जयपुर : सेंट सोल्जर पब्लिक स्कूल, सी- स्कीम के प्रांगण में गुरु गोबिंद सिंह जी के ‘ चारों साहिबजादों’ के सर्वोच्च बलिदान और शहादत को स्मरण करने के लिए ‘ दास्तान-ए-शहादत ‘ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन स्कूल प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष माननीय सरदार अजय पाल सिंह जी,स्कूल प्रबंधन कमेटी के कोषाध्यक्ष माननीय सरदार जसबीर सिंह जी, अध्यक्षा स्त्री समूह सत्संग सभा माननीया सरदारनी इंद्रजीत कौर जी , माननीय सरदार जी. एस. संधु जी रिटायर्ड आई. ए. एस. ऑफिसर, माननीय सरदार आर एस सेठी जी समाजसेवी एवं डॉक्टर मनमिंदर कौर जी की देखरेख में किया गया । कार्यक्रम की शुरुआत में स्कूली एन.सी.सी छात्र-छात्राओं द्वारा बाबा जी की सवारी को ‘ गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। इसके उपरांत बाबा जी के सामने जनहित की भलाई हेतु अरदास की गई तथा मंत्रमुग्ध कर देने वाले शबद और स्कूल की प्रार्थना ‘देह शिवा बर मोहे इहे’ ‘मित्तर पयारे नु’ का सुंदर गायन किया गया । तत्पश्चात सुखमनी साहिब का पाठ कर बाबा जी से आशीर्वाद लिया गया और बच्चों को प्रोत्साहित करने हेतु प्रश्नोत्तरी का आयोजन भी किया गया ।

गुरु गोबिंद सिंह जी के पुत्रों की शहादत की याद में स्त्री समूह सत्संग जयपुर की गणमान्य महिलाओं द्वारा कार्यक्रम में बहुत ही सुंदर प्रस्तुतियाँ दी गईं । साहिबजादों की शहादत पर आधारित यह कार्यक्रम गंभीरता और भक्ति के साथ मनाया गया। इस दिन का उद्देश्य इन युवा योद्धाओं द्वारा अपने विश्वास की रक्षा में किए गए बलिदान का सम्मान करना है। कार्यक्रम मे लेखिका डॉ मंजीत कौर जी द्वारा लिखित सफर-ए-शहादत नमक पुस्तक का विमोचन किया गया।

युवा पीढ़ी को शामिल करने के लिए, सिख समाज के स्कूली बच्चों द्वारा शबद गायन ,कविता वाचन और अन्य मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गयीं ।इस कार्यक्रम से युवाओं में गर्व की भावना और सांस्कृतिक समझ पैदा करने में मदद मिली।

कार्यक्रम के समापन पर लंगर (सामुदायिक रसोई): का आयोजन किया गया, जो कि सामुदायिक सेवा का प्रतीक है । जिसमें सभी उपस्थित लोगों को भोजन परोसा गया। यह प्रथा निस्वार्थ सेवा के सिख सिद्धांत को दर्शाती है और उपासकों के बीच एकजुटता की भावना को बढ़ावा देती है।