश्मन बन बैठे। वर्चस्व को लेकर दोनों गैंग में गहरी रंजिश हो गई। बदला लेने के लिए गैंगस्टर विनित मेडी ने गैंग के बदमाशों को इकट्ठा किया। प्लानिंग कर दूसरी गैंग के सरगना महेन्द्र मीणा की रेकी कर गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में यूज एक कार जब्त की है। हत्या में शामिल फरार सरगना सहित गैंग के बदमाशों की तलाश कर रही है। जयपुर ईस्ट पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा किया।
DCP (ईस्ट) डॉ. राजीव पचार ने बताया कि मर्डर में आरोपी भरत लाल मीणा (25) पुत्र रामरतन मीणा निवासी नांगल शेरपुर बालघाट करौली, प्रियांशु मीणा (21) पुत्र भगवान सहाय मीणा निवासी सौंप नादौती करौली, यादराम मीणा (28) पुत्र किरोडी लाल निवासी खिलचीपुर नांगल पहाड़ी बालघाट करौली और मोनू कटकड (29) पुत्र रामचरण मीणा निवासी ग्राम कटकड सदर हिंडौन सिटी करौली को अरेस्ट किया है। गैंगस्टर महेन्द्र मीणा की हत्या के मामले में बदमाशों की तलाश में पुलिस टीमें राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब और गुजरात में दबिश दे रही है।

पुलिया के पास दबिश देकर बदमाश मोनू कटकड को धर-दबोचा। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से तीन हथियार और एक कार बरामद की है।

पैसे के लेन-देन विवाद में दोस्त से बने दुश्मन
DCP (ईस्ट) डॉ. राजीव पचार ने बताया कि बदमाश विनित मेडी और महेन्द्र मीणा दोनों करौली के रहने वाले हैं। करीब डेढ़ साल पहले दोनों दोस्त विनित और महेन्द्र जयपुर आए थे। जयपुर ईस्ट में किराए का मकान लेकर दोनों ने अपनी-अपनी गैंग को पनाह दी। दोनों गैंग मिलकर जयपुर में ऑनलाइन लड़कियों की सप्लाई और सट्‌टे का काम करने लगी। करीब एक साल तक दोनों ने साथ मिलकर ऑनलाइन लड़कियां सप्लाई और सट्टे का कारोबार कर खूब पैसा कमाया। पैसे के लेन-देन को लेकर दोनों गैंग सरगना विनित मेडी और महेन्द्र मीणा में विवाद हो गया। झगड़ा होने पर दोनों अलग-अलग होकर अपना काम करने लगे।

एक दिन पहले बनाई मर्डर की प्लानिंग
दोनों की गैंग लड़की सप्लाई और सट्टे का जयपुर में काम करने लगी। एक ही तरह का काम होने के कारण दोनों में वर्चस्व की जंग शुरू हो गई। खुद को बड़ा दिखाने के चलते दोनों गैंगस्टर में झगड़े होने लगे। इसके चलते दोनों गैंग में गहरी रंजिश हो गई। दोनों दोस्त आपस में दुश्मन बन एक-दूसरे के खून के प्यासे हो गए। महेन्द्र मीणा को मारने के लिए विनित मेडी ने एक दिन पहले गैंग के बदमाशों को इकट्ठा किया। महेन्द्र मीणा के मर्डर की प्लानिंग की गई।

तीन राउंड किए फायर, महेन्द्र का मारकर भागे
गैंगस्टर महेन्द्र मीणा के मर्डर का बदमाश विनित मेडी, महेश नांगल, संतोष उर्फ बच्चा मीणा, भरत मीणा, प्रियांशु, भानु मीणा, मोनू कटकड और राहुल उर्फ ऋषभ मीणा आदि ने मिलकर प्लान बनाया। प्लानिंग के तहत विनित गैंग के बदमाशों ने महेन्द्र मीणा की रेकी की। 1 दिसम्बर की शाम करीब 7 बजे थार जीप में विनित मेडी गैंग के बदमाश सवार होकर आए। प्रताप नगर स्थित गोदावरी अपार्टमेंट के पास चाय की थड़ी में बैठे महेन्द्र मीणा (26) व उसके साथियों को घेर लिया। जीप सवार बदमाशों ने तीन राउंड फायर किए। एक गोली महेन्द्र मीणा के पीठ में लगने से उसकी मौत हो गई। अचानक हुई फायरिंग से महेन्द्र मीणा को छोड़कर उसके साथी वहां से भाग निकले। पुलिस पड़ताल में सामने आया कि महेंद्र मीणा और विनीत मेडी दोनों पेशेवर अपराधी हैं। जिनके खिलाफ जयपुर सहित विभिन्न थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं।

पूर्व में मां-चाचा सहित चार को किया अरेस्ट
पुलिस पूर्व में महेन्द्र मीणा हत्याकांड में गैंगस्टर विनित मेडी की मदद करने वाले चार लोगों को अरेस्ट कर चुकी है। पुलिस ने विनित मेडी के चाचा विवेक मीणा और मां सुनीता मीणा को 8 दिसम्बर को अरेस्ट किया था। महेन्द्र मीणा की हत्या कर विनित कार लूटकर भागा था। टोंक रोड पर कार खड़ी कर बाइक से अपने गांव चला गया। उसकी मां और चाचा ने फरारी काटने के लिए बदमाश विनित को घर से 50 हजार रुपए और बाइक उपलब्ध करवाई। उस बाइक से विनित अपने साथी ऋषभ मीणा और महेश नागर के साथ उत्तर प्रदेश भाग गया। उत्तर प्रदेश में उसे मुजाहिद्दीन और अमरचंद ने सहयोग किया। उत्तर प्रदेश की लोकेशन मिलने पर पुलिस ने दबिश दी तो विनित साथियों के साथ भाग निकला। पुलिस ने शरण देने वाले दोनों आरोपी मुजाहिद्दीन और अमरचंद को अरेस्ट किया

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