श्री गणेशाय नमः
पं. रविन्द्र शास्त्री लेख 13,नवंबर,(शुक्रवार)
धनतेरस मुहूर्त :
17:34:00 से 18:01:28 तक
प्रदोष काल :
17:28:10 से 20:07:11 तक
वृषभ काल :
17:34:00 से 19:29:51 तक
( धनतेरस )
12 – 11 -2020 को रात 9:30 बजे से 13 – 11 – 2020 की सायं 5 : 59 बजे तक रहेगी ।।
13 को मनाया जाएगा
( चतुर्दशी )
13 -11 -2020 को सायं 6 :00 बजे से 14 – 11 -2020 की दुपहर 2 : 16 बजे तक रहेगी।।
14 को मनाया जाएगा
( दीपावली )
14 – 11 -2020 को दुपहर
2 : 17 बजे से आरम्भ हो जाएगी जो 15 – 11 -2020 की सुबह 10 : 36 बजे तक रहेगी ।।
इस अनुसार दीपावली पर्व
14 – 11 2020 को मनाया जायेगा ।।
( गोवर्धन पूजा अन्नकुट )
15 – 11 – 2020 को सुबह 10 : 36 बजे के बाद मनाया जाएगा।
भाई दूज
16 – 11 – 2020 को
धनतेरस कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाने वाला त्यौहार है। धन तेरस को धन त्रयोदशी व धन्वंतरि जंयती के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के जनक धन्वंतरि देव समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए धन तेरस को धन्वंतरि जयंती भी कहा जाता है। धन्वंतरि देव जब समुद्र मंथन से प्रकट हुए थे उस समय उनके हाथ में अमृत से भरा कलश था। इसी वजह से धन तेरस के दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है। धनतेरस पर्व से ही दीपावली की शुरुआत हो जाती है।
धन तेरस का शास्त्रोक्त नियम
1. धनतेरस कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की उदयव्यापिनी त्रयोदशी को मनाई जाती है। यहां उदयव्यापिनी त्रयोदशी से मतलब है कि, अगर त्रयोदशी तिथि सूर्य उदय के साथ शुरू होती है, तो धनतेरस मनाई जानी चाहिए।
2. धन तेरस के दिन प्रदोष काल (सूर्यास्त के बाद के तीन मुहूर्त) में यमराज को दीपदान भी किया जाता है। अगर दोनों दिन त्रयोदशी तिथि प्रदोष काल का स्पर्श करती है अथवा नहीं करती है तो दोनों स्थिति में दीपदान दूसरे दिन किया जाता है।
धनतेरस की पूजा विधि और धार्मिक कर्म
मानव जीवन का सबसे बड़ा धन उत्तम स्वास्थ है, इसलिए आयुर्वेद के देव धन्वंतरि के अवतरण दिवस यानि धन तेरस पर स्वास्थ्य रूपी धन की प्राप्ति के लिए यह त्यौहार मनाया जाना चाहिए।
1. धनतेरस पर धन्वंतरि देव की षोडशोपचार पूजा का विधान है। षोडशोपचार यानि विधिवत 16 क्रियाओं से पूजा संपन्न करना। इनमें आसन, पाद्य, अर्घ्य, आचमन (सुगंधित पेय जल), स्नान, वस्त्र, आभूषण, गंध (केसर-चंदन), पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य, आचमन (शुद्ध जल), दक्षिणायुक्त तांबूल, आरती, परिक्रमा आदि है।
2. धनतेरस पर पीतल और चांदी के बर्तन खरीदने की परंपरा है। मान्यता है कि बर्तन खरीदने से धन समृद्धि होती है। इसी आधार पर इसे धन त्रयोदशी या धनतेरस कहते हैं।
3. इस दिन शाम के समय घर के मुख्य द्वार और आंगन में दीये जलाने चाहिए। क्योंकि धनतेरस से ही दीपावली के त्यौहार की शुरुआत होती है।
4. धनतेरस के दिन शाम के समय यम देव के निमित्त दीपदान किया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से मृत्यु के देवता यमराज के भय से मुक्ति मिलती है।
इस दिन सोने-चांदी के आभूषण, बर्तन, झाड़ू और बहुत सारी चीज़ें खरीदते हैं। कहा जाता है कि धनतेरस पर झाड़ू ज़रूर खरीदें, क्योंकि झाड़ू में माता लक्ष्मी की वास होता है। जितने लोग उतनी बातें, लेकिन अगर सही मायने में देखे, तो हम सभी जानते हैं कि ज्योतिष में 12 राशियां होती हैं, और सभी राशि के स्वामी ग्रह होते हैं। इसीलिए अगर आप धनतेरस की ख़रीदारी अपनी राशि अनुसार करते हैं, तो आपके शुभता में वृद्धि होती है। तो चलिए आज इस लेख में आपको बताते हैं, किस राशि के जातक को इस साल धनतेरस पर क्या चीज़ें ख़रीदनी चाहिए।
मेष राशि
मेष राशि का स्वामी ग्रह “मंगल” है। इस राशि के जातकों को ताम्र पात्र, फूल के बर्तन, सोने के आभूषण, सोने के सिक्के ख़रीदना बेहतर रहेगा। लेकिन मेष राशि वाले भूलकर भी हीरे का सामान न खरीदें।
वृष राशि
वृषभ राशि का स्वामी ग्रह “शुक्र” है। इस राशि के लोग चाँदी के सिक्के, चाँदी के बर्तन, चाँदी से बने आभूषण, हीरे की अंगूठी या जेवर, इलेक्ट्रॉनिक सामान, कपड़े और वाहन आदि की ख़रीदारी कर सकते हैं। वृषभ राशि वाले भूलकर भी धनतेरस पर सोने के आभूषण न खरीदें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि का स्वामी ग्रह “बुध” है। इस राशि के जातक इस धनतेरस कपड़े, चाँदी के सिक्के और आभूषण, हीरे के आभूषण, चाँदी के बर्तन और वाहन आदि ख़रीद सकते हैं।
कर्क राशि
कर्क राशि का स्वामी ग्रह “चंद्रमा” है। आप इस धनतेरस सोने के सिक्के व् आभूषण, ताबें के बर्तन, फूल की थाली, चाँदी के सिक्के व् आभूषण खरीदें तो शुभ रहेगा। कर्क राशि के जातकों को वस्त्र खरीदने से बचना चाहिए।
सिंह राशि
सिंह राशि का स्वामी ग्रह “सूर्य” है। सोने के सिक्के और आभूषण, बर्तन, फूल के पात्र, धार्मिक पुस्तक और कलम खरीदना इस धनतेरस आपके लिए शुभ रहेगा। सिंह राशि के जातक भूलकर भी लोहे के पात्र और वाहन न खरीदें ।
कन्या राशि
कन्या राशि का स्वामी ग्रह “बुध” है। इस राशि के जातकों को धनतेरस पर हरे या नीले रंग का वस्त्र, चांदी के सिक्के और बर्तन, हीरा, वाहन खरीदना शुभ रहेगा।
तुला राशि
तुला राशि का स्वामी ग्रह “शुक्र” है। इस धनतेरस तुला राशि वाले वाहन, चाँदी और हीरा, वस्त्र और स्टील के बर्तन ख़रीद सकते हैं। इस राशि के जातक भूलकर भी धनतेरस पर सोने के आभूषण न खरीदें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह “मंगल” है। आप इस धनतेरस ताबें के पात्र और पूजा घर के सामान, सोने के आभूषण, धार्मिक पुस्तक आदि ख़रीद सकते हैं। वृश्चिक राशि के लोग यदि इस दिन ज़मीन या मकान खरीदने की तारीख तय करें तो बहुत शुभफलदायक रहेगा। इस राशि के जातक भूलकर भी हीरे का सामान न खरीदें।
धनु राशि
धनु राशि का स्वामी ग्रह “गुरु” है। इस राशि वाले लोग धार्मिक पुस्तक, सोने के सिक्के और आभूषण, फूल के पात्र और वाहन आदि ख़रीद सकते हैं।
मकर राशि
मकर राशि का स्वामी ग्रह “शनि” हैं। इस धनतेरस मकर राशि के लोगों के लिए लोहे के सामान, इलेक्ट्रॉनिक सामान, वाहन, चाँदी के सिक्के और हीरे के आभूषण खरीदना शुभकारी है। मकर राशि के लोग भूलकर भी सोने और तांबे के सामान भूलकर भी न ख़रीदे।
कुंभ राशि
कुम्भ राशि का स्वामी ग्रह “शनि” है। आप इस धनतेरस लोहे के सामान, इलेक्ट्रानिक सामान, स्टील के बर्तन, चांदी और हीरे के आभूषण आदि ख़रीद सकते हैं। इस राशि के जातक सोने और तांबे के सामान भूलकर भी न खरीदें।
मीन राशि
मीन राशि का स्वामी ग्रह “गुरु” है। मीन राशि के लोग धार्मिक पुस्तक, सोने के आभूषण और सिक्के, तांबे और फूल के बर्तन, वाहन ख़रीद सकते हैं। आप ज़मीन या मकान खरीदने की शुभ तिथि भी इस दिन तय कर सकते हैं।
हमारी ओर से सभी पाठकों को धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं।और धन्वंतरि देव की कृपा आप पर बनी रहे और आप निरोगी व स्वस्थ रहें।आशा है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। हमरे साथ बने रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
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