बीकानेर /नोखा कस्बे बाबा छोटू नाथ स्कूल खेल मैदान में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन व्यासपीठ पर विराजित श्री बालाजी सेवा धाम के महंत और महामंडलेश्वर स्वामी बजरंग दास जी शास्त्री महाराज भगवान कृष्ण और उनकी लीलाओं का वर्णन किया। महाराज ने बताया कि जब अभिमन्यु की गर्भवती पत्नी उत्तरा के गर्भ में पल रहे बच्चे को मारने का प्रयास किया उसी समय भगवान कृष्ण ने वहां चतुर्भुज रूप धारण करके अश्वत्थामा का संहार किया। भगवान धर्म ने की स्थापना की। महामंडलेश्वर स्वामी बजरंग दास जी महाराज ने कहा कि हमें अपने जीवन में सद कर्म करने चाहिए जिससे हम अपना और अपने परिवार का भला कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जब हम पर विपत्ति आती है तो हमें दूसरों के साथ उसे साझा नहीं करके भगवान के सामने अपनी बात बतानी चाहिए। भगवान हमारी हर संभव मदद करेंगे। मद भागवत कथा में शामिल होने वाले महिला और पुरुष यात्रियों के लिए कस्बे और ग्रामीण क्षेत्रों से बसों की व्यवस्था की गई है। आज का कथास्थल पर बने पंडाल मैं बड़ी संख्या में महिला और पुरुष श्रद्धालु पहुंचे और उन्होंने कथा का श्रवण किया। कथा के तीसरे दिन भामाशाह मघाराम कुलरिया, नेमीचंद शर्मा, तुलसीराम कुलरिया, ओमप्रकाश धामू, कजोटमल सुथार, सूरजमल सुथार, जयप्रकाश व्यास सहित अनेक धर्म प्रेमी श्रदालु पहुँश्रद्धालु पहुंचे और उन्होंने कथा का श्रवण किया। कथा के तीसरे दिन भामाशाह मघाराम कुलरिया, नेमीचंद शर्मा, तुलसीराम कुलरिया, ओमप्रकाश धामू, कजोटमल सुथार, सूरजमल सुथार, जयप्रकाश व्यास सहित अनेक धर्म प्रेमी श्रदालु पहुँचे ओर मुख्य आरती में शामिल हुए।
भागवत कथा का आयोजन बीकासर गांव स्थित मंदबुद्धि मूक बधिर विद्यालय द्वारा कराया जा रहा है। कथा में शामिल होने आये भामाशाह का स्कूल परिवार द्वारा अभिनन्दन।किया गया। स्कूल की संचालिका शारदा देवी सहित कार्यकर्ता कथा में व्यवस्था बनाने पूरे समय जुटे दिखाई दिए। कथा में भामाशाह मघाराम कुलरिया ने पांच लाख रु, नीरज सुथार ने एक लाख रु ओर नेमीचंद शर्मा गांधीधाम गुजरात ने 51 हजार रु का सहयोग किया !!