अनूप कुमार सैनी
गुरुग्राम। सुशांत लोक स्थित ट्रैफिक टावर में कंट्रोल रूम प्रभारी इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह द्वारा आत्महत्या किए जाने से पुलिस महकमे के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक हैरान हैं। रविवार सुबह सूचना मिलते ही सभी स्तब्ध रह गए। किसी को समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर उन्होंने आत्महत्या क्यों की? कभी भी काम के दौरान उनके चेहरे पर किसी ने तनाव नहीं देखा। सभी के साथ उनके संबंध बेहतर थे।
पुलिस उपायुक्त (ट्रैफिक) चंद्रमोहन कहते हैं कि सत्येंद्र सिंह आवश्यक कार्य से शनिवार शाम रेवाड़ी गए थे। वहीं पर उनके द्वारा आत्महत्या किए जाने की सूचना से वे खुद हैरान हैं। उन्होंने सत्येंद्र सिंह को कभी भी तनाव में नहीं देखा। पता नहीं ऐसा क्या हो गया कि जीवनलीला समाप्त कर ली। सत्येंद्र सिंह के ऊपर कभी भी काम का दबाव नहीं दिखा। वह हंसते हुए काम को करते थे।