डाकघर व एक बैंक में पिस्तौल की नोंक पर हुई दो लूट की वारदातों का पुलिस ने किया पर्दाफाश - OmExpress

बीकानेर, (ओम एक्सप्रेस)। राजस्थान में बीकानेर संभाग मुख्यालय के डाकघर व एक बैंक में पिस्तौल की नोंक पर हुई दो लूट की वारदातों का पर्दाफाश पुलिस ने रविवार को किया। आईजी पुलिस प्रफुल्ल कुमार, एसपी प्रीति चंद्रा ने बताया कि बीते सितम्बर-2020 में रेलवे कॉलोनी स्थित डाकघर में फायरिंग कर व स्टाफ को बंधक बनाकर 3.54 लाख की लूट तथा बीते महीने राजस्थान मरुधर ग्रामीण बैंक के मैनेजर को गोली मारकर पिस्तोल की नोंक पर 10.77 लाख रुपए की लूट हुई थी। वारदातों का खुलासा करने के लिए 6 टीमों का गठन किया गया और दो आरोपी धीरज उर्फ धर्मप्रीतसिंह पुत्र जसवंत सिंह जाति मजबीसिक्ख निवासी मुक्ताप्रसाद तथा धीरज पुत्र नरसिंह जाति मेघवाल निवासी सर्वोदय बस्ती को बापर्दा गिरफ्तार कर एक पिस्टल मय मैगजीन व 8 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। एसपी चंद्रा ने बताया कि दोनों मुल्जिमानों द्वारा कम भीड़-भीड़ वाले जगह पर बैंक व डाकघर की रैकी की तथा घटना को अंजाम देने से पहले दो-तीन बार बैंक व डाकघर के अंदर जाकर स्थिति का अनुमान लगाकर सुनिश्चित किया कि किस समय और किस तरीके से वारदात को अंजाम देना है। साथ ही दोनों आरोपी बैंक व डाकघर पहुंचने वाले ऐसे रास्ते चुनते जिसमें सीसीटीवी कैमरा लगा नहीं हो। वारदात को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने हुलिया व पोशाक बदली और घटना को अंजाम देने के बाद सुनसान जगह जाकर गमच्छा व टोपी को गिरा देते थे। वारदात खुलासा करने से पहले 17 संदिग्ध व्यक्तियों, अपराधियों को चिन्हित कर पूछताछ कर आसूचना संकलित कर रिकॉर्ड तैयार किया गया। उन्होंने बताया कि घटना की वारदात को ट्रेस आउट करने में हैड कांस्टेबल साईबर सैल एसपी कार्यालय दीपक यादव व महावीर सिंह, कांस्टेबल योगेंद्र धवल का विशेष योगदान रहा।

वारदात करने का तरीका
पुलिस ने बताया आरोपी बीकानेर शहर के कम भीड़भाड वाले जगह पर स्थित फाइनिश्यल, सरकारी कार्यालय, बैक, डाकघर की रैकी की तथा घटना को अंजाम देने से पूर्व दो तीन बार बैंक व डाकघर में जाकर बैक व डाकघर की अंदर की स्थित का जायजा लेकर यह तय किया कि किस समय और किस तरीके से वारदात को अंजाम देना है। आरोपी लूट के समय फायरिंग करना तय था जिससे की दहशत का माहौल बन गये और लूट की वारदात को अंजाम देकर शहर की छोटी गलियों को चिन्हित करते जिससे की वह आसानी से भाग सके तथा आरोपी उन गलियों में से भगाते जहां पर सीसीटीवी कैमरे नही लगे हुए हो। लूट से पहले आरोपी टोपी व गमछा खरीदते थे वारदात के बाद दोनों वस्तुाओं को फेंक कर कपड़े चेंज करके घर चले जाते थे।

आरोपियों से बरामद हुआ यह समान
दोनों आरोपियों ने पुलिस ने अब तक धीरज उफ धर्मप्रीतसिंह पुत्र जसंवत सिंह से वारदात के समय उपयोग ली गई अवैध पिस्टल मय मैगजीन व 8 जिंइदा कारतूस बरामद किये है।

इनका भी रहा सहयोग

आईजी पुलिस प्रफुल्ल कुमार के निर्देशन, एसपी प्रीति चंद्रा के सुपरविजन में व आईपीएस शैलेंद्र इन्दोलिया के नेतृत्व में वृत्ताधिकारी सुभाष शर्मा, आरपीएस दीपचंद, नयाशहर थानाधिकारी गोविंद सिंह चारण, बीछवाल थानाधिकारी मनोज शर्मा, मुक्ताप्रसाद चौकी उप निरीक्षक सुरेंद्र बारुपाल, उपनिरीक्षक डीएसटी महेंद्र कुमार, सउनि रामकरण सिंह, एचसी कानदान, दीपक यादव, अब्बुल सत्तार, वासुदेव, लखविंद्र सिंह, योगेंद्र सिंह, दलीपसिंह, पूनमचंद, ओमप्रकाश राड की अलग-अलग टीमों का गठन किया जाकर सीसीटीवी, तकनीकी व फील्ड आसूचना व वैज्ञानिक तकनीक इत्यादि पर टास्क दिए गए।