

रिपोर्ट – अनमोल कुमार
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में पत्रकारों/ कलाकारों को भारतीय दंड विधान की धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर थाना हाजत में उनकी निर्मम पिटाई करने और उन्हें अर्धनग्न कर रात भर हाजत में बंद रखने के आरोप में सीधी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मनोज सोनी और इस वारदात के वक्त सीधी कोतवाली में उपस्थित अमलिया के थाना प्रभारी अभिषेक सिंह परिहार को निलंबित कर उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया है। सीधी के एसपी मनोज श्रीवास्तव ने अपने पत्रांक 5186 दिनांक 7/ 4/22 के तहत इन दोनों पुलिसकर्मियों पर सीधी कार्रवाई की है।
इस मामले में भारतीय श्रमजीवी पत्रकार फेडरेशन (IFWJ) के राष्ट्रीय सचिव और वरिष्ठ पत्रकार एस एन श्याम ने जब सीधी के एसपी मनोज श्रीवास्तव से मोबाइल पर बात करना चाहा तो एक महिला पुलिस पदाधिकारी ने बात किया और बताया कि इस मामले को गंभीरता से लिया गया है ।मामले की जांच डी एस पी हेड क्वार्टर गायत्री तिवारी को दिया गया है ।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पत्रकारों के अर्धनग्न वायरल वीडियो को देखकर शर्मसार हुए और उनके निर्देश पर तत्काल यह कार्रवाई किया गया ।सीधी एएसपी अनुजता पटेल का भी मानना है की यह मामला काफी गंभीर है।
भारतीय श्रमजीवी पत्रकार फेडरेशन (IFWJ )यह मांग करता है कि इस मामले की न्यायिक जांच हो और कानून संविधान और मानव अधिकार की धज्जियां उड़ाने वाले तमाम पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल में डाला जाए और उन पर विभागीय कार्रवाई चला कर उन्हें पुलिस सेवा से बर्खास्त किया जाए।
बिहार पुलिस मेंस यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनमोल कुमार द्वारा मध्य प्रदेश सरकार एवं केंद्र सरकार से मांग की गई कि इस तरह का कुकृत्य मानवता के लिए शर्मसार है और मानवाधिकार का हनन है इसलिए दोषी अधिकारियों को ऐसी सजा दी जाए कि दूसरा अधिकारी इस तरह का जुर्रत नहीं कर सके उन्होंने पत्रकार सुरक्षा कानून और देश में मीडिया आयोग के गठन की भी मांग की ..