बीकानेर 31 जुलाई। सम्भाग के सबसे बड़े राजकीय डूंगर महाविद्यालय में प्राध्यापकों ने रूक्टा के बैनर तले विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। रूक्टा के प्रान्तीय महामंत्री डाॅ. विजय कुमार ऐरी ने बताया कि बड़ी संख्या में काॅलेज प्राध्यापक शुक्रवार सुबह से ही काॅलेज के मुख्य द्वार पर एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। काॅलेज प्राध्यापक वर्तमान में निदेशालय की ओर से प्रत्येक संकाय सदस्य पर ई कन्टेन्ट को अपलोड करने में प्रतिदिन नये नये आदेश जारी करने से शिक्षकों में भारी रोष है।
साथ ही अपलोड करने की कार्यवाही की निदेशालय द्वारा माॅनीटरिंग का विरोध करते हुए यह अधिकार प्राचार्य को देने की मांग कर रहे थे। डाॅ. ऐरी ने कहा कि जब शिक्षकों के सभी प्रकार के कार्यों की माॅनीटरिंग प्राचार्य ही करते हैं तो ई कन्टेन्ट की माॅनीटरिंग निदेशालय द्वारा किया जाना प्राचार्य के अधिकारों में अनावश्यक हस्तक्षेप की श्रेणी में आता है जिसे तुरन्त ही बन्द किया जाना चाहिये।
रूक्टा की केन्द्रीय कार्यकारिणी के संयुक्त सचिव डाॅ. अनन्त जोशी ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा 31 अगस्त तक सभी शिक्षण संस्थायें बन्द रखने का निर्देश दिया गया है बावजूद इसके पूरे प्रदेश के विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में शिक्षकों को प्रतिदिन उपस्थिति देने हेतु पाबन्द किया गया है, जो कि सरासर गलत है जबकि सभी शिक्षक अपने व्यक्तिगत स्रोतों से विद्यार्थियों को निरन्तर ई कन्टेन्ट उपलब्ध करवा रहे हैं। डाॅ. जोशी ने कहा कि ये सभी कार्य घर से भी सम्पादित किये जा सकते हैं इसलिये 31 अगस्त तक केन्द्र सरकार की एडवायजरी का पालन करते हुए वर्क फ्रोम होम के आदेश तुरन्त जारी किये जाने आवश्यक हैं।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला संकाय सदस्यों सहित काॅलेज के विभिन्न संकायों के डीन, विभागाध्यक्ष,संकाय सदस्य एवं एनएसयूआई के पदाधिकारी भी सम्मिलित हुए।