भाजपा ने राष्टीय समिति की बैठक से 2024 के आम चुनावों का शंखनाद कर दिया है। कल आरम्भ हुई ये बैठक आज समाप्त होगी, जिसके बाद केंद्र सरकार व भाजपा के राष्ट्रीय और प्रदेशों के संगठन में भी बड़ा बदलाव होगा। इसके निर्णय हो गये हैं, ऐसे संकेत कल की बैठक से मिले हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कल से शुरू हुई बैठक को आम चुनाव की तैयारी की तरह ही लिया है। बैठक से पहले उन्होंने छोटा रोड शो दिल्ली में किया। इसकी भी खास वजह है, क्योंकि हाल ही में दिल्ली एमसीडी के चुनाव हुए और उसमें भाजपा को हार मिली थी। इसी कारण दिल्ली के मतदाता को आकर्षित करने के लिए रोड शो हुआ।
इस साल 10 राज्यों में विधानसभा के चुनाव है, जिसे भाजपा गंभीरता से ले रही है और आम चुनावों का सेमीफाइनल मान रही है। राज्य चुनावों के साथ भाजपा ने लोक सभा चुनाव के लिए भी कार्य योजना बना उस पर मंथन किया है। पहले हारी हुई हुई और कमजोर रही लोकसभा सीटों के लिए विशेष कार्य योजना बनाई गई है। केंद्रीय मंत्रियों के जिम्मे 2 या 3 सीटें की गई है जहां वे निरंतर प्रवास करेंगे। अपने प्रवास के दौरान केंद्रीय योजनाओं को मतदाता तक पहुंचाने का प्रयास होगा। इसके साथ ही पार्टी संगठन को भी आम चुनावों के लिए तैयार किया जायेगा। गुटबंदी जिन राज्यों में है, उस पर भी अंतिम निर्णय किये जायेंगे। इन कमजोर लोकसभा सीटों पर केंद्रीय मंत्रियों व नेताओं के लगातार दौरे रहेंगे। भाजपा 80 – 20 के फार्मूले को ही आगे रखेगी। इसका संकेत पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा में दिया था। जहां उन्होंने राम मंदिर के पूर्ण होने की तारीख तक घोषित कर दी।
कल की बैठक में राज्य व आम चुनाव में जितने के टिप्स दिये गये और रोड मैप भी बताया गया। आज बैठक का महत्त्वपूर्ण दिन है क्योंकि इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के कार्यकाल का भी फैसला होगा। माना जा रहा है कि उनका कार्यकाल बढ़ाया जायेगा। इससे मंत्रिमंडल में भी बड़े फेरबदल की संभावना बनी है। कुछ केंद्रीय मंत्रियों को आम चुनाव की दृष्टि से संगठन में शिफ्ट किया जायेगा तो कुछ को हटाया भी जायेगा। हटाने और बनाने में उन 10 राज्यों का खास ध्यान रखा जायेगा जहां विधानसभा चुनाव है।
राजस्थान भाजपा की गुटबंदी को थामने के लिए आज कोई ठोस निर्णय के भी आसार हैं। पार्टी ने राजस्थान के लगभग सभी बड़े नेताओं को बुला रखा है। जिनमें वसुंधरा राजे, सतीश पूनिया, गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल शामिल है। पार्टी के राज्य प्रभारी अरुण सिंह व सह प्रभारी भी उपस्थित रहेंगे जिनकी रिपोर्ट पर बात होगी। बड़े निर्णय होने के संकेत भी मिल रहे हैं।
कांग्रेस 10 राज्यों के चुनाव के लिए तो तैयारी करती दिख रही है मगर आम चुनाव के लिए कुछ नजर नहीं आ रहा। ऐसा लगता है वो राज्यों के साधने के बाद आम चुनाव की रणनीति बनायेगी। राज्यों के चुनाव को लेकर कांग्रेस गम्भीर है। कल कर्नाटक में प्रियंका गांधी ने महिलाओं का बड़ा सम्मेलन किया तो राजस्थान में अशोक गहलोत ने मंत्रिमंडल का चिंतन शिविर शुरू किया है। सचिन पायलट मैदान में उतर किसान सम्मेलन कर रहे हैं। कुल मिलाकर ये साल चुनावी साल रहेगा और बड़े राजनीतिक उथल पुथल होंगे।


– मधु आचार्य ‘ आशावादी ‘
वरिष्ठ पत्रकार

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