-मुकेश पूनिया-
बीकानेर। शहर में बुधवार सुबह सोशल मीडिया के जरिये फैली तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध की अफवाहों से इस कदर मारामारी मची की चंद ही मिनटों में गुटखों,पान मसालों,बीडी सिगरेट के होलसेल डीलरों की दुकानों पर भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ नियंत्रण के लिये पुलिस को दस्तक देनी पड़ी और सोशल डिस्टेंसी के खतरें को भांप कर पुलिस ने एतिहात के तौर पर दुकानें बंद करवा दिये। तंबाकू उत्पादों के होलसेल डीलरों की दुकानें बंद होने की खबर फैलते ही छोटे दुकानदारों ने तंबाकू उत्पाद गायब कर दिये,घंटेभर के अंतराल में हालत इस कदर हो गये कि तलबगार गुटखों,पान मसालों और बीडी सिगरेट के लिये इधर उधर भटकते नजर आने लगे और दाम भी दुगुने हो गये। बड़े कोरोबारियों और खुदरा तंबाकू उत्पाद विक्रेताओं ने भी कालाबाजारी की नियत से मॉल का स्टॉक कर लिया। जबकि सरकारी स्तर पर बुधवार देर अपरान्ह तक तंबाकू उत्पादों पर पाबंदी लगाने का कोई आदेश ही जारी नहीं हुआ। इस मामले को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भी स्पष्ट तौर पर कहा कि फिलहाल तंबाकू उत्पादों पर पांबदी के लिये सरकारी स्तर पर कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। जबकि सोशल मीडिया पर सुबह से राज्य सरकार द्वारा तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध लगाये जाने की आंशका को लेकर चौंकाने वाले अंदाज में खबरें चलाई जा रही थी। सोशल मीडिया पर वायरल खबरों में बताया गया था कि अनलॉकडाउन के दौर में गुटखा, पान और तंबाकू पर प्रतिंबध हटाने का मामला अब सरकार के लिए ही सिरदर्द साबित हो रहा है। सार्वजनिक स्थानों और जगह-जगह पान, गुटखे और तंबाकू की पीक थूकने की लगातार शिकायतें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मुख्य सचिव डीबी गुप्ता तक पहुंच रही हैं, जिसके बाद सरकार अपने इस फैसले पर पुर्नविचार कर रही है। सूत्रों की माने तो सरकार लॉकडाउन 5.0 के लिए जारी की गई गाइड लाइन में बदलाव कर गुटखा, तंबाकू और पान के सेवन पर फिर रोक लगा सकती है। बताया जाता है कि सरकार के पास लॉकडाउन 5.0 की गाइड लाइन की अवहेलना करने की शिकायतें पहुंच रही हैं उनमें सबसे ज्यादा शिकायतें मास्क नहीं लगाने और गुटखा, पान, तंबाकू का सेवन कर सार्वजनिक स्थानों पर थूकने की शिकायतें ज्यादा हैं। पुलिस के अलावा कई सामाजिक संगठनों ने भी इस तरह की शिकायत मुख्य सचिव डीबी गुप्ता को भेजी है,ऐसे में संभावना है कि राज्य सरकार तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर पुर्नविचार कर सकती है।

-:फिर बढी कालाबाजारी की आंशका
जानकारी में रहे कि कोरोना आपदा के लॉकडाउन में तंबाकू उत्पादों की ब्रिकी पर पांबदी के कारण गुटखों,पान मसालों और बीडी सिगरेट की एतिहासिक कालाबाजारी हुई थी। मौके पर फायदा उठाने के लिये कारोबारियों ने तंबाकू उत्पादों की चौगुने दाम वसूले,पांच रूपये वाले पान मसाले की पुडिय़ा पच्चीस से तीस रूपये में बिकने लगी। सूत्रों की मानें तो लॉकडाउन में महज दो माह के अंतराल में तंबाकू उत्पाद कारोबारियों ने कालाबाजारी के जरिये अकूत रूपये कमा लिये,ऐसे में एक बार फिर तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध की खबरों के बाद कालाबाजारी की आंशका बढ गई है। इसी आंशका के चलते बुधवार को हजारों की तादाद में लोग तंबाकू उत्पाद के लिये उमड़ पड़े।

-:बड़े कारोबारी खुद फैल रहे अफवाह
तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध को लेकर लगातार उड़ रही अफवाहों के लोगाों को अब इसके पीछे कोई बड़ी साजिश भी नजर आने लगी है। कारोबार जगत से जुड़े सूत्रों की मानें तो कालाबाजारी से मोटी कमाई की लत का शिकार हुए तंबाकू उत्पाद कारोबारी खुद सोशल मीडिया के जरिये तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध की खबरें फैला रहे है। जानकारी में रहे कि तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध की खबरें सोमवार दोपहर से चल रही थी,इन खबरों को बुधवार सुबह न्यूज पॉटलों ने हवा दे दी,इससे बीकानेर में देखते ही तंबाकू उत्पादों के लिये मारामारी का माहौल कायम हो गया।

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